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बांग्लादेश के विरुद्ध मीरपुर टेस्ट में भारत की सनसनीखेज जीत ने एकदम चर्चा ही बदल दी- बांग्लादेश इतिहास बनाते-बनाते रह गया और श्रेयस-अश्विन की साझेदारी भारत को जीत के लिए 74/7 से 145/7 तक ले गई। टीम के स्कोर में लगभग 49% और किसी कामयाब टेस्ट चेज़ में 8वें या उससे नीचे के विकेट के लिए अब तक का सबसे बड़ा योगदान। इस जीत ने एक नए हीरो से पहचान करा दी- श्रेयस तो एक टॉप बल्लेबाज हैं ही, पहली बार अश्विन की बल्लेबाजी को वह तारीफ़ मिली जो उन्हें मीरपुर से पहले खेले 87 टेस्ट के दौरान भी कई बार मिलनी चाहिए थी।

टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा बार प्लेयर ऑफ द मैच की लिस्ट : 14 – तेंदुलकर (200 टेस्ट), 11 – द्रविड़ (163), 10 – कुंबले (132), 9 – कोहली (104) और  9 – अश्विन (88) इसमें टॉप पर हैं। ध्यान दीजिए किंग कोहली और अश्विन बराबरी पर !

टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द मैच + प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड की लिस्ट : 19 – सचिन तेंदुलकर, 18 – रवि अश्विन, 15 – राहुल द्रविड़ और 14 – अनिल कुंबले इसमें टॉप पर। ध्यान दीजिए- अश्विन ने सिर्फ 88 टेस्ट खेले हैं और सचिन ने 200 टेस्ट।

जो भी नाम इन दोनों लिस्ट में हैं, उनमें से, क्रिकेटर के तौर पर, सब से कम चर्चा अश्विन की हुई। इसलिए लिखा कि इस मीरपुर टेस्ट ने एक नए हीरो से पहचान करा दी।और देखिए : अश्विन के 88 टेस्ट में से 52 टेस्ट जीते और इनमें उनका योगदान 1683 रन, औसत 29.52 तथा 317 विकेट, औसत 19.29 और इन दोनों के बीच 10.23 औसत अंतर- ये विश्व रिकॉर्ड है।  मीरपुर टेस्ट तक अश्विन का रिकॉर्ड : 88 टेस्ट, 126 पारी में 3043 रन 27.41 औसत से और 449 विकेट 24.30 औसत से। अगर अश्विन 20 और टेस्ट खेल गए तो उनके पास 4000 रन और 500 विकेट का डबल करने वाले एकमात्र खिलाड़ी होने का बड़ा अच्छा मौका है। क्या तब उन्हें ‘क्रिकेट पंडित’ एक ऑलराउंडर मान लेंगे?

संयोग से, अश्विन के सनसनीखेज 42* से पहले, उन के एक ऑलराउंड प्रदर्शन की ही चर्चा हो रही थी। इसी टेस्ट के दौरान टेस्ट क्रिकेट में 3000 रन पूरे किए- 400 विकेट पहले ही ले चुके थे और इस तरह 3000 रन और 400 विकेट का डबल बना दिया। हैरानी ये कि इस गजब के ऑलराउंडर डबल को बनाने वालों में से सबसे तेज में एक- तब भी अश्विन को ऑलराउंडर कहने में कंजूसी।

रिचर्ड हैडली के 86 टेस्ट में 431 विकेट (एक समय विश्व रिकॉर्ड), 22.29 औसत, 400 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज और 27.16 औसत से 3124 रन (दो शतक और 15 अर्धशतक) और इस में- 3000 रन और 400 विकेट पूरे किए थे अपने 83 वें टेस्ट में। हैडली लगभग साथ-साथ खेले चार टॉप ऑलराउंडरों में से एक गिने गए- बाकी तीनों यानि कि इमरान खान, कपिल देव और इयान बॉथम की तुलना में हैडली के नाम सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी औसत था, लेकिन साथ-साथ सबसे कम बल्लेबाजी औसत। हैडली के बराबर चर्चा मिली क्या अश्विन को हालांकि 88 टेस्ट में 3043 रन और 449 विकेट का रिकॉर्ड है? पारी की गिनती करें तो टेस्ट क्रिकेट में 100, 150, 200, 250, 300, 350 और 400 विकेट लेने वाले सबसे तेज गेंदबाज में से एक हैं वे।निचले मध्यक्रम के बल्लेबाज- 124 टॉप स्कोर और 5 टेस्ट शतक के बावजूद उन्हें ‘एक बेहतर बल्लेबाज’ मानने में कंजूसी हो जाती है।

शॉन पोलक को टॉप तेज गेंदबाज और ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है। रिकॉर्ड- 108 टेस्ट में 3781 रन और 481 विकेट और इससे में 103 टेस्ट में 3000 रन और 400 विकेट का डबल बनाया था तथा दो शतक बनाए थे। कपिल देव यानि कि वह खिलाड़ी जिन्हें  2002 में विजडन द्वारा सदी का सबसे बेहतर भारतीय क्रिकेटर चुना गया। क्रिकेट के इतिहास में एकमात्र खिलाड़ी जिन्होंने 400 से ज्यादा विकेट लिए (434 विकेट) और 5000 से ज्यादा रन बनाए (5248) जिससे क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान ऑलराउंडरों में से एक बन गए। कुल 131 टेस्ट – इससे में 115 टेस्ट में 3000 रन और 400 विकेट का डबल बनाया था। स्टुअर्ट ब्रॉड ने फ्लिंटॉफ की जगह ली इंग्लैंड टीम में और आम तौर पर ये बात चर्चा में नहीं आती कि अपने पिता की तरह वे शुरू में सलामी बल्लेबाज थे- 159 टेस्ट में 3550 रन और 566 विकेट। इस में 121 टेस्ट में 3000 रन और 400 विकेट का डबल बनाया था।

क्या अब भी ये नहीं मानेंगे कि अश्विन की एक ऑलराउंडर के तौर पर तारीफ़ करने में देरी हो गई और 88 टेस्ट लगा दिए!

  • चरनपाल सिंह सोबती

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