fbpx

न्यूजीलैंड के विरुद्ध 2 टेस्ट की सीरीज के दौरान यूं तो आर अश्विन ने कई रिकॉर्ड बनाए पर कुछ ख़ास देखिए :

  • दो टेस्ट में 14 विकेट- सीरीज में अक्षर पटेल (17) के बाद दूसरे सबसे कामयाब गेंदबाज।
  • हरभजन सिंह को पीछे छोड़ते हुए टेस्ट इतिहास में भारत के तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए।
  • कुल रिकॉर्ड- 81 टेस्ट में 427 विकेट और अब टेस्ट क्रिकेट में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बनने के लिए कपिल देव को पीछे छोड़ने से 8 विकेट दूर।
  • इनमें से भारत में 300 विकेट- अनिल कुंबले (350) के बाद,भारत में 300 विकेट लेने वाले भारत के दूसरे गेंदबाज।अश्विन से पहले सिर्फ पांच खिलाड़ियों ने अपने देश में 300 टेस्ट विकेट लिए थे।
  • 9 प्लेयर ऑफ द सीरीज़ अवार्ड और इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर- जैक्स कैलिस के बराबर और सिर्फ मुथैया मुरलीधरन (11) इनसे आगे।
  • 66 विकेट के साथ न्यूजीलैंड के विरुद्ध भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट का रिकॉर्ड। दोनों देशों के बीच टेस्ट की बात करें तो भी टॉप पर (पिछला रिकॉर्ड : सर रिचर्ड हेडली 65 विकेट)।
  • 2021 केलेंडर साल में 52 विकेट- इस साल 50 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज।

इन रिकॉर्ड को पढ़ने के बाद क्या इस बात में कोई शक रह जाता है कि अश्विन इस समय भारत के टॉप स्पिनर हैं और भारत की टीम कहीं भी टेस्ट खेले, टेस्ट इलेवन में उनका नाम, उन क्रिकेटरों में होना चाहिए जिनका खेलना पक्का होता है। असलियत ये है कि ये सच नहीं है और बहुत संभव है कि न्यूजीलैंड के विरुद्ध इस रिकॉर्ड प्रदर्शन के बाद अगले ही टेस्ट में इसका सबूत मिल जाए। भारत को 26 दिसंबर से दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टेस्ट खेलना है और कप्तान विराट कोहली अगर भारत से बाहर के टेस्ट के लिए अपनी टीम पॉलिसी जारी रखते हैं तो संभवतः अश्विन का नाम 11 खिलाड़ियों में नहीं होगा।

मुंबई में न्यूजीलैंड के विरुद्ध भारत की रिकॉर्ड जीत के बाद आर अश्विन ने कहा- ‘मेरा अगला लक्ष्य दक्षिण अफ्रीका की जमीं पर भारत को पहली टेस्ट सीरीज जीतने में मदद करना है। मैं दक्षिण अफ्रीका जाना और वहां एक सीरीज जीतना चाहता हूं। अभी तक हमारी टीम ऐसा नहीं कर पाई है पर उम्मीद है कि इस बार ऐसा करेंगे।’ अश्विन तभी तो मदद कर पाएंगे अगर वे खेलेंगे!

रिकॉर्ड सभी के सामने है- वे भारत की पिचों पर विराट कोहली की स्कीम में फिट बैठते हैं, भारत से बाहर नहीं। इस साल अश्विन को इंग्लैंड में इंग्लैंड के विरुद्ध,चार में से किसी भी टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया- इस मुद्दे पर कोहली और अश्विन के बीच सब कुछ सही न होने की बात भी उठी। हर टेस्ट से पहले ये लगा कि वे खेलेंगे पर नाम 11 में नहीं आया।कितनी आसानी से कह दिया जाता है कि अश्विन भारतीय पिचों के स्पिनर हैं पर स्टुअर्ट ब्रॉड के बारे में ऐसा कोई नहीं कहता- इस पेसर ने मौजूदा एशेज शुरू होने तक अपने 524 विकेट में से इंग्लैंड में 341 विकेट लिए।

टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले मुथैया मुरलीधरन ने एक बार कहा था कि अगर कोई वास्तव में उनका रिकॉर्ड तोड़ सकता है, तो वह अश्विन का नाम होना चाहिए। ऐसा हो भी सकता था पर अश्विन लगातार कहाँ खेले? अश्विन ने टेस्ट डेब्यू किया 6 नवंबर 2011 को- इस तारीख से भारत ने 102 टेस्ट खेले और अश्विन इनमें से 81 खेले। इस तारीख से भारत से बाहर 53 टेस्ट खेले- अश्विन इनमें से 32 टेस्ट खेले।

दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज के लिए खुद अश्विन चाहे जो सोचते रहें, विराट कोहली की प्लेइंग इलेवन में 4 पेसर और 1 स्पिनर के फार्मूले में वे कहाँ फिट हैं? अगर कोहली इस फार्मूले को 4+1 से बदलकर 3+2 करें तब तो दो स्पिनर के लिए जगह बनती है अन्यथा नहीं। न अश्विन और न ही आर जडेजा भारत से बाहर, अपनी भारत वाली फार्म दिखाते हैं :

  • अश्विन : भारत में 49 टेस्ट में 300 विकेट 21.40 औसत से तो भारत से बाहर 32 टेस्ट में 127 विकेट 30.56 औसत से।
  • जडेजा : भारत में 34 टेस्ट में 162 विकेट 21.01 औसत से तो भारत से बाहर 23 टेस्ट में 70 विकेट 33.73 औसत से।

इस रिकॉर्ड के बावजूद, भारत से बाहर, जडेजा को यह कहकर वरीयता दी जाती है कि वे बेहतर बल्लेबाज हैं :

  • अश्विन : 1220 रन 25.96 औसत से (2 सेंचुरी और 7 फिफ्टी) ।
  • जडेजा : 939 रन 29.34 औसत से (7 फिफ्टी)। यही रिकॉर्ड विराट कोहली की पॉलिसी बन जाता है। दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध सीरीज में क्या, राहुल द्रविड़ की मौजूदगी की वजह से पॉलिसी बदलेगी?

अश्विन की बात करते हुए उनके प्लेयर ऑफ द सीरीज़ अवार्ड का जिक्र जरूरी है और इस संदर्भ उनके एक नए रिकॉर्ड पर किसी ने ध्यान नहीं दिया- एकमात्र खिलाड़ी जिसने प्लेयर ऑफ द मैच (8) की तुलना में प्लेयर ऑफ द सीरीज़ (9) अवार्ड ज्यादा जीते हैं। कुछ और ख़ास बातें नोट कीजिए :

  • 9 प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड के साथ दक्षिण अफ्रीका के जैक्स कैलिस के रिकॉर्ड की बराबरी पर कैलिस को ये अवार्ड 166 टेस्ट में मिले- अश्विन अभी 81 टेस्ट खेले हैं।
  • सिर्फ मुरलीधरन (11) इनसे आगे और इस समय मुरली के रिकॉर्ड को तोड़ने का अश्विन से बेहतर कोई दावेदार नहीं।
  • भारत से रिकॉर्ड देखिए : 5 अवार्ड के लिए वीरेंद्र सहवाग 104 टेस्ट खेले और सचिन तेंदुलकर ने भी 200 टेस्ट में ऐसे 5 अवार्ड ही जीते।
  • इमरान खान (88 टेस्ट), रिचर्ड हैडली (86 टेस्ट) और शेन वार्न (145 टेस्ट) ने अपने ऐसे 8 अवार्ड के लिए अश्विन से कहीं ज्यादा टेस्ट खेले।

कितनी हैरानी की बात है कि इतना सब होने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन में अश्विन का नाम होने की कोई गारंटी नहीं।

  • चरनपाल सिंह सोबती

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *