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आईपीएल 2022 से नई खबर : हैमस्ट्रिंग की चोट ने अजिंक्य रहाणे को आईपीएल 2022 से बाहर कर दिया। सनराइजर्स के विरुद्ध नाइट राइडर्स के आखिरी मैच के दौरान उन्हें चोट लगी थी – इस मैच में 24 गेंदों में तीन छक्कों की मदद से 28 रन। इस चोट का पहला सीधा सा मतलब- आईपीएल 2022 से तो बाहर हुए ही (जिसमें वे कुछ ख़ास नहीं कर रहे थे), 4 जून से बेंगलुरु में शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफी नॉकआउट में भी उनके खेलने के आसार हाल-फिलहाल तो नजर नहीं आ रहे। 
कुल मिलाकर रहाणे का आईपीएल 2022 में रिकॉर्ड बड़ा साधारण रहा- 7 पारियों में 19.00 के औसत और 103.90 के स्ट्राइक रेट से 133 रन। चेन्नई सुपर किंग्स के विरुद्ध टूर्नामेंट में नाइट राइडर्स के पहले मैच में अपनी टीम के लिए 6 विकेट की जीत में 34 गेंदों में 44 रन बनाए थे। अगले चार मैच- 9, 12, 7 और 8 के स्कोर। इसके बाद लगभग एक महीने तक बेंच पर बैठे रहे। वापसी में 25 और 28 के स्कोर।  
एक ऐसा बल्लेबाज जो टीम इंडिया की टेस्ट टीम में वापसी का सपना देख रहा हो- क्या इस फार्म पर टीम में लौटेगा? रहाणे का जिक्र करते हुए इस सवाल में चेतेश्वर पुजारा को भी जोड़ना जरूरी हो जाता है। दोनों एक समय टीम इंडिया के टॉप बल्लेबाज- इतना ही नहीं ‘ केप्टेन इन वेटिंग’ भी थे। उसके बाद एकदम रन बनने बंद हुए और आखिरकार टीम से बाहर।  
श्रीलंका के विरुद्ध इस साल टेस्ट सीरीज की टीम से निकाले जाने के बाद, न तो 95 टेस्ट खेल चुके चेतेश्वर पुजारा ने अपने इंटरनेशनल करियर पर आख़िरी लाइन खींची और न ही 82 टेस्ट खेल चुके अजिंक्य रहाणे ने। क्रिकेट में एक पुरानी कहावत है कि जब इंटरनेशनल क्रिकेट में अचानक ही बैट रूठ जाए तो फार्म की तलाश में घरेलू क्रिकेट, जैसे भारत में रणजी ट्रॉफी, में लौटो- सुनील गावस्कर जैसे टॉप बल्लेबाज भी अपने करियर में एक मुकाम पर ऐसा कर चुके हैं।  
ये दोनों भी रणजी ट्रॉफी में लौटे। पुजारा ने सौराष्ट्र के लिए 5 पारी में 191 रन बनाए जबकि रहाणे ने मुंबई के लिए 4 पारी में 185 रन- स्पष्ट है दोनों ने कुछ ऐसा नहीं किया कि चयनकर्ताओं के दरवाजे पर जोरदार दस्तक दी हो। टीम इंडिया के टेस्ट शुरू होने में अभी भी दिन बचे थे और रास्ता भी था- पुजारा ने काउंटी चैंपियनशिप में ससेक्स के लिए खेलने को चुना और रहाणे ने आईपीएल को। इस साल तो वैसे भी इंग्लिश क्रिकेट सीजन के शुरू में इंग्लैंड में खेलने का महत्व ज्यादा है क्योंकि पिछले साल वाली सीरीज का बचा भारत-इंग्लैंड पांचवां टेस्ट, इस साल खेलना है। इस टूर के लिए टीम इंडिया के चुने जाने से पहले, इंग्लैंड में चैंपियनशिप मैचों में बनाए रन के महत्व से कोई इंकार नहीं कर सकता।  
पुजारा का इंग्लैंड में खेलना : ससेक्स के लिए 4 मैच में लगातार चार शतक जिनमें से दो स्कोर 200 वाले। पुजारा ने डर्बीशायर, वूरस्टरशायर, डरहम और मिडलसेक्स के विरुद्ध 201*, 109, 203 और 170* के स्कोर के साथ, शानदार फॉर्म में दिखा दी और इसी वजह से आईपीएल के दिनों में, उनकी टेस्ट टीम में वापसी की चर्चा शुरु हो गई।
रहाणे का आईपीएल में खेलना : आप ऊपर पढ़ ही चके हैं- 7 पारी में 133 रन बनाने वाला किस दलील पर टेस्ट टीम में जगह का दावेदार बनेगा?
इसीलिए टेस्ट टीम में वापसी की चर्चा में पुजारा का नाम है- रहाणे का नहीं। एजबेस्टन में जुलाई में टेस्ट है और पुजारा को इंग्लिश परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने की आदत होने का फायदा टीम इंडिया के लिए एक बड़ा बढ़ावा साबित हो सकता है। सुनील गावस्कर भी मानते हैं कि चूंकि पुजारा को टेस्ट टीम से बाहर हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है, इसलिए उनके लिए प्लेइंग इलेवन में वापसी करना मुश्किल नहीं होगा।

टीम इंडिया को पुजारा की सबसे ज्यादा जरूरत एक एंकर के तौर पर होगी। इसमें कोई शक नहीं कि जिस अटैक पर पुजारा ने अब तक के इस सीजन के 4 शतक बनाए हैं- उसमें और टेस्ट अटैक में बड़ा फर्क होगा पर उनके सबसे ज्यादा काम आएगी इंग्लिश परिस्थितियों में खेलने की आदत। पिछले साल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में यही तो सबसे बड़ा फेक्टर था जो टीम इंडिया की हार की वजह बना- न्यूजीलैंड ने उस फाइनल से पहले, इंग्लैंड में दो टेस्ट मैच खेल लिए थे और जब उन्हें साउथेम्प्टन में डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए समान स्थितियां मिलीं तो वे फ्रंट फुट पर थे। बारिश हो रही थी। वे पिच पर इसके असर को जानते थे। चेतेश्वर पुजारा के साथ यही हो रहा है। उन्हें इंग्लिश परिस्थितियों में, उनके गेंदबाजों के विरुद्ध बल्लेबाजी करने की आदत का फायदा मिलेगा।
 मोहम्मद अजहरुद्दीन के बाद काउंटी चैंपियनशिप में दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय, पुजारा के लिए ये स्कोर जरूर काम आएंगे। अपने 201* से पुजारा ने बिना शतक के 52 प्रथम श्रेणी की पारियों का सिलसिला आखिरकार खत्म किया। इससे पहले का, आख़िरी प्रथम श्रेणी शतक जनवरी 2020 में बनाया था- रणजी ट्रॉफी 2019/20 एलीट ग्रुप बी मैच में कर्नाटक के  विरुद्ध जब 248 रन की बड़ी पारी खेली थी राजकोट में। इन दो शतक के बीच, पुजारा ने रेड-बॉल क्रिकेट में 30.36 की औसत से 1518 रन बनाए, जिसमें 14 अर्धशतक शामिल हैं।
पुजारा के पास अपना दावा पेश करने के लिए कुछ तो रिकॉर्ड है- रहाणे को शायद इसकी तुलना में आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट का चैक ही तसल्ली देगा। 
– चरनपाल सिंह सोबती 

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