fbpx

रिकॉर्ड में हमेशा ये दर्ज रहेगा कि कॉमनवेल्थ गेम्स में क्रिकेट के गोल्ड के मुकाबले में, फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया- हरमनप्रीत की टीम जीत के बहुत करीब पहुंच कर भी सिल्वर लेकर वापस लौटी। जो क्रिकेट खेला, उसके लिए तो इस फाइनल को याद रखेंगे ही पर इस फाइनल के दौरान एक और ऐसी बात हुई जिसने इस फाइनल को ही नहीं, कोविड के प्रकोप में खेलों को कैसे खेलना है- उसे भी चर्चा बना दिया। कई महीने के अलग-अलग देश में कोविड लॉकडाउन के बाद आखिर तक इस मुकाम तक आ पहुंचे हैं कि मान लिया है कि ‘लिव विद कोविड’ ही नया मंत्र है और इसी के साथ जीना होगा। इस फाइनल ने, हर बंधन तोड़ दिया और ऑस्ट्रेलिया की ताहलिया मैकग्रा, कोविड पॉजिटिव होने के बावजूद खेली और ऑस्ट्रेलिया ने क्रिकेट गोल्ड जीता। ताहलिया ने, एजबेस्टन स्टेडियम में, तब मास्क पहना हुआ था जब उन्हें गोल्ड मिला।

ताहलिया का कोविड पॉजिटिव होने के बावजूद खेलना महज एक खबर नहीं है। अगर ऐसे में, कोई इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेल सकते हैं तो किसी भी खेल के इंटरनेशनल मुकाबले में हिस्सा ले सकते हैं? क्या नया संदेश ‘प्ले विद कोविड’ है?

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुताबिक़, फाइनल की सुबह, कोविड टेस्ट से पहले, मैकग्राथ ने हल्के लक्षण दिखाए- इसीलिए उन्हें टीम राष्ट्रगान के दौरान ग्राउंड पर न आने की रियायत दे दी। एक कोविड पॉजिटिव को फाइनल खेलने की इजाजत देना इससे कहीं बड़ा फैसला है। ठीक है कुछ प्रोटोकॉल तय किए पर क्या खेलने की इजाजत देना सही फैसला था? इसके बाद क्या हुआ-

  • इस फैसले पर आईसीसी ने अपनी मोहर लगा दी।
  • बल्लेबाजी के इंतजार में, वह टीम की क्रिकेटरों से, मास्क लगाकर, दूर बैठी।
  • जब ऑस्ट्रेलिया ने फील्डिंग की तो दो ओवर फेंके, शफाली वर्मा का कैच लेने के बाद टीम के साथ इसका सेलिब्रेशन नहीं मनाया।
  • ऑस्ट्रेलिया की 9 रन की जीत के बाद, हर प्रोटोकॉल हवा में उड़ गया और सब कोविड को भूल गए।
  • मैच के बाद, दोनों टीम की क्रिकेटरों ने आपस में हाथ नहीं मिलाया।
  • 4 गेंद खेलीं और बिना मास्क के दो ओवर फेंके।
  • जब मैकग्राथ को गोल्ड मैडल मिला तो फेस मास्क पहना हुआ था पर मैडल लेने के बाद कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन प्रेसीडेंट डेम लुईस मार्टिन से हाथ नहीं मिलाया।

संयोग देखिए कि यदि ये फाइनल उनके अपने देश ऑस्ट्रेलिया में खेलते तो मैकग्रा, देश के कड़े कोविड नियमों की वजह से नहीं खेल पाती। इसी ऑस्ट्रेलिया ने नोवाक जोकोविच को इस साल न सिर्फ ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस से बाहर कर दिया- उन्हें ऑस्ट्रेलिया से भी चले जाने को कहा था? मैक्ग्रा को अपने होम स्टेट, साउथ ऑस्ट्रेलिया में पॉजिटिव टेस्ट के बाद 7 दिनों के लिए आइसोलेशन में बिलकुल अलग रहना पड़ता। ऑस्ट्रेलिया ने शुरू से कोविड महामारी के प्रति बड़ा सख्त नजरिया रखा और लॉकडाउन को कड़ाई से लागू किया।

आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि बीसीसीआई से मैकग्रा को खेलने की इजाजत देने के फैसले पर कोई सलाह नहीं ली गई। सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों को बता दिया और औपचारिकता पूरी हो गई। गफलत की हालत ये थी कि इसलिए टॉस में 12-15 मिनट की देरी हुई। कप्तान हरमनप्रीत ने कहा- ‘उन्होंने हमें टॉस से पहले इसकी खबर दी- जो हो रहा था उस पर हमारा कोई कंट्रोल नहीं था। अथॉरिटी को फैसला लेना था और हमें तो सिर्फ फैसला बताया गया। वह बहुत बीमार नहीं थीं, इसलिए हमने खेलने का फैसला किया। मुझे खुशी है कि हमने ताहलिया को न नहीं कहा।

क्या ये ‘डबल पॉलिसी’ नहीं? खुद तो जोकोविच को इसलिए नहीं खेलने दिया क्योंकि उन्हें वैक्सीनेशन इंजेक्शन नहीं लगा था पर अपनी बारी आई तो एक पॉजिटिव को मैच खिला दिया? इस एक फैसले ने कॉमनवेल्थ खेलों को एक दिखावा बना दिया। एथलीटों को गेम्स में आने पर एक कोविड टेस्ट कराना था पर उसके बाद का जो नियम था उसी का फायदा उठा लिया ऑस्ट्रेलिया ने। नियम ये था कि पॉजिटिव होने की हालत में- हर केस का अलग-अलग मूल्यांकन होगा- किस कदर तक है कोविड का असर? बर्मिंघम 2022 में, शहर में आने के बाद सिर्फ 3 प्रतिशत से कम एथलीट और अधिकारी कोविड पॉजिटिव निकले।

ऑस्ट्रेलिया ने अपना अलग प्रोटोकॉल बनाया था :

  • क्रिकेटर सख्त बायो बबल में रहीं।
  • ओपनिंग सेरेमनी में नहीं गईं।
  • और किसी खेल की, किसी इवेंट को देखने नहीं गईं। सिर्फ अपने कमरे में कॉफी/ लंच-डिनर ले सकते थे। कमरे से बाहर (जिम और क्रिकेट ग्राउंड छोड़कर) मास्क पहनना जरूरी था।
  • इतवार को फाइनल था और सिर्फ शुक्रवार को रियायत दी दूसरी इवेंट देखने की और उसी में मैकग्रा को कोविड हो गया।

गेम्स के दौरान कोविड से ऑस्ट्रेलिया और भारत दोनों प्रभावित हुए। ऑस्ट्रेलिया की केल्सी-ली बार्बर,जेवलिन वर्ल्ड चैंपियन, इंग्लैंड में कोविड पॉजिटिव हुई और फिट होकर, तीन दिन बाद गोल्ड जीता। फाइनल में खेली पूजा वस्त्राकर, दो और क्रिकेटरों के पॉजिटिव होने पर देरी से बर्मिंघम आईं। हॉकी खिलाड़ी नवजोत कौर कोविड के कारण जल्दी वापस भारत लौट गई- हालांकि कोई लक्षण भी नहीं थे। अनीश कुमार पिल्लई पॉजिटिव निकले तो F44 डिस्कस थ्रो फाइनल से चूक गए।

क्या कोविड ने टीम इंडिया की क्रिकेट पर असर डाला? इस सवाल का कोई जवाब नहीं पर एक कोविड पॉजिटिव के साथ इतना नजदीक से खेलना हमेशा चर्चा में रहेगा।

  • चरनपाल सिंह सोबती
3 thoughts on “क्या एक कोविड पॉजिटिव के साथ खेलने ने टीम इंडिया की क्रिकेट पर असर डाला?”
  1. Hiya, I’m really glad I have found this info. Nowadays bloggers publish only about gossips and web and this is actually frustrating. A good blog with interesting content, that is what I need. Thank you for keeping this site, I’ll be visiting it. Do you do newsletters? Can not find it.

  2. Youre so cool! I dont suppose Ive learn anything like this before. So good to find any individual with some authentic ideas on this subject. realy thanks for starting this up. this website is something that’s needed on the web, somebody with slightly originality. helpful job for bringing something new to the internet!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *