अब किसी भी देश में कोई क्रिकेट सीजन नहीं रहा पर ज्यादा पुरानी बात नहीं जब दुनिया में सब जगह क्रिकेट रुक जाती थी तो हर नजर इंग्लिश क्रिकेट सीजन पर रहती थी और दुनिया भर के टॉप क्रिकेटर काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए उपलब्ध। उन दिनों में, ख़ास तौर पर जून महीने के आख़िरी दिनों की पहचान थे- इंग्लिश बाजारों में स्ट्राबैरी की नई फसल, लॉर्ड्स में टेस्ट, विम्बलडन में ग्रास कोर्ट पर ग्रैंड स्लैम और इसके आस-पास ही आईसीसी की सालाना कॉन्फ्रेंस।
नई फसल तो अब भी आ रही है- बाकी सभी की तारीखें बदल चुकी हैं। इस साल आईसीसी की सालाना कॉन्फ्रेंस 19 जुलाई से कोलंबो में हुई और सच ये है कि सोशल मीडिया पर चैंपियंस ट्रॉफी के सवाल की वजह से इसका जिक्र न होता तो इस सालाना कॉन्फ्रेंस पर कोई ज्यादा ध्यान भी न देता। वैसे भी इस सालाना कॉन्फ्रेंस को तब ही ज्यादा चर्चा मिलती है जब किसी बड़ी पोस्ट के चुनाव में कोई जबरदस्त टकराव हो या किसी मुद्दे पर क्रिकेट खेलने वाले देश एक-दूसरे से उलझ रहे हों। इस बार ऐसा कुछ भी नहीं था। तब भी ये ख़ास थी।
सबसे ज्यादा चर्चा हुई कुछ दिन पहले खेले आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप की और मालूम था कि ये सब होगा ही। वर्ल्ड कप से पहले ही ये साफ़ था कि अमेरिका इतने बड़े आयोजन के लिए तैयार नहीं और तब भी जबरदस्ती वहां मैच हुए। उस पर यूएसए क्रिकेट की अंदरूनी कलह। नतीजा- लगभग 20 मिलियन डॉलर ज्यादा खर्च हुए और ख़राब मौसम एवं अधूरे इंतजाम की वजह से जो मैच ख़राब हुए (ख़ास तौर पर फ्लोरिडा वाले) वह अलग। इस पर खूब शोर हुआ और नतीजा :
- यूएसए क्रिकेट को नोटिस दिया कि 12 महीने के अंदर अपनी अंदरूनी कलह खत्म कर लें।
- टी20 वर्ल्ड कप 2024 की डिलीवरी की समीक्षा की जाएगी- पता तो लगे कि कहां, क्या गलत हुआ। इसके लिए तीन डायरेक्टर रोजर टूज, लॉसन नायडू और इमरान ख्वाजा की एक कमेटी बना दी जो 12 महीने के अंदर बोर्ड को रिपोर्ट देगी।
यूएसए क्रिकेट में अंदरूनी कलह की हालत ये है कि आईसीसी को तीन डायरेक्टर (कुलजीत सिंह, अर्जुन गोना और पेट्रीसिया व्हिटेकर) ने खुद लिखित में गड़बड़ियों के बारे में बता दिया था। आरोप है कि इस समय जो यूएसए क्रिकेट पर काबिज हैं- उन्होंने ही टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन को ख़राब किया। पिछले साल अगस्त में पिछले सीईओ डॉ. नूर मोहम्मद मुराद ने जो रिपोर्ट तैयार की थी उसे दबा दिया और कार्रवाई कर उन्हें बाहर कर दिया।
यूएसए क्रिकेट पर यूएस ओलंपिक और पैरालंपिक कमेटी (यूएसओपीसी) की गाइडलाइन न मानने का भी आरोप है जो मौजूदा हालात में बहुत ख़राब है क्योंकि क्रिकेट को 2028 में लॉस एंजिल्स ओलंपिक खेलों में खेलना है। 1900 के बाद पहली बार ओलंपिक में क्रिकेट खेला जाएगा। वैसे रिकॉर्ड ये है कि पिछली यूएसए क्रिकेट एसोसिएशन भी 2017 में सस्पेंड हुई थी।
ये अब खुल कर सामने आ चुका है कि आईसीसी ने खुद भी इस टी20 वर्ल्ड कप के दौरान सही भूमिका नहीं निभाई- यूएसए क्रिकेट को-होस्ट थे, तब भी टूर्नामेंट के वहां के मैचों का पूरा कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया और कुछ अधिकारी मनमर्जी से पैसा खर्च करते रहे। न्यूयॉर्क में ड्रॉप इन पिच का फैसला खुद आईसीसी का था और ये पिच असमान बाउंस और अजीब टर्न के लिए आलोचना के निशाने पर रहीं। अपने इस फैसले को सही ठहराने के लिए आईसीसी ने खूब पैसा और समय खर्च कर दिया- जहां एक ओर न्यूयॉर्क के स्टेडियम और पिच (जो वास्तव में किसी काम भी न आए और आज वहां सपाट मैदान है) पर ढेरों मिलियन डॉलर खर्च कर दिए वहीं फ्लोरिडा के लिए पूरे ग्राउंड पर डाले जाने वाले कवर तक न जुटाए हालांकि उन पर कुछ हजार डॉलर ही खर्च होते। उस पर गलत दिनों में वहां मैच रखे गए- पिछले 50 साल के रिकॉर्ड में उन दिनों में यहां बारिश मिली है।
सभी को अंदाजा है कि बम फटेगा- इसीलिए इस कॉन्फ्रेंस से एक ही हफ्ता पहले आईसीसी के दो सीनियर स्टाफ- इवेंट हेड क्रिस टेटली और मार्केटिंग एंड कम्युनिकेशन चीफ क्लेयर फरलोंग ने आईसीसी से इस्तीफा दे दिया। इस सब को देखकर ये लगभग तय है कि सही फोरेंसिक ऑडिट जरूरी है और उसके लिए किसी बाहरी एजेंसी को नियुक्त करेंगे। हर लेन-देन की जांच होगी और अगर गड़बड़ी निकलीं तो नजला आईसीसी चीफ ग्रेग बार्कले और सीईओ ज्योफ एलार्डिस पर भी गिरेगा। इसीलिए अभी टेटली और फर्लांग का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है क्योंकि यही दोनों वर्ल्ड कप के दौरान आईसीसी की तरफ से खर्चा कर रहे थे। फरलोंग को तो इस सालाना कॉन्फ्रेंस के दौरान भी मौजूद रहने को कहा था। आईसीसी ने वर्ल्ड कप से पहले आनन-फानन में यूएसए क्रिकेट को आयोजन से अलग कर पूरा कंट्रोल टी20 यूएसए इंक नाम से एक अलग फर्म बनाकर उसे दे दिया।
खुद आईसीसी की हालत ये है कि इसके अपने कल्चर रिव्यू का भी फैसला हुआ और सिर्फ तीन साल के अंदर दूसरी बार ऐसा हो रहा है। प्राइसवाटरहाउसकूपर्स यूके ने 2021 में जब कल्चर रिव्यू किया था तो उसकी रिपोर्ट सिर्फ आईसीसी बोर्ड के सदस्यों और चीफ को दिखाई थी और बिना कुछ बताए सीईओ मनु साहनी को बर्खास्त कर दिया था। उसके बाद ये रिपोर्ट गायब हो गई। कोई नहीं जानता कि रहस्य में लिपटी यह रिपोर्ट कहां है?
इस कॉन्फ्रेंस से और कुछ ख़ास बातें :
- आम धारणा के उलट, 2025 चैंपियंस ट्रॉफी की कोई चर्चा नहीं हुई- ये एजेंडे में नहीं था।
- एसोसिएट मेंबर डायरेक्टर के चुनाव हुए। अब तक ओमान के पंकज खिमजी, सिंगापुर के इमरान ख्वाजा और बरमूडा के नील स्पीट डायरेक्टर थे। 3 पद के लिए इन तीनों के साथ 8 नए दावेदार सामने आ गए जिस वजह से वोटिंग हुई और दो नए चेहरे डायरेक्टर बन गए- यूएई के मुबाशिर उस्मानी (सबसे ज्यादा 23 वोट) अब चीफ हैं और उनके साथ इमरान ख्वाजा (20 वोट) एवं मलेशिया के महिंदा वल्लीपुरम (13 वोट)।
- महिला टी20 वर्ल्ड कप 2026 (इंग्लैंड) में 12 टीम और 2030 में 16 टीम हिस्सा लेंगी। इस साल के बांग्लादेश में टूर्नामेंट में 10 टीम हिस्सा ले रही हैं।
- महिला टी20 वर्ल्ड कप 2026 क्वालीफायर के लिए कट-ऑफ डेट 31 अक्टूबर 2024 रहेगी।
- पुरुष टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए 8 रीजनल क्वालीफाइंग स्पॉट में अफ्रीका और यूरोप से 2-2, अमेरिका से 1 और एशिया एवं ईएपी रीजन से 3 टीम क्वालीफाई करेंगी।
- आईसीसी पुरुष क्रिकेट कमेटी में एलीट पैनल प्रतिनिधि के तौर पर पॉल रीफेल शामिल।
- एसोसिएट्स में महिला क्रिकेट में सबसे बेहतर प्रदर्शन के लिए यूएई को अवार्ड।
- पुरुष टी20 वर्ल्ड कप में अभी 20 टीम ही खेलेंगी। 8 रीजनल स्पॉट भी बांट दिए- अफ्रीका और यूरोप से 2-2, अमेरिका से 1 और एशिया और पूर्वी एशिया प्रशांत से 3 टीम।
-चरनपाल सिंह सोबती