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 चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध महिला टेस्ट में टीम इंडिया का 603-6 रन का स्कोर यूं तो खुद ही अपने आप में एक रिकॉर्ड है (पिछला सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर : 2024 में ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका 575-9) और इस से भी बड़ी बात ये कि महिला फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पहली बार किसी टीम ने 600 रन का स्कोर पार किया (पिछला सबसे बड़ा फर्स्ट क्लास स्कोर : ऑस्ट्रेलिया का 1998 में इंग्लैंड ए के विरुद्ध 595 रन)। इन रिकॉर्ड में सबसे बड़ी भूमिका रही टेस्ट के पहले दिन भारत के 525-4 रन के स्कोर की। जी हां, एक दिन के खेल में 525 रन।

तो ऐसे में ये अंदाजा लगाना कोई मुश्किल नहीं कि पूरे दिन कई नए रिकॉर्ड बने और कई तो ऐसे भी होंगे जिनका पता आगे चलेगा जब और बारीकी से इस स्कोर पर रिसर्च करेंगे। लंच से पहले 130 रन, दूसरे सैशन में 32 ओवर में 204 रन तथा चाय के बाद 191 रन। रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला दोनों ओपनर शेफाली वर्मा (205) और स्मृति मंधाना (149) ने शुरू कर दिया था और आंकड़ों के जानकार बस रिकॉर्ड बदलते रहे।

स्मृति ने अपने वनडे फॉर्म को जारी रखा- 149 रन 161 गेंद में 27 चौके और 1 छक्के के साथ और दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध इस सीरीज में 4 इंटरनेशनल मैच में तीसरा 100 बनाया। और देखिए :

  • किसी भी भारतीय महिला क्रिकेटर के सबसे ज्यादा 9 इंटरनेशनल 100 का नया रिकॉर्ड (पिछला रिकॉर्ड : मिताली राज 8 शतक)।
  • 100 रन की बात करें तो जहां शेफाली ने इसके लिए 113 गेंद लीं तो वहीं, स्मृति ने 122 गेंद (इनसे तेज सिर्फ : 106 गेंद- चमानी सेनेविरत्ने, श्रीलंका-पाकिस्तान,1998)। एक ही दिन में भारत की दो बल्लेबाज सबसे तेज 100 का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब थीं। 

शेफाली ने अपना पहला टेस्ट 100 ही नहीं, 200 भी बनाया। सबसे मजेदार है टेस्ट क्रिकेट में गजब के स्ट्राइक रेट वाले वीरेंद्र सहवाग के एक 200 से तुलना। 2008 में सहवाग ने चेपॉक में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध 194 गेंद (सबसे तेज 200 का किसी भी भारतीय पुरुष क्रिकेटर का नया रिकॉर्ड) में जब 200 बनाए थे तो 190 के बाद एक 6 भी लगाया था- वही अब शैफाली ने इसी स्टेडियम में, इसी टीम के विरुद्ध किया- 194 गेंद (सबसे तेज 200 का किसी भी भारतीय महिला क्रिकेटर का नया रिकॉर्ड) में 200 और 190 के बाद एक 6 भी लगाया। और देखिए :-

  • इस पारी में 8 छक्के लगाए- इतने तो किसी और महिला खिलाड़ी ने पूरे टेस्ट करियर में भी नहीं लगाए हैं।
  • एक दिन में 200+ रन बनाने वाली पहली महिला बल्लेबाज (पिछला रिकॉर्ड : 189 – बेट्टी स्नोबॉल, इंग्लैंड-न्यूजीलैंड, 1935)।
  • टेस्ट में 200 बनाने के बाद शेफाली का रन आउट होना भी ख़ास है और ऐसी पहली महिला भारतीय तो हैं ही, पुरुष क्रिकेटरों में भी सिर्फ संजय मांजरेकर (विरुद्ध पाकिस्तान, 1989) और राहुल द्रविड़ (विरुद्ध इंग्लैंड, 2002) ने इस दुर्भाग्य को झेला है।
  • अब वे महिला टेस्ट में 200 लगाने वाली सबसे कम उम्र के रिकॉर्ड में नंबर 2 हैं 20 साल 152 दिन की उम्र के साथ (उनसे कम उम्र में : 19 साल 256 दिन- मिताली राज, विरुद्ध इंग्लैंड, 2002)।

दोनों ने पहले विकेट की पार्टनरशिप में रिकॉर्ड 292 रन जोड़े। बस ये दोनों पार्टनरशिप में टेस्ट क्रिकेट का सिर्फ दूसरा 300 का स्कोर नहीं दर्ज का पाई। हां, अगर सिर्फ पहले विकेट की पार्टनरशिप देखें तो नया रिकॉर्ड जरूर बनाया (पिछला रिकॉर्ड : पाकिस्तान के लिए किरन बलूच-साजिदा शाह की 241 रन की पार्टनरशिप)।
– महिला टेस्ट में भारत की ओर से सबसे बड़ी पार्टनरशिप :292 – शेफाली वर्मा-स्मृति मंधाना, विरुद्ध दक्षिण अफ्रीका, 2024
275 – पूनम राउत और थिरुष कामिनी विरुद्ध दक्षिण अफ्रीका, 2014 

पहले दिन का खेल खत्म होने पर हरमनप्रीत कौर और रिचा घोष क्रमशः 42* और 43* पर थीं। पहले दिन के 525-4 नया टेस्ट रिकॉर्ड हैं (पिछला एक दिन का, एक टीम का सबसे बड़ा स्कोर : कोलंबो के पी सरवनमुट्टू स्टेडियम टेस्ट के दूसरे दिन बांग्लादेश के विरुद्ध श्रीलंका के 509 रन) जबकि दोनों टीम के स्कोर जोड़ दें तो 588 रन रिकॉर्ड हैं जो इंग्लैंड-भारत, 1936 के एक टेस्ट में बने। वैसे फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 1948 के इंग्लैंड टूर में ऑस्ट्रेलिया इलेवन ने साउथ चर्च पार्क में एसेक्स के विरुद्ध एक दिन में 721 रन बनाए थे। भारत का इससे पहले महिला टेस्ट में टॉप स्कोर 467 था- विरुद्ध इंग्लैंड, टॉनटन 2002 में।

चरनपाल सिंह सोबती

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