टी20 वर्ल्ड कप के लिए आईसीसी की, अपने पिछले सभी इवेंट की तरह, इस बार भी सलाह थी कि हर देश 1 मई तक 15 खिलाड़ियों की प्रोविजनल टीम+4 ट्रेवलिंग रिज़र्व के नाम रिलीज कर दे। बदलाव 25 मई तक किया जा सकता था। ज्यादातर टीम 1 मई तक घोषित हो चुकी थीं पर 20 टीम में से अकेले पाकिस्तान ने टीम चुनने की आखिरी लिमिट के दिन, और वह भी लिमिट खत्म होने से सिर्फ कुछ घंटे पहले टीम चुनी। क्यों- क्या इससे कोई ख़ास फायदा मिला? और देखिए- जो 15 खिलाड़ी चुने वे उन्हीं 18 में से हैं जो वर्ल्ड कप से पहले के आयरलैंड-इंग्लैंड टूर के लिए चुन लिए थे। तो वास्तव में इंतजार किस बात का था? ऑफिशियल रिलीज के अनुसार टीम फाइनल करने से पहले सेलेक्टर इंग्लैंड के विरुद्ध 22 मई का टी20 इंटरनेशनल देखना चाहते थे और संयोग देखिए कि इस पहले टी20 को बरसात ने होने ही नहीं दिया।
वास्तव में 17 में से 15 चुने क्योंकि हसन अली को तो इंग्लैंड टूर शुरू होते ही, वारविकशायर के लिए अपना कांटेक्ट पूरा करने के लिए रिलीज कर दिया था। सिर्फ बल्लेबाज सलमान अली आगा और इरफान खान नियाजी बाहर हुए। इतनी देर की- फिर भी न उप-कप्तान चुना और न ट्रैवलिंग रिजर्व, ये जानते हुए भी कि जरूरत में अमेरिका का वीजा आसानी से नहीं मिलता। उस पर टीम सेलेक्शन का विवाद- इस खबर को बोर्ड ने बहुत छिपाया पर लीक हो गई और इतने बड़े टूर्नामेंट से पहले इस तरह की ख़बरों से टीम की कोई अच्छी छवि नहीं बनी लेकिन जो पाकिस्तान क्रिकेट में बोर्ड के काम के तरीके के बारे में जानते हैं- उन्हें कोई हैरानी नहीं।
इसीलिए चर्चा में चुनी टीम और इसे चुनने का तरीका है- अन्य कोई टीम, कम से कम वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले तो इस तरह की ख़बरों में नहीं है। वाइट बॉल कप्तान के तौर पर वापस, बाबर आजम लगातार तीसरी बार टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम की जीत की चाह आगे बढ़ाएंगे। बोर्ड का दावा है- ‘यह बेहद प्रतिभाशाली और संतुलित टीम है जिसमें युवा और अनुभव का मिश्रण है। ये सभी खिलाड़ी कुछ समय से एक साथ खेल रहे हैं और वर्ल्ड कप के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं।’
टीम की एक ख़ास बात 5 तेज गेंदबाज का सेलेक्शन है- पेस बैटरी का कमाल दिखाने का इरादा है। इनमें चोट से बस ठीक ही हुए, हारिस रऊफ भी हैं- हालांकि, टीम सेलेक्शन से पहले, आखिरी बार जनवरी में कोई इंटरनेशनल मैच खेले थे। 5 खिलाड़ी- स्पिनर अबरार अहमद, बल्लेबाज आजम खान और उस्मान खान, पेसर मोहम्मद अब्बास अफरीदी और ओपनर सईम अयूब वर्ल्ड कप में डेब्यू करेंगे। आम तौर पर सभी मान रहे हैं कि पिच धीमी होंगी- तब भी सिर्फ दो स्पिनर इमाद वसीम (खब्बू जो रिटायर होने के फैसले को पलट कर लौटे) और अबरार अहमद (अकेले विशेषज्ञ लेग स्पिनर) चुने। नोट कीजिए- ऐसे दो जिनमें से एक रिटायर के फैसले से लौट रहा है और दूसरा डेब्यू करेगा।
वैसे तो मेगा इवेंट की तैयारी के लिए इंग्लैंड में टी20 इंटरनेशनल की सीरीज जैसा अच्छा प्रोग्राम बनाया और इंग्लैंड ने भी इसी सीरीज के लिए अपने आईपीएल क्रिकेटरों को वापस बुला लिया था। इस टी20 सीरीज की जो हालत हुई सब जानते हैं और इसमें खेली क्रिकेट से दोनों टीम को जो फायदा मिला उसका अंदाजा, इंग्लैंड के भूतपूर्व कप्तान माइकल वॉन की इस स्टेटमेंट से हो जाएगा कि इससे तो अच्छा होता कि इंग्लिश क्रिकेटर आईपीएल ही खेलते रहते- वहां इससे बेहतर प्रैक्टिस मिलती।
वर्ल्ड कप में पाकिस्तान ग्रुप ए में भारत, आयरलैंड, कनाडा और को-होस्ट अमेरिका के साथ है और दूसरा राउंड खेलने के दावेदार। सबसे ज्यादा चर्चा भारत के साथ 9 जून के मैच की है। एक ख़ास बात- पाकिस्तान के ग्रुप राउंड के सभी 4 मैच अमेरिका में हैं पर टूर्नामेंट से पहले उनका वहां कोई प्रेक्टिस मैच नहीं है। अगर सेमीफाइनल में पहुंचे तो पहला सेमीफाइनल खेलेंगे- इस पर भी पाकिस्तान में नाराजगी है क्योंकि पाकिस्तान में इसका टेलीकास्ट उनके सुबह 5.30 बजे से है। ब्रिटिश सट्टा बाजार इस टीम को कोई जोरदार दावेदार नहीं मान रहा और जहां रैंकिंग में नंबर 7 पर रखा है वहीं भाव 12/1 है।
तब भी पाकिस्तान टीम कब कैसा खेले इसके बारे में अभी से कोई राय बना लेना सही नहीं होगा। टेलेंट में ये किसी से कम नहीं पर सबसे पहले हारते हैं अपने ही सिस्टम से। अब भी टीम फाइनल करने के बाद जब अप्रूवल के लिए उसे 23 मई को पीसीबी चीफ मोहसिन नकवी के पास भेजा तो साथ ही उनके पास ये शिकायत भी आ गई कि टीम को सही तरीके से नहीं चुना। टीम, सेलेक्शन कमेटी के 7 में से सिर्फ 4 (सेलेक्टर वहाब रियाज और मोहम्मद यूसुफ, कोच गैरी कर्स्टन और कप्तान बाबर) ने चुनी तो बाकी 3 (बिलाल अफजल, अब्दुल रज्जाक और असद शफीक) का नाराज होना बनता था।
नतीजा- नकवी ने सेलेक्शन कमेटी मीटिंग के मिनट्स और पिछली कुछ मीटिंग के वोटिंग पैटर्न देखने को मांग लिए। तब पता चला कि इस बार की मीटिंग में जो भी चर्चा हुई उसे तो रिकॉर्ड ही नहीं किया। अभी तो ये भी दावा है कि नकवी ने सिर्फ इसी मुद्दे पर टीम के रिलीज को रोका और चुने नाम में कोई दखलंदाजी नहीं की पर कल को इसकी भी कोई रिपोर्ट आ जाए तो कोई हैरानी नहीं होगी।
उन्होंने टीम अप्रूव नहीं की। सेलेक्शन कमेटी की फिर से तरीके से मीटिंग के लिए कहा। मीटिंग हुई- इंग्लैंड में बर्मिंघम में और 2 घंटे की इस मीटिंग में अब्दुल रज्जाक, असद शफीक, बाबर आजम, बिलाल अफजल, गैरी कर्स्टन, मोहम्मद यूसुफ और वहाब रियाज ने टीम पर सहमति दी।
अब नया मसला- किसी को उपकप्तान नहीं बनाया। पाकिस्तान मीडिया में जहां ये रिपोर्ट है कि किसी को भी ये ड्यूटी दी नहीं (और कोच को कह दिया है कि जरूरत में फैसला लें) वहीं ये रिपोर्ट भी है कि शाहीन अफरीदी को ऑफर किया था पर वे नहीं माने। शाहीन इस टीम में, अपनी नाराजगी का अलग क्रिकेट खेल रहे हैं। बाबर आजम को पिछले साल वर्ल्ड कप में टीम के लीग राउंड से बाहर होने के बाद हटा कर शाहीन को नया टी20 कप्तान बनाया था लेकिन न्यूजीलैंड में एक सीरीज की हार के बाद ही उनकी छुट्टी कर बाबर को वापस ले आए। ऐसे में अगर शाहीन नाराज हैं तो कोई हैरानी नहीं।
वैसे उन्होंने ये नाराजगी दिल में नहीं रखी- पीसीबी और सेलेक्टर्स के विरुद्ध खुल कर मीडिया में बोले। ये भी कह दिया कि बाबर को कप्तान बनाने की खबर के साथ, बोर्ड ने उनके सपोर्ट की जो स्टेटमेंट रिलीज की है वह गलत है और उन्होंने बाबर के सपोर्ट में ऐसा कोई स्टेटमेंट नहीं दिया। हालत ये हो गई कि पीसीबी चीफ मोहसिन नकवी उनसे बात करने काकुल गए जहां टीम ट्रेनिंग कैंप में थी। शाहीन को शांत तो कर दिया पर अंदर का गुस्सा ख़त्म नहीं कर पाए।
वैसे इतिहास खुद को दोहरा रहा है- 2022 के टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी पाकिस्तान टीम का सेलेक्शन खूब सुर्ख़ियों में रहा था। तब भी टीम फाइनल खेली थी। इस बार क्या होगा?
- चरनपाल सिंह सोबती