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जब आईपीएल 2022 में रन और विकेट के लिए जूझ रहे रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह की चर्चा हो रही थी तो खबर आई कि विजडन क्रिकेटर्स अलमैनेक 2022 ने इन दोनों को ‘5 क्रिकेटर्स ऑफ़ द ईयर’ में शामिल किया है। मजेदार संयोग सिर्फ ये नहीं कि दोनों शायद अपना सबसे ख़राब आईपीएल सीजन खेल रहे हैं (25 अप्रैल 2022 तक : रोहित शर्मा- 8 पारी में 153 रन 20 से भी कम औसत और 130 से भी कम स्ट्राइक रेट से और जसप्रीत बुमराह- 8 मैच में 5 विकेट 7.50 से भी ज्यादा के इकॉनमी रेट से) दोनों टीम इंडिया में ही नहीं, एक ही आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के लिए खेल रहे हैं। इस रिपोर्ट के लिखने तक मुंबई इंडियंस के अपने पहले सभी 8 मैच हारने में इन दोनों की खराब फार्म का बराबर योगदान है। 
बहरहाल विजडन का चयन मौजूदा फार्म से प्रभावित नहीं होता- विजडन 2022 में, 2021 के रिकॉर्ड को ध्यान में रखा है और विजडन ने उस मामले में इनकी तारीफ़ में कोई कंजूसी नहीं की। और भी मजेदार बात ये कि विजडन के जो रूट को ‘लीडिंग क्रिकेटर ऑफ़ द वर्ल्ड’ चुनने की खबर भी उस वक्त आई जबकि इंग्लैंड की लगातार टेस्ट नाकामयाबियों के चलते रुट ने  अभी-अभी इंग्लैंड के कप्तान के तौर पर इस्तीफा दिया था। खैर आजकल जिस तेजी से क्रिकेट खेली जा रही है- उसमें इस तरह की विसंगतियों का होना कोई हैरानी की बात नहीं है।  
क्रिकेट बदल गई, समय बदल गया पर विजडन के कई परंपराओं को निभाने का सिलसिला अभी भी जारी है। 5 क्रिकेटर्स ऑफ़ द ईयर अभी भी विजडन के संपादक अपनी पसंद से चुनते हैं – इस बार लॉरेंस बूथ ने इन्हें चुना। अभी भी, जिसे एक बार ये सम्मान दे दिया हो- उसे फिर से नहीं चुनते। इस अवार्ड की परंपरा 1889 से पहले की है यानि कि, क्रिकेट का सबसे पुराना व्यक्तिगत अवार्ड। मजे की बात ये है कि अवार्ड विजेता को कोई ट्रॉफी/ कैप नहीं मिलती पर इसका महत्व इतना कि क्रिकेटर के प्रोफाइल में ख़ास तौर पर विजडन के इस सम्मान का जिक्र होता है। भले ही सुनील गावस्कर इस ‘महत्व’ की आलोचना करें पर क्रिकेट की दुनिया में, हर साल इंग्लिश क्रिकेट सीजन शुरू होने के समय, इस वार्षिकांक में शामिल किए नाम को जानने का बेसब्री से इन्तजार किया जाता है।  
देखिए विजडन ने भारत के इन दोनों खिलाडियों के बारे में क्या लिखा :
रोहित शर्मा : भारतीय ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा इंग्लैंड पर अपनी टीम की सीरीज में 2-1 की बढ़त का आधार थे और बैट से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लॉर्ड्स में, मुश्किल परिस्थितियों में शानदार 83 रन बनाए और द ओवल में, उनके शानदार 127 ने भारत को 99 रन से पहली पारी पीछे रहने के बाद, वापसी में मदद की। उनके सीरीज में  368 रन… उनके किसी भी साथी से ज्यादा थे। 
जसप्रीत बुमराह :  पिछली समर में भारत की दो टेस्ट जीत के स्टार थे। लॉर्ड्स में आख़िरी दोपहर को 33 रन देकर तीन विकेट लिए। ओली पोप और जॉनी बेयरस्टो को लगातार ओवरों में रोमांचक गेंदबाजी पर आउट कर अपनी टीम को ओवल में जीत के रास्ते पर डाला। अगर ट्रेंट ब्रिज में पहले टेस्ट के आखिरी दिन बारिश नहीं होती, तो उनके 9 विकेटों से भारत टेस्ट जीत सकता था। कुल मिलाकर- चार टेस्ट में 18 विकेट और कुछ अप्रत्याशित और महत्वपूर्ण टेलेंड रन भी बनाए। 
भारत के लिए 2021 बड़ा गजब का टेस्ट साल रहा। ऑस्ट्रेलिया में रोमांचक सीरीज जीत के बाद, इस साल में जुलाई में खत्म होने वाली टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड पर 2-1 की बढ़त लेने के लिए लॉर्ड्स और ओवल में जीत हासिल की। अपनी पिचों पर इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को हराया। जिस एक बात ने कलंक लगाया वह थी न्यूजीलैंड से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार।  उसके बाद दक्षिण अफ्रीका में सेंचुरियन में बढ़त लेने के बाद सीरीज में 2-1 से हार। एक और बड़ी निराशा यूएई में टी20 वर्ल्ड कप में प्रदर्शन था। फिर भी कुल मिलाकर, विजडन ने इसे एक यादगार साल गिना।  
अन्य तीन ‘क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर’ न्यूजीलैंड के डेवोन कॉनवे, इंग्लैंड के ओली रॉबिन्सन और दक्षिण अफ्रीकी महिला टीम की डेन वैन नीकेर्क हैं।  
रूट की कप्तानी के लिए विजडन ने भी आलोचना की लेकिन उनकी शानदार बल्लेबाजी को सराहा- रूट ने एक कैलेंडर साल में सर्वकालिक सबसे बेहतर प्रदर्शन में से एक किया और  1,708 रन बनाए (6 शतक के साथ)- इससे ज्यादा रन सिर्फ 2006 में मोहम्मद यूसुफ और 1976 में विव रिचर्ड्स ने बनाए।  
पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान को ‘लीडिंग ट्वंटी 20 क्रिकेटर इन द वर्ल्ड’ नामित किया- 20 ओवरों के मैचों में 56 की औसत से 2,036 रन का विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए। उनमें से, 1,326 (एक और रिकॉर्ड) इंटरनेशनल मैचों में बने- जिसमें वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में 52 गेंदों में 67 रन शामिल थे। ख़ास बात ये कि ये स्कोर अस्पताल में दो रात बिताने के बाद बनाया।  
विजडन की हमेशा से ये खूबी रही है कि सामयिक विषय पर आंख नहीं मूंदते- इसीलिए अगर इंग्लैंड की टेस्ट में सफलता की कमी का जिक्र किया है तो यॉर्कशायर में पाकिस्तानी मूल के स्पिनर अजीम रफीक द्वारा झेले नस्लवाद के खुलासे का भी जिक्र किया है।

एक और अजीब संयोग ये है कि इन दिनों युद्ध की मार झेल रहे यूक्रेन का भी विजडन में जिक्र है- राजनीतिक मसले के लिए नहीं, ‘क्रिकेट राउंड द वर्ल्ड’ सेक्शन में यूक्रेन में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने के लिए हरदीप सिंह की कोशिशों के जिक्र के लिए। वे खार्किव में यूक्रेन के पहले ‘सही’ क्रिकेट ग्राउंड को बनाने की कोशिशों में लगे थे कि तभी युद्ध के बादल छाने लगे।  इस समय कोई नहीं जानता कि राष्ट्रपति पुतिन की फौज ने पिच को बख्शा है या नहीं? 
क्रिकेट बाइबिल के तौर पर मशहूर विजडन का ये अंक, एक और नजरिए से ऐतिहासिक कहा जाएगा। विजडन ने अपनी परम्परा को तोड़ा। अगर फर्स्ट क्लास क्रिकेट के रिकॉर्ड के लिए विजडन पर सालों से भरोसा करते आए है तो ध्यान रखिएगा कि कई रिकॉर्ड बदल दिए गए हैं। डब्ल्यूजी ग्रेस के फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड में रन की गिनती 54,896 से घटकर 54,211 हो गई।  उनके विकेटों की गिनती 2,876 से 2,809 हो गई। जैक हॉब्स के शतक 197 से 199 कर दिए। और भी कई बदलाव हैं।  
– चरनपाल सिंह सोबती 

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