टेस्ट क्रिकेट में नंबर 8 वेस्टइंडीज पहला टेस्ट हार चुकी है टॉप रैंकिंग टीम ऑस्ट्रेलिया से। इसका मतलब ये नहीं कि इस टेस्ट में ऐसा कुछ नहीं हुआ जिसे वेस्टइंडीज क्रिकेट के नजरिए से याद नहीं रखा जाएगा- इनमें से सबसे ख़ास है पूर्व कप्तान शिवनारायण चंद्रपॉल के बेटे तेजनारायण का डेब्यू।
26 साल के तेजनारायण टेस्ट क्रिकेटर बने शिवनारायण से लगभग 28 साल बाद और जैसा कि होता है- फौरन पिता-बेटे की क्रिकेट की तुलना शुरु हो गई ये सोचे बिना कि एक टेस्ट करियर तो अभी शुरू हो रहा है। शिव अपने समय के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक थे। उनकी खूबी थी पिच पर टिक कर लंबी पारी खेलना और उसी में गेंदबाजी का दम तोड़ देते थे। शिव की इस खूबी को टेस्ट में दिखाने में तेज ने कोई कमी नहीं रखी। डेब्यू पारी में 50 और अभाग्यशाली रहे कि डेब्यू टेस्ट की दोनों पारी में 50 नहीं बना पाए (स्कोर 51 एवं 45)।
ये सोचना गलत होगा कि एक टेस्ट क्रिकेटर का बेटा होने से तेज को टेस्ट टीम में आने में कोई मदद मिली- तेज का सफर उनकी अपनी मेहनत है। जूनियर से सीनियर क्रिकेट तक का सफर तय किया जिसमें लगभग दो साल कोविड के कारण खराब हुए। बहरहाल जब पिच पर थे तो बीते दिनों का नजारा याद आ गया उनके पिता की दो आदतों को, उनके बेटे में देखकर- खब्बू तेग ने गार्ड लिया तो पिच पर निशान बैट से नहीं, बेल से लगाए और गेंदबाजों को टी20 स्टाइल में पीटा नहीं, पीस दिया।
कई स्टार बेटे खेल रहे थे 2014 में यूएई में अंडर-19 वर्ल्ड कप में पर जो तारीफ़ तेज को मिली- किसी और को नहीं। रिकॉर्ड- 293 रन बनाए। शिमरोन हेटमायर और निकोलस पूरन भी उस टीम में थे। तेज, उससे पहले ही फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल चुके थे और वर्ल्ड कप में भारत के विरुद्ध 100 बनाया।
पिता शिव उनके कोच नहीं थे और न ही ज्यादा ट्रेन किया। असल में बचपन पिता के साथ ज्यादा नहीं बीता- 2009 में जब तेज 13 साल के थे, तब पिता के साथ एक घर में रहना शुरू किया था। गुयाना के यूनिटी गांव में घर है- ये गांव, किसी भारतीय गांव की आज भी झलक देता है। कई परिवार ऐसे हैं जिनके पूर्वज भारत में थे। तेज की मां, अलग रहते हुए, उसी यूनिटी विलेज में एक बियर गार्डन चलाती हैं ।
तेज का एक और बड़ा मजेदार परिचय ये है कि भारत की 1983 वर्ल्ड कप जीत पर बनी फिल्म ’83’ में लैरी गोम्स का रोल निभाया था। 2018 में सेंट लूसिया में एक मैच खेल रहे थे तो उस दौरान, एक स्काउट ने फिल्म के लिए कुछ क्रिकेटरों को शार्ट लिस्ट किया और तेज उनमें से एक थे। तब कई जगह लिखा गया- क्या वह सिर्फ फिल्म में इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने तक ही रह जाएंगे? ऐसा नहीं हुआ। 2022 सीज़न में 176.66 की औसत दर्ज की और प्रमोशन का दावा पेश किया। इस साल की शुरुआत में, वेस्टइंडीज ए टीम से कॉल-अप- बांग्लादेश ए के विरुद्ध खेलने के लिए जहां दूसरे 4 दिवसीय मैच में 109* रन बनाए। 51 फर्स्ट क्लास मैच का अनुभव टेस्ट क्रिकेट तक लाया- फिर भी अगर टूर में, टेस्ट से ठीक पहले, प्राइम मिनिस्टर इलेवन के विरुद्ध 100 न बनाया होता (केनबरा में 119) और जॉन कैंपबेल पर डोपिंग की वजह से बैन न लगा तो शायद तेज टेस्ट इलेवन में न आ पाते।
पहली पारी में 79 गेंद पर 51 रन और दूसरी पारी में 126 गेंद में 45 रन। फील्ड पर 152.4 ओवर बिताने के बाद बैटिंग और पहली गेंद मिचेल स्टार्क की- बाउंड्री के साथ खाता खुला। उसके बाद ऑस्ट्रेलियाई तेज अटैक उनके बॉक्स, छाती और पेट पर गेंद हिट करता रहा पर वे जमे रहे। जोश हेज़लवुड की एक गेंद लगने पर तो विंडीज फिजियो को ग्राउंड में आना पड़ा था- जोश तब मुस्कुरा रहे थे। यहां तक कि कमिंस की एक गेंद पर 6 भी लगाया। कुछ खास रिकॉर्ड देखिए :
- दोनों चंद्रपाल गुयाना के लिए साथ-साथ भी खेले हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 11 बार- पहला मौका 2013 में त्रिनिदाद और टोबैगो के विरुद्ध (तब तेज ने पहली पारी में 42 रन बनाए और शिव ने दूसरी पारी में 108) और आखिरी बार 2018 में, जब तेज ने अपना पहला फर्स्ट क्लास 100 बनाया।
- टेस्ट खेलते हुए, 21 साल 9 महीने का अंतर तेज और शिवनारायण चंद्रपॉल की उम्र के बीच लेकिन यह अभी भी कम से कम उम्र के अंतर का रिकॉर्ड नहीं (रिकॉर्ड : 18 साल, 7 महीने एलन बुचर और मार्क बुचर)। दूसरी तरफ जॉर्ज और रॉन हेडली में 43 साल का अंतर था
- शिव और तेजनारायण चंद्रपॉल दोनों ने अपनी पहली टेस्ट पारी में 50 रन बनाए। पिता-पुत्र के टेस्ट डेब्यू पर 50+ स्कोर : भारत से अमरनाथ : 118- लाला (1933) और 124- सुरिंदर (1976) ; जिम्बाब्वे से वॉलर : 50- एंडी (1996) और 72- मैलकम (2011) और वेस्टइंडीज से चंद्रपॉल : 62- शिवनारायण (1994) और 51- तेज (2022)। इनमें से लाला अमरनाथ और एंडी वालर ने दूसरी पारी में अपने रिकॉर्ड स्कोर बनाए जबकि दोनों चंद्रपॉल ने पहली पारी में।
- टेस्ट क्रिकेट में पिता-पुत्र दोनों को आउट करने वाले मिचेल स्टार्क सिर्फ तीसरे खिलाड़ी। अन्य दो : इयान बॉथम और वसीम अकरम- दोनों ने बीएल केर्न्स एवं सीएल केर्न्स को आउट किया।
यूनिटी विलेज में, जरूर एक और टेस्ट खेलने वाले चंद्रपॉल का जश्न मनाया जा रहा होगा- दोनों टेस्ट क्रिकेटर को एक मछुआरे ने तैयार किया जो अपने बेटे और पोते के जरिए अपने अधूरे क्रिकेट के सपनों को जी रहा था। तेज के बारे में एक बात और- धार्मिक विश्वास है उनमें और न सिर्फ शिव की मूर्ति, कई और भगवान की फोटो वे हमेशा अपने पास रखते हैं।
- चरनपाल सिंह सोबती