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टीम इंडिया के इंग्लैंड टूर का प्रोग्राम बड़ा अजीब लग रहा है : WTC टेस्ट 22 जून तक और इंग्लैंड से टेस्ट सीरीज 4 अगस्त से शुरू – इस बीच क्या करेगी टीम इंडिया? एक तरफ सीरीज के आखिरी टेस्ट की बलि देकर आईपीएल के लिए दिन निकालने को बेताब है BCCI , तो दूसरी तरफ  इन दोनों तारीखों के बीच कई दिन बच रहे हैं। टेस्ट सीरीज से पहले काउंटी मैचों के प्रोग्राम का भी कहीं जिक्र नहीं। क्वारंटीन के दिन तो निकल चुके WTC फाइनल से पहले। इसलिए अगर ऐसे में ये सोचें कि ये कैसा प्रोग्राम है तो कुछ गलत नहीं। ऐसे दिन बेकार करने वाले प्रोग्राम पर BCCI ने कैसे सहमति दी? सच ये है कि गलती किसी की नहीं। हालात ऐसे बनते चले गए कि ये प्रोग्राम आज अजीब नज़र आ रहा है। इस बारे में चर्चा से पहले ये समझिए कि इंग्लैंड में सीजन का प्रोग्राम महीनों पहले बन जाता है – भारत की तरह नहीं कि सीरीज शुरू होने से कुछ दिन पहले तक मैच बांटे जाते रहते हैं।अब सिलसिलेवार देखते हैं –


1. जब ये तय हुआ कि WTC फाइनल 18 से 22 जून तक होगा तो ये नहीं मालूम था कि इसमें कौन सी दो टीम खेलेंगी। बस सिर्फ इतना ध्यान रखा गया कि उन दिनों में और किसी टेस्ट का प्रोग्राम न हो। ये तारीखें तो इस साल के शुरू के इंग्लैंड के भारत टूर से भी पहले तय हो गई थीं। ये एक संयोग ही है कि भारत WTC फाइनल में पहुंचा और उसके बाद इंग्लिश सीजन में सबसे बड़ी सीरीज भी भारत की टीम खेल रही है।   

 
2. ECB ने साथ ही साथ इंग्लैंड – भारत टेस्ट सीरीज का भी प्रोग्राम घोषित किया। उस समय ये विकल्प रखा गया कि टीम इंडिया टेस्ट सीरीज से पहले क्वारंटीन करेगी। उस समय ये नहीं मालूम था कि टीम इंडिया के क्रिकेटर WTC  फाइनल से पहले ही क्वारंटीन कर चुके होंगे। 


3. असल में जो टूर प्रोग्राम बना था उसमें टीम इंडिया को टेस्ट सीरीज से पहले क्रमशः नॉर्थेम्प्टनशायर और लेस्टरशायर में चार दिन वाले दो प्रैक्टिस मैच खेलने थे – इन दोनों काउंटी इलेवन के विरुद्ध नहीं, भारत से ही इंग्लैंड जाने वाली दूसरी टीम यानि कि युवा खिलाड़ियों की इंडिया ए के विरुद्ध : वांटेज रोड में 21 जुलाई से और अप्टनस्टील काउंटी ग्राउंड में 28 जुलाई से। दोनों काउंटी क्लब इस बात पर ही बड़े खुश थे कि भारत के लगभग सभी बेहतर क्रिकेटर उनके क्लब ग्राउंड में खेलेंगे और इन मैचों के टिकट बिकने थे।15 मार्च से मैच टिकट के लिए, रजिस्टर योर इंटरेस्ट विंडो खुलनी थी।  

4. अगर ऐसा है तो अब इन मैचों का जिक्र क्यों नहीं हो रहा? असल में तब तक ये नहीं मालूम था कि कोविड -19 का प्रकोप खत्म ही नहीं होगा और इसके क्रिकेट प्रोग्राम को ख़राब करने का सिलसिला जारी रहेगा।  
मौजूदा स्थिति ये है कि BCCI ने इंडिया ए का इंग्लैंड टूर स्थगित कर दिया है। इसका नतीजा ये कि नॉर्थेम्प्टनशायर और लेस्टरशायर में चार दिन वाले मैचों पर बिना बरसात पानी पड़ गया। इन्हीं तारीखों में काउंटी इलेवन मैच खेल सकती थीं टीम इंडिया के विरुद्ध पर तब तक इंग्लिश सीजन का पूरा प्रोग्राम बन चुका था और इन दोनों टीमों को अपने दूसरे मैच खेलने हैं।  


5. टीम इंडिया को प्रैक्टिस तो चाहिए ही – रास्ता यह निकला कि टीम इंडिया में ही 25 खिलाड़ी भेज दिए ताकि ये आपस में दो टीम बनाकर तय तारीखों पर उन्हीं काउंटी ग्राउंड में खेल लें। इसलिए बहुत संभव है कि आप क्रमशः 21 और 28 जुलाई से विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में दो टीम को खेलते देखें। अभी तक ये तय नहीं हुआ है कि इन मैचों का स्टेटस क्या होगा – फर्स्ट क्लास गिने जाएंगे या नहीं ? 

6. सिर्फ टीम इंडिया पर ही असर नहीं पड़ा – इस इंग्लिश सीजन में खेलने वाली न्यूजीलैंड, श्रीलंका और पाकिस्तान के टूर मैच भी रद्द कर दिए गए। न्यूजीलैंड, श्रीलंका और पाकिस्तान की टीमें भी इसी तरह इंट्रा-स्क्वाड मैच खेलेंगी। 


7. इंडिया ए को टूर में और भी मैच खेलने थे – इनमें से इंग्लैंड लायंस के विरुद्ध मैचों का तो बेसब्री से इंतज़ार हो रहा था क्योंकि दोनों टीम के युवा खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के साथ सीनियर टीम के लिए अपना दावा पेश करने का मौका मिल सकता था।  


8. ये पहला मौका है कि किसी बड़ी सीरीज में तैयारी के लिए टीम इंडिया टूर पर इंट्रा-स्क्वाड मैच खेलेगी। 

 
9. टीम इंडिया अपने इंग्लैंड टूर में इंट्रा-स्क्वाड मैच खेलने वाली दूसरी टीम बन जाएगी- एशेज 2019 के लिए टीम चुनने से पहले, मेहमान ऑस्ट्रेलिया ने भी एक इंट्रा-स्क्वाड मैच खेला था।इस सारे नज़ारे के पीछे के एक सच पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।आखिरकार ऐसी नौबत आई ही क्यों कि टीमें काउंटी क्लब इलेवन के विरुद्ध न खेलकर, प्रैक्टिस के लिए, इंट्रा स्क्वाड मैच खेल रही हैं। ये सिर्फ इंग्लैंड में ही नहीं पूरी क्रिकेट की दुनिया में हो रहा है – प्रैक्टिस मैचों के लिए मेजबान क्लब/ एसोसिएशन कतई अच्छे स्टार टीम में नहीं खिलाते। ऐसे में ये मैच वह फायदा देते ही नहीं जो मिलना चाहिए था। लगातार ऐसा देखकर ही ऑस्ट्रेलिया ने 2019 एशेज के लिए अपनी तैयारी में काउंटी इलेवन के विरुद्ध खेलने की जगह अपने खिलाड़ियों के बीच मैच खेला। 


टीम इंडिया के साथ इंग्लैंड के 2018 टूर में यही हुआ – चेम्सफोर्ड में एसेक्स के विरुद्ध चार दिन का फर्स्ट क्लास मैच था पर मेजबान खिलाड़ी इतने साधारण थे कि टीम इंडिया ने इसे तीन दिन वाले मैच में बदल दिया और जो एक दिन बचा उसमें आपस में प्रैक्टिस करना उन्हें कहीं ज्यादा फायदे वाला लगा। इस सीजन में टीम इंडिया ने शुरू से ही इंडिया ए के विरुद्ध मैच चुने प्रैक्टिस के लिए पर न्यूजीलैंड ने 25 मई से टांटन में समरसेट के विरुद्ध चार दिन का, श्रीलंका ने केंट और ससेक्स के विरुद्ध क्रमशः18 और 20 जून को 50 ओवर और टी 20 वार्म-अप और पाकिस्तान ने नॉर्थैम्पटनशायर  तथा वूरस्टरशायर के विरुद्ध क्रमशः 2 और 4 जुलाई को मैच खेलने थे।ये सभी मैच हट गए और इनकी जगह इंट्रा-स्क्वाड मैचों ने ले ली।
– चरनपाल सिंह सोबती

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