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अब तक जो अनुमान लगाया जा रहा था- उसकी सच्चाई सामने लाने की प्रक्रिया की ऑफिशियल शुरुआत हो गई है। बीसीसीआई ने 2023 से शुरू होने वाले पांच साल के दौर के लिए आईपीएल मीडिया अधिकार की बिक्री का टेंडर जारी कर दिया है। बोर्ड आईपीएल को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहता है और आज की भाषा में इसका पैमाना है मीडिया अधिकार कॉन्ट्रैक्ट। लक्ष्य है इस बिक्री से ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना और इसीलिए, पूरा दिमाग लगाकर, टेंडर की शर्तें लिखी हैं। क्या हैं ख़ास बातें जो टेंडर डॉक्यूमेंट में लिखी हैं :
 *  पहली बार आईपीएल मीडिया अधिकार विजेता ई-नीलामी से पता चलेंगे जो 12 जून से होगी और कम से कम दो दिनों तक चलने की उम्मीद। आईपीएल में ई- नीलामी पहली बार पर बीसीसीआई ने 2018 में भारत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के अधिकार भी ई-नीलामी से बेचे थे। .*  टेंडर डॉक्यूमेंट की कीमत 25 लाख रुपये+टैक्स और इसकी वापसी नहीं होगी।  
*  अलग-अलग ब्रॉडकास्टर या कॉर्पोरेट मिलकर (कंसोर्शियम बनाकर) बोली नहीं लगा सकते। उदाहरण : सोनी और ज़ी का मर्जर हो रहा है- तब भी ये मिलकर बोली नहीं लगा सकते क्योंकि कंसोर्टियम की इजाजत नहीं- अलग-अलग बोली लगाएंगे। *  मीडिया अधिकार की बिक्री का मतलब चार अलग-अलग पैकेज और हर पैकेज अलग से खरीदना होगा। पैकेज (कम से कम कीमत) :
A . टेलीविजन अधिकार  : 49 करोड़ रुपये प्रति मैच। 
B. डिजिटल अधिकार : 33 करोड़ रुपये प्रति मैच।  
C. 18 नॉन-एक्सक्लूसिव गेम्स : जैसे उद्घाटन मैच, चार प्ले-ऑफ और डबल हेडर के रात के मैच- 16 करोड़ रुपये प्रति मैच। ये सिर्फ ओटीटी के लिए रिजर्व।D. बाकी विश्व अधिकार : भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर के बाजार के लिए टीवी और डिजिटल दोनों- 3 करोड़ रुपये प्रति मैच।
*  कोई भी, एक या कई पैकेज के लिए बोली लगा सकता है।
अब ये सवाल जरूर आपके मन में होगा कि अगर बड़ी कीमत लगाकर एक पैकेज के विजेता बन गए तो ई-नीलामी किस बात की? यही बीसीसीआई का विजेता मालूम होने के बाद भी और ज्यादा पैसा वसूलने का तरीका है। विजेता होकर भी, कोई पैकेज मिलने की गारंटी नहीं- उससे भी ज्यादा पैसा देकर इस पैकेज को छीना जा सकता है ठीक वैसे, जैसे बड़ी मछली खा लेती है छोटी मछली को। देखिए सिस्टम क्या बना :
–  सबसे पहले टेंडर डॉक्यूमेंट में भरी सबसे बड़ी रकम के आधार पर हर पैकेज के विजेता का नाम घोषित। –  अगर टेलीविजन और डिजिटल अधिकार विजेता अलग-अलग तो ई-बोली टीवी अधिकार जीतने वाले को ओटीटी अधिकार भी लेने का मौका देगी।  –  अगर डिजिटल और 18 नॉन-एक्सक्लूसिव गेम्स अधिकार विजेता अलग-अलग तो ई-बोली ओटीटी अधिकार जीतने वाले को 18 नॉन-एक्सक्लूसिव गेम्स अधिकार भी लेने का मौका देगी। –  इसी तरह पैकेज C का विजेता, पैकेज D के अधिकार हासिल कर सकता है।   इतना ही नहीं, इसका मतलब ये भी निकलता है कि ई-बोली से एक ही कंपनी, सभी पैकेज के अधिकार खरीद लेगी पर हर पैकेज की कीमत अलग-अलग होगी। क्या आपको याद है कि पिछली बार क्या हुआ था? सोनी की टीवी अधिकार के लिए बोली (सिर्फ भारतीय उपमहाद्वीप के लिए 11,050 करोड़ रुपये), स्टार से ज्यादा थी और इसी तरह फेसबुक की डिजिटल बोली (सिर्फ भारतीय उपमहाद्वीप के लिए 3900 करोड़ रुपये) हॉटस्टार से ज्यादा थी लेकिन स्टार ने एक ही बड़ी बोली से दोनों हासिल कर लिए। अगर तब बोर्ड, अब की तरह,अलग-अलग अधिकार बेचता तो जो पैसा स्टार से मिला- उससे भी ज्यादा मिलता। इसीलिए इस बार अलग-अलग पैकेज बेच रहे हैं। एक बोली पर सभी पैकेज एक साथ नहीं मिलेंगे।  
टेंडर का ये तरीका इस ब्रॉडकास्ट बाजार के छोटे खिलाड़ियों को भी मौका तो देगा पर इस बात की कोई गारंटी नहीं कि मेहनत के बाद भी वास्तव में उन्हें अधिकार मिलेंगे! जैसे पैकेज में दिलचस्पी- वैसा ले लो।  

क्या आपको ऐसा नहीं लगता कि ये सारा तरीका बड़ा जटिल कर दिया है? बहरहाल बीसीसीआई की नज़र सीधे बड़ी रकम पर है।  
2008 में शुरुआत के बाद आईपीएल का ये 15 वां साल है। अब तक सिर्फ स्टार इंडिया और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने आईपीएल मीडिया अधिकार का इस्तेमाल किया है। सोनी- 10 साल जबकि स्टार 5 साल। सोनी ने 8200 करोड़ रुपये और स्टार ने 16,347.5 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट किया। इस बार बीसीसीआई ने आईपीएल मीडिया अधिकारों के लिए लगभग 33,000 करोड़ रुपये (ठीक 32,890 करोड़ रुपये) की कम से कम कीमत तय की है। ये रकम कैसे बनी? देखिए :
*  पैकेज A  : एक मैच 49 करोड़ रुपये। पांच सीजन में 370 मैच (74 X 5) और रकम बनी 18,130 करोड़ रुपये।*  पैकेज B : एक मैच 33 करोड़ रुपये। पांच सीजन में 370 मैच और रकम बनी 12,210 करोड़ रुपये।
*  पैकेज C ; एक मैच 16 करोड़ रुपये। पांच सीजन में 90 मैच और रकम बनी 1440 करोड़ रुपये। 
*  पैकेज D : एक मैच 3 करोड़ रुपये।  पांच सीजन में 370 मैच और रकम बनी 1110 करोड़ रुपये। 

इस तरह 2023 से 2027 तक पांच सीजन की कम से कम कीमत 32890 करोड़ रुपये बनी। यह स्टार इंडिया ने 2017-22 के मीडिया अधिकार  के लिए जो 16347.5 करोड़ दिए उससे लगभग दोगुना है। बीसीसीआई को जैकपॉट मिलने की उम्मीद है- कितने का?
– चरनपाल सिंह सोबती 

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