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ट्रेंट ब्रिज टेस्ट के दौरान ऑनर्स बोर्ड पर जसप्रीत बुमराह का नाम लिखा गया – टेस्ट में 5 विकेट का रिकॉर्ड बनाने के लिए। इंग्लैंड के कई स्टेडियम में इसी तरह से 5 विकेट या सेंचुरी के रिकॉर्ड के लिए ऑनर्स बोर्ड पर नाम लिखने की परंपरा है लेकिन जो चर्चा या मशहूरी लॉर्ड्स के ऑनर्स बोर्ड पर नाम आने से मिलती है उसका कोई जवाब नहीं है। कई बड़े बड़े दिग्गज़, लॉर्ड्स में खेलने के बावजूद, ऑनर्स बोर्ड पर अपना नाम नहीं देख पाए जबकि कुछ साधारण करियर वालों का नाम इस बोर्ड पर चमक रहा है क्योंकि लॉर्ड्स में खेले तो कमाल कर गए। अब विराट कोहली इसकी नई और सबसे अच्छी मिसाल हैं – भले ही टेस्ट करियर में 7547 रन पर लॉर्ड्स में 2 टेस्ट में अब तक सिर्फ 65 रन तो बोर्ड पर नाम कहाँ से होगा? इसके उलट अजीत अगरकर – भले ही करियर में 26 टेस्ट में 571 रन बनाए लेकिन लॉर्ड्स में अपने एकमात्र टेस्ट (2002) में 109* का स्कोर बना दिया और उनका नाम ऑनर्स बोर्ड पर चमक रहा है।

टेस्ट क्रिकेट की रन मशीन में से एक सुनील गावस्कर – लॉर्ड्स में 5 टेस्ट में 340 रन पर सबसे बड़ा स्कोर 59 इसलिए उनका नाम बोर्ड पर कहाँ से आता? संयोग से 1987 में, गावस्कर ने लॉर्ड्स में रेस्ट ऑफ़ द वर्ल्ड इलेवन – एमसीसी मैच खेला और उसमें 188 रन बना दिए। परंपरा तो ये है कि सिर्फ टेस्ट के रिकॉर्ड पर ऑनर्स बोर्ड पर नाम आएगा लेकिन गावस्कर की इस सेंचुरी ने एक बहस शुरू कर दी – एमसीसी में एक अभियान चला कि उनका नाम ऑनर्स बोर्ड में
‘स्पेशल’ उल्लेख के तौर पर लिखो पर लिखो जरूर। एमसीसी को मानना पड़ा। ये बात अलग है कि गावस्कर ने टेस्ट रिकॉर्ड ले लिए बोर्ड पर अपना नाम न आने की कभी परवाह नहीं की।

और भी देखिए कि ये गैर इंग्लिश दिग्गज भी ऑनर्स बोर्ड पर नहीं हैं :

  • सचिन तेंदुलकर – लॉर्ड्स में 5 टेस्ट में 195 रन और सबसे बड़ा स्कोर 37 रन।
  • ब्रायन लारा – लॉर्ड्स में 3 टेस्ट में 126 रन और सबसे बड़ा स्कोर 54 रन।
  • शेन वार्न – लॉर्ड्स में 4 टेस्ट में 19 विकेट और सबसे बेहतर 4-57 गेंदबाज़ी।
  • वसीम अकरम – लॉर्ड्स में 4 टेस्ट में 12 विकेट और सबसे बेहतर 4-66 गेंदबाज़ी।
  • रिकी पोंटिंग – लॉर्ड्स में 4 टेस्ट में 135 रन और सबसे बड़ा स्कोर 42 रन।

इसलिए विराट कोहली को निराश होने की जरूरत नहीं – पर बोर्ड पर नाम होने के रोमांच को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। मौजूदा टीम का कौन सा खिलाड़ी इस बार बोर्ड पर अपना नाम लिखाएगा?

तेंदुलकर के जिक्र में ये बताना जरूरी है कि संयोग से गावस्कर की तरह से उन्होंने भी लॉर्ड्स में एक सेंचुरी बनाई है -1998 में प्रिंसेस ऑफ़ वेल्स डायना की याद में एक विशेष वन डे चैरिटी मैच में एमसीसी के विरुद्ध रेस्ट ऑफ़ द वर्ल्ड के लिए 125 रन बनाए। ये सेंचुरी उन्हें ऑनर्स बोर्ड पर नहीं ला पाई।

अगर किस्मत की बात करें तो भारतीय खिलाड़ियों में किस्मत सिर्फ अजीत अगरकर के ही साथ नहीं थी – सौरव गांगुली, अजिंक्य रहाणे (103- लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन सेंचुरी बनाने वाले पहले भारतीय भी) और भुवनेश्वर कुमार
(6 -82) का नाम भी इस बोर्ड पर पहले ही टेस्ट में आ गया था। गांगुली तो उसके बाद भी यहां खेले पर अगरकर और भुवनेश्वर इस रिकॉर्ड टेस्ट के बाद फिर कभी लॉर्ड्स टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं बने।

और कुछ ख़ास बातें :

  • ये ऑनर्स बोर्ड ‘होम’ और ‘अवे’ ड्रेसिंग रूम की दीवार पर हैं और दोनों बोर्ड पर टीम के हिसाब से नाम लिखा जाता है।
  • अब न सिर्फ वन डे क्रिकेट, महिला क्रिकेट के लिए भी आनर्स बोर्ड लगा दिए गए हैं। महिलाओं का नाम लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड पर लिखने का फैसला 2019 में हुआ।
  • इंग्लैंड के अपने माइकल आथर्टन, रिकी पोंटिंग और मुथैया मुरलीधरन का नाम इस बोर्ड पर न होने के साथ ये जिक्र जरूरी है कि इस तीनों ने यहां वन डे क्रिकेट में क्वालीफाई किया पर टेस्ट में नहीं।
  • वे टॉप खिलाड़ी (सबसे ज्यादा रन और विकेट की गिनती से) कौन कौन से हैं जिनका नाम लॉर्ड्स में ऑनर्स बोर्ड पर नहीं है :
    इंग्लिश बल्लेबाज़ : इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन – लॉर्ड्स में 15 टेस्ट में 852 रन लेकिन सबसे बड़ा स्कोर 99 (1993 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध – रन आउट)। इसके बाद ग्राहम थोर्प – 13 लॉर्ड्स टेस्ट में 89 के सबसे बड़े स्कोर के साथ 711 रन।
    विदेशी बल्लेबाज़ : सुनील गावस्कर – लॉर्ड्स में 5 टेस्ट में 340 रन, सबसे बड़ा स्कोर 59 रन (हालांकि गावस्कर का नाम ऑनर्स बोर्ड पर है पर टेस्ट रिकॉर्ड के लिए नहीं)।
    इंग्लिश गेंदबाज : मैथ्यू होगार्ड ने लॉर्ड्स में 11 टेस्ट में पांच विकेट के बिना 37 विकेट लिए (सबसे बेहतर 4-27)।
    विदेशी गेंदबाज़ : 1950 के दशक के बाएं हाथ के स्पिनर जॉनी वार्डले (23) और ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न (19)।

भारतीय क्रिकेटरों के बारे में :

  • लॉर्ड्स में 9 भारतीय बल्लेबाजों ने टेस्ट सेंचुरी बनाई है – जिनमें से सिर्फ दिलीप वेंगसरकर (3) ने ही एक से ज्यादा सेंचुरी बनाई।
  • लॉर्ड्स में 17 भारतीय गेंदबाजों ने 5 विकेट का रिकॉर्ड बनाया है – जिनमें से सिर्फ बिशन बेदी, कपिल देव और इशांत शर्मा (2) ने ही ये रिकॉर्ड दूसरी बार बनाया।
  • बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों के ऑनर्स बोर्ड पर नाम होना तो और भी असाधारण उपलब्धि है – भारत से ये रिकॉर्ड सिर्फ वीनू मांकड़ (184 – लॉर्ड्स में आज तक किसी भी भारतीय का सबसे बड़ा स्कोर और 5-196) के नाम पर है।
  • लॉर्ड्स में किसी भी भारतीय की सबसे बेहतर गेंदबाज़ी 7-74 है – इशांत शर्मा (2014)।

वास्तव में लॉर्ड्स का भारतीय क्रिकेट के इतिहास में बड़ा ख़ास स्थान है – यहीं अपना पहला टेस्ट खेला था। अब तक 18 टेस्ट खेले हैं – इनमें से 2 जीते और 12 में हारे। इस बार विराट कोहली की टीम क्या ख़ास करेगी ?

  • चरनपाल सिंह सोबती
One thought on “कौन लॉर्ड्स में ऑनर्स बोर्ड पर अपना नाम नहीं देखना चाहता?”

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