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बिलकुल नई खबर ये है कि स्कॉटलैंड के खब्बू स्पिनर मार्क वॉट ने विराट कोहली को चेतावनी दी है- कहा है कि भारत के कप्तान के लिए उनके पास कोई ख़ास स्कीम है। ये चेतावनी उस वॉट ने दी जिसने क्वालीफायर में सिर्फ तीन विकेट लिए। हो सकता है आप इसे वॉट का घमंड कहें पर स्कॉट क्रिकेट में इसे आत्मविश्वास कहा जा रहा है और इसकी वजह गलत नहीं- जिस टीम ने टी 20 वर्ल्ड कप क्रिकेट में अपना अब तक का सबसे कामयाब सफर तय कर लिया हो, उसे कुछ बेहतर जरूर दिखाई देगा।

यहां इरादा इस टी 20 वर्ल्ड कप के पहले राउंड में स्कॉटलैंड के मैचों की चर्चा नहीं- ये देखना है कि सुपर 12 के लिए क्वालीफाई करना स्कॉटलैंड क्रिकेट के लिए किस तरह का टॉनिक साबित होगा। एक समय था जब उन्हें और आयरलैंड को बराबर गिना जाता था- आयरलैंड ने टेस्ट दर्ज़ा हासिल कर लिया और स्कॉटिश क्रिकेट पीछे रह गई। अब उसी कमी को पूरा करना है।

स्कॉटलैंड ने टी 20 वर्ल्ड कप के सुपर 12 के लिए क्वालीफाई किया अपने तीसरे मैच में मेजबान ओमान को 8 विकेट से हराकर। अपनी लगातार तीसरी जीत दर्ज की और ग्रुप बी में टॉप पर रहे। अपने पिछले मैचों में पापुआ न्यू गिनी को 17 रन से और टेस्ट टीम बांग्लादेश को 6 रन से हरा दिया था- इस तरह अविजित रहे और 6 पॉइंट के साथ अपना ग्रुप मुकाबला ख़त्म किया। इस ग्रुप से उन के अलावा, बांग्लादेश ने 4 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर रहते हुए सुपर 12 के लिए क्वालीफाई किया। इस तरह :

  • स्कॉटलैंड ने पहली बार टी 20 वर्ल्ड कप सुपर 12 के लिए क्वालीफाई किया।
  • 2021 का टूर्नामेंट ऐसा चौथा टी 20 वर्ल्ड कप है जिसमें उन्होंने हिस्सा लिया।
  • वे 2007 के पहले टूर्नामेंट में 12 टीम में से एक थे। पहले राउंड में ग्रुप में सबसे नीचे रहे- इसी ग्रुप में भारत और पाकिस्तान भी थे।
  • इसके बाद इंग्लैंड में 2009 वर्ल्ड कप- पहले राउंड में दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड ने उन्हें बाहर कर दिया।
  • अगले तीन टी 20 वर्ल्ड कप से बाहर रहे।
  • 2016 में ग्रुप राउंड में वापसी- प्रेस्टन मॉम्सन की टीम ने सुपर 12 के लिए क्वालीफाई करने में नाकामयाब होने से पहले हांगकांग पर, टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत दर्ज़ की- ग्रुप में तीसरे नंबर पर रहे।
  • 2019 में आईसीसी क्वालीफायर टूर्नामेंट में नंबर 5 और इस नाते इस बार के ग्रुप राउंड के लिए क्वालीफाई किया।
  • इस बार सुपर 12 के लिए क्वालिफिकेशन ने स्कॉटलैंड को 2009 में आयरलैंड (2017 से टेस्ट टीम), 2016 में अफगानिस्तान (2017 से टेस्ट टीम) और 2014 में नीदरलैंड के बाद चौथा एसोसिएट सदस्य देश बना दिया जो टी 20 वर्ल्ड कप के दूसरे दौर में पहुंचे।

जहां एक तरफ,उनकी इस कामयाबी में नई टीमों पापुआ न्यू गिनी और मेजबान ओमान की निराशा छिपी है पर अब स्कॉट्लैंडके पास मौका है क्रिकेट में आगे बढ़ने का। स्कॉटलैंड वाले ठीक कहते हैं- उनके पास प्रतिभाशाली क्रिकेटर नहीं हैं, प्रतिभाशाली क्रिकेटरों का एक ग्रुप है जो मिलकर जीत के लिए खेलते हैं।

अब अफगानिस्तान, भारत, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान जैसी टीम के विरुद्ध स्कॉटलैंड टीम खेलेगी ग्रुप 1 में । जॉर्ज मुन्से, कोएट्जर, रिची बेरिंग्टन और जोश डेवी को राशिद खान, विराट कोहली, केन विलियमसन और बाबर आजम जैसे वर्ल्ड क्लास क्रिकेटरों के विरुद्ध खेलने और उनसे बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा।

1994 में आईसीसी की एसोसिएट मेम्बरशिप मिलने के बाद से यह इस टीम के लिए सबसे यादगार क्षण है और आप यह नहीं कह सकते कि वे इसके लायक नहीं हैं। वे जानते हैं आगे की चुनौती के बारे में पर डर नहीं रहे। सीधे क्वालीफायर अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड, भारत और पाकिस्तान अगले राउंड में उनका इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कप्तान काइल कोएट्जर का कहना है कि उनके जोशीले क्रिकेटर इस चुनौती का मजा ले रहे हैं-‘जहां तक मुझे मालूम है, हम एक मजबूत और मुश्किल ग्रुप में हैं। हम इस उम्मीद और विश्वास से हर मैच खेलेंगे कि हम और मैच जीत सकते हैं।’

स्कॉटलैंड में क्रिकेट का स्वरुप कुछ पेचीदा है। आख़िरी गिनती के मुताबिक़ स्कॉटलैंड में लगभग 17 हज़ार लोग क्रिकेट खेलते हैं। गर्मियों में खेलते हैं और क्रिकेट के लिए बहुत दूर देखने की जरूरत नहीं- हर जगह क्रिकेट दिखाई देगी। फिर भी इसे ‘स्कॉटिश खेल’ नहीं कहते जो बड़ी अजीब बात है। इसे कुछ हद तक एक इंग्लिश खेल के तौर पर वहां देखते हैं। जब पहली बार इंग्लैंड को हराया था तो ये कितनी बड़ी बात थी- इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस खबर को इंग्लैंड में हर बड़ी अखबार ने फ्रंट पेज कवरेज दिया था, न्यूज़ चैनलों पर इसी खबर की ही बात थी। वह भी बड़ा मौका था स्कॉट क्रिकेट के लिए लेकिन द ग्रेंज में उस दिन की जीत के बाद से तीन सालों में, खेलने के बहुत कम मौके मिले :

  • यूरो टी 20 स्लैम ( ऐसा स्टार फ्रैंचाइज़ी टूर्नामेंट जो स्कॉटलैंड, आयरलैंड और नीदरलैंड में होना था) कभी शुरू ही नहीं हो पाया।
  • 2019 में 10-टीम के वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करने से चूक गए।
  • बाकी की कमी कोविड ने पूरी कर दी।

कोई अंदाज़ा भी नहीं लगा सकता कि स्कॉटलैंड की यह टीम कितनी अच्छी है :

  • टूर्नामेंट में जोश डेवी से ज्यादा विकेट सिर्फ शाकिब अल हसन ने लिए- 8 विकेट 5.82 के इकॉनमी रेट के साथ 8.37 औसत पर।
  • क्रॉस और वॉट एडिनबरा में हेरियट्स क्रिकेट क्लब टीम में साथ खेलते हैं। वॉट हेरियट्स टीम के कप्तान हैं- इसी क्लब ने 2021 ईस्टर्न प्रीमियर लीग जीती थी।
  • जॉर्ज मुन्से- इस साल इंग्लिश समर में कैंट के लिए खेले। अपने खाली समय में अपने क्लब रॉयल हाई कॉर्स्टोर्फिन में पिच बनाने और कोचिंग सेशन आयोजित करते देखे गए ।
  • जॉर्ज मुन्से का टी 20 इंटरनेशनल रिकॉर्ड : 46 मैच में 1182 रन 151.34 स्ट्राइक रेट से- कम से कम 1000 रन बनाने वालों में सिर्फ 4 बल्लेबाज़ का स्ट्राइक रेट उनसे बेहतर।
  • कैलम मैकलियड के नाम विव रिचर्ड्स, तिलकरत्ने दिलशान, जेसन रॉय, ब्रायन लारा और मार्टिन गुप्टिल की तरह वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट में 150 के तीन स्कोर हैं।
  • ब्रैड व्हील इस साल ‘द हंड्रेड’ के ब्रेकआउट खिलाड़ियों में से एक थे।
  • जोश डेवी इंग्लैंड की सबसे बेहतर काउंटी टीमों में से एक के फ्रंट लाइन गेंदबाज हैं।
  • वाट सबसे असरदार वाइट-बॉल फिंगर स्पिनरों में से एक हैं।

अब ये तो समय बताएगा कि स्कॉटलैंड ने इस कामयाबी का कितना फ़ायदाउठाया?
नोट : सभी रिकॉर्ड 21 अक्टूबर के मैचों तक।

  • चरनपाल सिंह सोबती

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