14 फरवरी, 2022 की तारीख बीसीसीआई के इतिहास में ख़ास याद रखी जाएगी- बीसीसीआई ने बैंगलोर में नई नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) बनाने का काम शुरू कर दिया | भूमि पूजन हुआ और अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह समेत बीसीसीआई के कई अधिकारी (ख़ास तौर पर उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, ट्रेजरर अरुण धूमल, संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज और एनसीए चीफ वीवीएस लक्ष्मण) मौजूद थे इस मौके पर।
ये एकेडमी बन रही है उस जमीन पर जो बीसीसीआई को 99 साल की लीज पर मिली। मौजूदा एनसीए 2000 से इसी शहर के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम परिसर से चल रही है। कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए), जो स्टेडियम के मालिक हैं, ने बीसीसीआई को ग्राउंड बी आउटडोर प्रेक्टिस के लिए किराए पर दिया था- साथ में एक इनडोर प्रेक्टिस और एक आधुनिक जिम के लिए अलग जगह भी। नई एकेडमी के एक साल में तैयार होने की उम्मीद है बोर्ड को। तीन ग्राउंड होंगे- इतने बेहतर कि घरेलू ट्रॉफियों के मैच हो सकते हैं। काम का कॉन्ट्रेक्ट भी दे दिया है। एनसीए का 2000 से यहां तक पहुँचने का सफर महज इतनी सी खबर नहीं है। बड़ा लंबा सफर रहा है ये। एनसीए, क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेटर और बीसीसीआई चीफ राज सिंह डूंगरपुर के दिमाग की उपज थी। इसे शुरू तो किया था 2000 में युवा क्रिकेटरों की ट्रेनिंग के लिए- ख़ास तौर पर ऐसे क्रिकेटर जिनके आगे देश के लिए खेलने की उम्मीद हो। शुरू से ही मालूम हो गया था कि जगह कम है- इसीलिए बोर्ड ने जोनल एकेडमी भी शुरू कीं। जगह की इसी कमी के कारण बैंगलोर की मौजूदा एनसीए समय के साथ कोचिंग सेंटर कम, ‘रिहैबिलिटेशन सेंटर’ज्यादा बन गई- चोटिल खिलाड़ी यहां जाते थे या किसी बड़े टूर्नामेंट (जैसे अंडर 19 वर्ल्ड कप, महिला वर्ल्ड कप) की तैयारी के कैंप।
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि नई एकेडमी के लिए जगह लेने में बोर्ड ने सालों खराब कर दिए और तरह-तरह की मुश्किलों को भी झेला। नई जगह लेने का किस्सा 2008 में शुरू हो गया था। जगह ली- पसंद न आने पर उसे छोड़ा। दूसरी जमीन के लिए लगभग 50 करोड़ रुपए भी दे दिए पर वह जमीन भी नहीं मिली। यहां तक कि वह पैसा तो डूबने की बात भी मान ली थी।
अब बहरहाल कर्नाटक सरकार के कर्नाटक इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट बोर्ड के साथ 2013 में एयरपोर्ट के पास 49 एकड़ जमीन खरीदने के लिए लगभग 50 करोड़ रुपए के उस कॉन्ट्रेक्ट की बदौलत ही नई जमीन मिली। पहले 25 एकड़ मिले और उसके बाद 15 एकड़ और लिए। अब 40 एकड़ जमीन पर नई एकेडमी बना रहे हैं।
विश्वास कीजिए शुरू में तो यहां तक भी सोच लिया था कि नई जगह पर एकेडमी बनने के बाद बीसीसीआई के हैड क्वार्टर को भी बैंगलोर ट्रांसफर कर दें। बोर्ड ऑफिस मुंबई में क्रिकेट सेंटर में किराए की जगह पर चलता है। वानखेड़े स्टेडियम मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का है। नई एकेडमी के परिसर में न सिर्फ बोर्ड ऑफिस , 5 स्टार होटल भी बनेगा और मीटिंग के लिए बोर्ड में आने वालों को ठहराने का खर्चा भी बचेगा। जब सीके खन्ना अध्यक्ष थे तो उन्होंने तो इस मुद्दे पर अन्य दूसरी एसोसिएशन से राय भी मांग ली थी। उन्होंने तब बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी की मिसाल दी थी- वे महीने में लगभग 25 दिन यात्रा करते हैं, 5 स्टार होटल में ठहरते हैं और बिल करोड़ों में चला जाता है। ये बात उनकी रिपोर्ट में दर्ज है।
नए कॉम्प्लेक्स में क्या क्या होगा ?
अन्य विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ -साथ :
खिलाड़ियों के क्वार्टर 16,000 वर्ग फुट का जिम 40 प्रेक्टिस पिचें जिनमें से 20 में फ्लड लाइट की सुविधा 243 कमरे एक ओपन-एयर थिएटर एक इनडोर ट्रेनिंग सुविधा क्रिकेटरों के बच्चों के लिए एक क्रच • भारतीय खिलाड़ियों का रिहैब सेंटर स्विमिंग पूल – हर मौसम के लिए • बैंक, फार्मेसी, अस्पताल, कूरियर, सैलून, एटीएम, साइकिलिंग ट्रैक, बास्केटबॉल, टेनिस कोर्ट जैसी सुविधाएं
बोर्ड की चाह है कि एनसीए दुनिया में सबसे बेहतर एकेडमी हो- ब्रिस्बेन में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की एकेडमी से भी बेहतर।
- चरनपाल सिंह सोबती