आईपीएल में नई टीम लखनऊ सुपर जायंट्स का थिंक टैंक, अगर पहले दिन से, लोकेश राहुल को टीम में लेने के अपने इरादे के लिए, अपनी पीठ थपथपाना चाहता है तो उन्हें इसका हक़ है। उनका ये फैसला टीम के लिए मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ- टीम पहले ही सीजन में प्ले ऑफ खेलने के कगार पर और लोकेश राहुल खुद 12 मैच में 2 सेंचुरी के साथ 459 रन पर। विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ना उनका इरादा नहीं पर सीजन ख़त्म होते -होते अगर जोस बटलर के साथ उनकी ऑरेंज कैप की रेस रोमांचक मोड़ पर हो तो कोई हैरानी नहीं होगी। लोकेश टीम के लिए मिसाल बनकर खेले और नतीजा सामने है।
मुंबई इंडियंस के विरुद्ध 62 गेंदों में 103* रन का व्यक्तिगत योगदान जबकि टीम ने 168 रन बनाए- इसका मतलब है अकेले राहुल ने 61% से ज्यादा का योगदान दिया। इस गिनती को देखते हुए, कोई भी कह सकता है कि लोकेश ने लखनऊ के लिए अकेले दम पर जीत हासिल की- वास्तव में ‘सुपर जाइंट’ प्रदर्शन। ऐसा नहीं कि पिच पर आते ही ताबड़-तोड़ स्ट्रोक लगाने शुरू कर दिए। पिच पर टिके और यूं खेले मानो अटैक की तैयारी हो। दूसरे सिरे पर विकेट गिरे लेकिन लोकेश राहुल ने रन बनाने का सिलसिला जारी रखा। उनकी शानदार फार्म का टीम को बिल्कुल सही फायदा मिला।
मुंबई इंडियंस के विरुद्ध दो मैच : दोनों में टॉस हारने के बाद 103* का स्कोर (क्रमशः 60 और 62 गेंदों पर) और दोनों मैच में स्कोर का बचाव करने के बाद जीत, दो प्लेयर-ऑफ-द-मैच अवार्ड। स्मार्ट स्टैट्स में इन पारी को 115.59 और 167.97 का वैल्यू पॉइंट दिया गया।
पहले मैच में (ब्रेबोर्न स्टेडियम) : लोकेश राहुल के 103* और टीम स्कोर 199 रन। राहुल के 171.7 स्ट्राइक रेट की तुलना में टीम के बाकी बल्लेबाज ने मिलकर बची 60 गेंदों में 146.7 के स्ट्राइक रेट से 88 रन बनाए। मुंबई इंडियंस- 181 रन और 18 रन से पीछे रह गए। पूरे मैच में राहुल के अलावा अन्य बल्लेबाजों ने 180 गेंदों पर 141.1 के स्ट्राइक रेट से 254 रन बनाए।इसका मतलब है राहुल का स्ट्राइक रेट मैच में बाकी सभी बल्लेबाजों का लगभग 1.2 गुना था।
दूसरे मैच में (वानखेड़े स्टेडियम) : इस बार रन तो 103 ही पर दो गेंदें ज्यादा लीं। लखनऊ सुपर जायंट्स के बाकी बल्लेबाजों ने दूसरी तरफ 58 गेंदों (अतिरिक्त को छोड़कर) में 98.3 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 57 रन बनाए। मैच में, जिस एकमात्र अन्य बल्लेबाज ने 130+ स्ट्राइक रेट दर्ज किया वे तिलक वर्मा (27 गेंद में 38- 140.7 का स्ट्राइक रेट) थे।
ये विश्लेषण अपने आप बता देता है कि लोकेश राहुल की ये दोनों सेंचुरी कितनी ख़ास थीं और पूरी मैच में कोई उनके करीब नहीं था। लोकेश राहुल की इन पारियों को देखकर ही सुनील गावस्कर ने कहा कि यह एक संदेश है कि किसी को जल्दी स्कोर करने के लिए फिजूल शॉट्स लगाने की जरूरत नहीं है। गावस्कर ने कहा- ‘सबसे अच्छी बात यह कि उनके क्रिकेट शॉट्स में कोई भी एग्रीकल्चर शॉट नहीं- हर शॉट टेक्सट बुक स्ट्रोक है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने भी तारीफ़ की और दावा किया कि उनकी बल्लेबाजी इस ताबड़-तोड़ बल्लेबाजी के दौर में ताजी हवा की तरह है- ‘ वास्तव में 360 डिग्री बल्लेबाज। मेरा मतलब है, आप टीवी पर उसे पूरे दिन बल्लेबाजी करते देख सकते हैं।’
आईपीएल 2022 में 14 मई तक ऑरेंज कैप स्टैंडिंग में दूसरे नंबर पर- 12 मैचों में 459 रन के साथ, जो 45.90 के औसत और 140.36 के स्ट्राइक रेट से बनाए। इस बीच, मौजूदा सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में जोस बटलर टॉप पर जिन्होंने 56.81 के औसत और 149.88 के स्ट्राइक रेट से 625 रन बनाए हैं, जिसमें तीन शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। वैसे अपने पिछले दोनों मैच में इन दोनों का बैट, इनकी फार्म को देखते हुए ठंड़ा रहा और अब किसी नए कमाल का इन्तजार है।
लखनऊ सुपर जायंट्स ने केएल राहुल- आधुनिक युग के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक को ड्राफ्ट के जरिए बोर्ड में चुना और कप्तान बनाया। राहुल, जो पिछले सीजन में पंजाब किंग्स के कप्तान थे, खिलाड़ियों के एक नए सेट के साथ इस सीजन के फेवरिट में से नहीं थे पर खुद मिसाल बने और नतीजा सामने है।
केएल राहुल के नाम पर 3200 से अधिक आईपीएल रन हैं और पिछले चार सीज़न में उनकी रन-टैली : 626, 670, 593 और 659 इस बात का सबूत है कि प्रदर्शन में स्थिरता है ।स्टाइलिश, जोरदार हिटर और आईपीएल में एक भारतीय बल्लेबाज के सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड उनके नाम है। इस सीजन ने उनके प्रोफाइल को और बेहतर बनाया।
– चरनपाल सिंह सोबती