इंग्लिश क्रिकेट सीजन की चर्चा भारत में क्यों करें? ये सवाल कई बार उठता है। भले ही भारत क्रिकेट में एक नई पॉवर है पर अभी भी जिस घरेलू क्रिकेट सीजन पर पूरी क्रिकेट की दुनिया की नजर रहती है -वह इंग्लिश क्रिकेट सीजन है। इस समय तक 3 भारतीय क्रिकेटरों के पास काउंटी क्लब के लिए खेलने के कॉन्ट्रैक्ट हैं- तो क्या इनके प्रदर्शन पर हर किसी की नजर नहीं होगी? वैसे भी इस सीजन में भारत को भी इंग्लैंड में एक टेस्ट खेलना है- ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध डब्ल्यूटीसी फाइनल। तो क्या इस वजह से वहां पिच, मौसम और सीजन में इस्तेमाल हो रहीं ड्यूक बॉल के मिजाज पर हर किसी की नजर नहीं होगी?
सीजन 6 अप्रैल से एलवी इंश्योरेंस काउंटी चैंपियनशिप के साथ शुरू हो चुका है- हालांकि अभी भी इंग्लैंड में मौसम बेहद ठंडा है। बहरहाल ज्यादा क्रिकेट को फिट करने के चक्कर में सीजन शुरू होने के दिन बदलते जा रहे हैं। सबसे जल्दी, वहां, क्रिकेट सीजन शुरू होने का रिकॉर्ड 5 अप्रैल का है।
डब्ल्यूटीसी फाइनल और एशेज सीरीज़ (5 टेस्ट) इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच, इस सीजन का ख़ास आकर्षण है। चैंपियनशिप में जून और जुलाई में तथा उसके बाद सितंबर में खेलेंगे जिससे दोनों डिवीजन में टाइटल विजेता का फैसला होगा। इनके बीच, बाकी की क्रिकेट फिट होगी।
काउंटी चैंपियनशिप सबसे ख़ास टूर्नामेंट है- 18 काउंटी क्लब टीम दो डिवीजन में विभाजित जिसमें डिवीजन 1 में 10 और डिवीजन 2 में 8 टीम। 2022 सीज़न के बाद, ग्लूस्टरशायर और यॉर्कशायर डिवीजन 1 से हटे जबकि मिडिलसेक्स और नॉटिंघमशायर ने डिवीजन 2 से प्रमोशन ले ली। हर टीम के 14 मैच- होम-अवे सिस्टम पर। टीम, आपके रिकॉर्ड के लिए :
डिवीजन 1 : एसेक्स, हैम्पशायर, केंट, लेंकशायर, मिडलसेक्स, नॉर्थम्पटनशायर, नॉटिंघमशायर, समरसेट, सरे, वारविकशायर।
डिवीजन 2 : डर्बीशायर, डरहम, ग्लैमरगन,ग्लूस्टरशायर, लेस्टरशायर, ससेक्स, वूस्टरशायर, यॉर्कशायर।
हर टीम में दो ‘विदेशी’ खिलाड़ी खेल सकते हैं। इस सीजन के दो और ख़ास आकर्षण :
- चैंपियनशिप के दो राउंड कूकाबुरा गेंद से खेलेंगे- राउंड 9 और 10 (25-28 जून और 10-13 जुलाई) में- हालांकि इंग्लिश सीजन में ड्यूक बॉल प्रयोग होती है और एशेज भी ड्यूक बॉल से खेलेंगे। ऑस्ट्रेलिया की कूकाबुरा गेंद से खेलना एक प्रयोग है- ये भी कह सकते हैं कि ऑस्ट्रेलिया में अगली सीरीज की तैयारी अभी से शुरु। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका और जिम्बाब्वे समेत कई बड़ी इंटरनेशनल टीम इसी गेंद से खेलती हैं। चूंकि इंग्लैंड के टेस्ट खिलाड़ी इन दिनों में एशेज में व्यस्त होंगे, इसका मतलब है जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड और जोफ्रा आर्चर जैसे गेंदबाज इस ट्रायल का हिस्सा नहीं होंगे।
- इस सीजन के लिए पॉइंट सिस्टम भी बदला है ताकि मैच चौथे दिन तक चलें। ठीक है कि सीजन की घरेलू क्रिकेट में भी बेज़बॉल के प्रभाव की बड़ी चर्चा है पर ईसीबी क्रिकेट खेलने के पारंपरिक तरीके को, इस वजह से एकदम छोड़ने के लिए तैयार नहीं- आखिकार अच्छे खिलाड़ी, खेलने के लिए सालों से चले आ रहे तरीके से ही मिलते हैं। इंग्लैंड ने अपने पिछले 10 टेस्ट में से 9 टेस्ट जीते हैं।
अभी कुछ ख़ास क्रिकेट नहीं हुई पर दो मैच का जिक्र जरूरी है-
- नॉट्स ने हैम्पशायर को जीत के लिए 132 रन का लक्ष्य दिया था। समय था इसलिए खिलाड़ी आराम से खेले और आख़िरी दिन जब टी इंटरवल का समय आया तो जीत के लिए सिर्फ 1 रन की जरूरत थी और 8 विकेट बचे थे- इसलिए मैच का नतीजा मालूम था कि क्या होगा? तब भी अंपायरों ने 1 रन बनने का इंतजार नहीं किया और टी इंटरवल कर दिया। जब इंटरवल के बाद खेले तो 2 गेंद में जीत मिल गई तो अंपायरों ने किस दूरदर्शिता से इंटरवल किया और सभी का समय खराब किया।
- इस सीजन में ससेक्स के कप्तान चेतेश्वर पुजारा हैं और इस नए रोल के डेब्यू पर 100 बना दिया- टीम को 93/4 से संभाला और 115 रन बनाए। मैच था डरहम के विरुद्ध।
केंट काउंटी के लिए अर्शदीप सिंह (काउंटी चैंपियनशिप, जून और जुलाई), लेस्टरशायर के लिए अजिंक्य रहाणे (काउंटी चैंपियनशिप और वन-डे कप, जून से) और ससेक्स के लिए चेतेश्वर पुजारा खेल रहे हैं।
इंग्लिश क्रिकेट सीजन की बात हो और विजडन एनुअल का जिक्र न हो- ये नहीं हो सकता। इस बार परंपरा टूट रही है- सीजन शुरू हो गया पर एनुअल पब्लिश नहीं हुआ। शायद मौसम इसके लिए जिम्मेदार है। पब्लिश होने की तारीख 20 अप्रैल है। इसीलिए अभी तक ये नहीं मालूम कि क्रिकेटर्स ऑफ़ द ईयर कौन-कौन हैं पर कवर रिलीज हो गया है- कवर के लिए इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और कोच ब्रेंडन मैकुलम से परे किसी को नहीं देखा। ये 161वां विजडन क्रिकेटर्स एनुअल है और इस अंक का शायद सबसे मजेदार लेख उन पर होगा जो हर साल विजडन खरीदते जा रहे हैं- क्या वे इसे पढ़ते भी हैं?
- चरनपाल सिंह सोबती