इंग्लैंड का दावा है उन्होंने टेस्ट, वन डे और टी 20 क्रिकेट की शुरुआत की। अब वे एक और नया फॉर्मेट ला रहे हैं- 100-बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट और इसी से नाम मिला ‘द हंड्रेड’ का। 21 जुलाई से पहले टूर्नामेंट में महिला और पुरुष के टूर्नामेंट में 8 टीम मुकाबला करेंगी- हर टीम में 15 खिलाड़ी तथा कई ऐसी प्लेइंग कंडीशंस जो क्रिकेट की कई परंपरा तोड़ेंगी जैसे कि मैच ओवर की गिनती का नहीं, गेंद की गिनती का होगा और इसीलिए पारम्परिक ‘ओवर’ भी नज़र नहीं आएँगे।
टीम का नाम : ये सिटी के आधार पर बनी टीम हैं :
• बर्मिंघम फीनिक्स (एजबेस्टन)
• लंदन स्पिरिट (लॉर्ड्स)
• मैनचेस्टर ओरिजिनल्स (ओल्ड ट्रैफर्ड)
• नारदर्न सुपरचारजर्स (लीड्स)
• ओवल इंविंसीबल्स (ओवल)
• सदर्न ब्रेव (एजेस बाउल)
• ट्रेंट रॉकेटस (ट्रेंट ब्रिज)
• वेल्श फायर (कार्डिफ)
फॉर्मेट : 100 गेंद 5 या 10 के सेट में फेंकी जा सकती हैं – 10 गेंद के स्पैल के बीच में गेंदबाज़ बदल सकते हैं और एक गेंदबाज अधिकतम 20 गेंद फेंकेगा। फील्डिंग करते समय, टीमों को 150 सेकंड का स्ट्रेटेजिक टाइम आउट, पारी की पहली 25 गेंद में पावरप्ले जिसमें सिर्फ 2 फील्डर 30-यार्ड सर्कल के बाहर।
सभी 8 टीमे एक-दूसरे का सामना एक बार करेंगी और पहले सीजन में कुल 32 मैच। हर टीम चार ‘होम’ और चार ‘अवे’ मैच खेलेगी। लीग मैचों के बाद टॉप तीन टीमें प्लेऑफ़ में मुकाबला करेंगी चैंपियन का फैसला करने के लिए। नंबर 2 और 3 टीम सेमीफाइनल खेलेंगी, जो ओवल में होगा। सेमीफाइनल का विजेता लॉर्ड्स में फाइनल में, लीग में टॉप पर रहने वाली टीम से भिड़ेगा चैंपियन बनने के लिए।
और भी देखिए :
- ‘ओवर’ नहीं होंगे- हर चर्चा में सिर्फ गेंद की बात होगी। इसीलिए अंपायर डिलीवरी के सेट के आखिर में ‘ओवर’ की जगह ‘फाइव’ कहेंगे, और सिरों के बदलाव के लिए 50 सेकंड का अनिवार्य ब्रेक। ये भी हो सकता है कि पांच गेंद के पहले सेट के आखिर में अंपायर एक सफेद कार्ड दिखाएं।
- 20-ओवर और 100-गेंद के मैच के बीच अंतर के बावजूद, सभी आंकड़े मौजूदा टी20 डेटा में जोड़े जाएंगे। इससे कैसा घोटाला होगा इस बारे में कुछ नहीं सोचा गया।
- कोई टीम ओवर रेट में पीछे तो पेनल्टी की शुरूआत से फील्डिंग सर्कल के बाहर एक कम खिलाड़ी के साथ फील्डिंग।
- नॉन-स्ट्राइकर को कैच आउट होने के बाद अपने मूल छोर पर लौटना होगा, भले ही दूसरे बल्लेबाज को क्रॉस किया हो।
- टॉस फील्ड में नहीं होगा- डीजे की स्टेज पर।
- एक नया डकवर्थ-लुईस-स्टर्न सिस्टम लागू, जो ओवरों के बजाय गेंदों के हिसाब से गिनती करेगा- बारिश से प्रभावित मैचों के लिए।
- ‘बल्लेबाज’ के बजाय ‘बैटर’ का इस्तेमाल किया जाएगा। ‘विकेट’ को ‘आउट’ में बदल रहे थे पर अभी ऐसा नहीं कर रहे।
- इंग्लैंड में घरेलू क्रिकेट में पहली बार डीआरएस लागू और एक ‘स्मार्ट रिप्ले सिस्टम’ के साथ थर्ड अंपायर नो बॉल का फैसला देंगे।
शेड्यूल : तय तो ये था कि पहला सीजन 17 जुलाई से 16 अगस्त 2020 के बीच यूके के सात शहरों में खेलेंगे पर कोविड के कारण शुरुआत इस साल से हो रही है- 21 जुलाई से 21अगस्त तक। लगभग सभी मैच एक दिन में एक ही जगह बैक-टू-बैक डबल-हेडर के तौर पर- एक टिकट से पुरुष और महिला दोनों मैच देखो।
फीस : अलग अलग पर तय फीस- आईपीएल की तरह से नहीं कि ऑक्शन में हर सीमा पार हो जाए। पुरुष खिलाड़ियों को : £125,000, £100,000, £75,000, £60,000, £50,000, £40,000 और £30,000 – कप्तान के लिए £10,000 का बोनस।
प्राइज मनी : पुरुष और महिला टूर्नामेंट में बराबर।
इसकी जरूरत क्या थी? : बेहद लोकप्रिय और पैसे के नज़रिए से कामयाब आईपीएल जैसे एक नए शहर-आधारित क्रिकेट ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट का प्रस्ताव पहली बार सितंबर 2016 में ईसीबी के सामने आया। सभी 18 फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने वाले काउंटी क्लब से बात की और इसे 16-3 की वोटिंग से मंजूरी मिल गई पर ये कहा गया कि कुछ नया करो। इंग्लैंड की छटपटाहट किसी से छिपी नहीं- उन्हें आज तक इस बात का अफ़सोस है कि टी20 लाए पर इसे पेटेंट नहीं कराया और आज दुनिया के कई देश इसमें उनसे बहुत आगे निकल चुके हैं।
तब द हंड्रेड की बात आई- हमारा अपना कुछ अनोखा और साथ में बहुत सारा पैसा। 26 अप्रैल 2017 को, ईसीबी ने 38-3 से नए टूर्नामेंट को मंजूरी दे दी। हर पारंपरिक फर्स्ट क्लास क्रिकेट काउंटी को उनके समर्थन के बदले हर साल कम से कम £1.3 मिलियन आमदनी की गारंटी के साथ। एसेक्स, मिडलसेक्स और केंट ने विरोध में वोट दिया- अलग अलग वजह बताकर।
फॉर्मेट को कामयाब हो चुके ट्वेंटी 20 से पूरी तरह अलग क्रिकेट में बदलने का प्रस्ताव पहली बार ईसीबी के चीफ कामर्शियल ऑफिसर संजय पटेल ने अक्टूबर 2017 की एक अलग मीटिंग में रखा। इसे पसंद किया गया। 19 अप्रैल 2018 को, ईसीबी ने पहली बार देश के क्रिकेट क्लब को इसके बारे में बताया और तब से आज तक इस फॉर्मेट पर बहस चलती आ रही है।
खिलाड़ी भी अलग नहीं। आम तौर पर जो रूट, इयोन मोर्गन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे आज के खिलाड़ी इसका समर्थन कर रहे हैं तो माइकल वॉन और माइकल आथर्टन भी साथ हैं। सोशल मीडिया पर बहस ऐसी चली कि 20 अक्टूबर 2019 को प्लेयर ड्राफ्ट के दौरान अलग ट्विटर हैशटैग “#OpposeThe100” बना दिया गया।
ऐसा नहीं है कि सब ठीक हो रहा है – कई विदेशी खिलाड़ी कॉन्ट्रेक्ट लेने के बावजूद खेलने से इंकार करते जा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया की तो कई महिला क्रिकेटर नहीं आ रहीं- अब तो ये राज भी खुल गया है कि इन खिलाड़ियों को £15,000 की फीस के साथ £10,000 और देने की पेशकश की गई- पर ये नहीं आ रहीं। अभी तक उनकी सिर्फ एलिसे पेरी के खेलने के आसार बने हुए हैं। भारत के नज़रिए से ख़ास बात ये कि पांच महिला खिलाड़ी इस नए टूर्नामेंट में खेलेंगी- शफाली वर्मा (बर्मिंघम फीनिक्स), दीप्ति शर्मा (लंदन स्पिरिट), हरमनप्रीत कौर (मैनचेस्टर ओरिजिनल्स), स्मृति मंधाना (सदर्न ब्रेव) और जेमिमा रोड्रिग्स (नारदर्न सुपरचारजर्स)।
तो एक नई शुरुआत 21 जुलाई को – देखें ये फॉर्मेट क्रिकेट को कहाँ ले जाता है ?
- चरनपाल सिंह सोबती