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लखनऊ सुपर जायंट्स ने ऑलराउंडर की, पहले से एक बड़ी लिस्ट में, नीलामी में विशेषज्ञ बल्लेबाज निकोलस पूरन को जोड़ा- वे जरूरत में विकेटकीपर हैं और टीम इस से बेहतर संतुलित हो गई। केएल राहुल की टीम अब पिछले डेब्यू सीजन से भी बेहतर खेलना चाहेगी- तब प्लेऑफ में खेले थे और एलिमिनेटर में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से हारने से पहले 9 जीत और 5 हार के साथ लीग राउंड में नंबर 3 थे।

नोट करने वाली बात ये है कि सुपर जायंट्स इस सीजन में पहले 7 दिन में 3 मैच खेलेंगे जिसमें लखनऊ से चेन्नई जाना और वापसी शामिल है। उनके पहले 6 मैच नाईट वाले हैं और ओस इन पर असर डालेगी ही। ऐसे में सही टीम चुनना सबसे जरूरी है। उस पर टीम कैंप से खबर ये है कि क्विंटन डी कॉक पहले दो मैच के लिए उपलब्ध नहीं- वे नीदरलैंड के विरुद्ध दक्षिण अफ्रीका की वनडे सीरीज के बाद ही 3 अप्रैल को टीम में शामिल होंगे।

साथ में, खब्बू तेज गेंदबाज मोहसिन खान, जो पिछले सीज़न में एक सफल स्टार थे, कंधे की चोट के कारण इस सीजन के ज्यादातर मैचों में नहीं खेल पाएंगे। अपने गेंदबाजी वाले कंधे में खून के थक्के हटाने के लिए सर्जरी कराई थी और अभी तक गेंदबाजी शुरू नहीं की है। खैर ये सिलसिला तो लगभग हर टीम के साथ चल रहा है और कोर ग्रुप को इसी के साथ खेलना है।

केएल राहुल कप्तान और ओपनर और टीम की बैटिंग की दिशा तय करेंगे जैसा टीम के डेब्यू सीजन में किया- 15 मैचों में 2 शतक, 4 अर्धशतक और 616 रन (टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा)। हाल के महीनों में इंटरनेशनल क्रिकेट में कुछ ख़ास नहीं कर पाए पर आईपीएल एक नई इनिंग्स है। कैश-रिच लीग में रन मशीन-109 मैच,136.22 स्ट्राइक रेट से 3889 रन। उनके साथ क्विंटन डी कॉक विकेटकीपर और ओपनर भी- इस खब्बू ने पिछले सीजन में 508 रन बनाए (टूर्नामेंट में तीसरे सबसे ज्यादा) 148+ स्ट्राइक रेट से 1 शतक और 3 अर्द्धशतक के साथ। आईपीएल रिकॉर्ड- 92 मैच, 133.91 स्ट्राइक रेट, 2764 रन। विकेटों के पीछे से, काम आने वाली स्ट्रेटजी बनाने में मदद करते हैं।  

दीपक हुड्डा ने पिछले सीजन में 15 मैच में 451 रन बनाए (4 अर्धशतक) 136+ स्ट्राइक रेट से और सीधे टीम इंडिया में खेलने के दावेदार बने। पेस और स्पिन दोनों पर खतरनाक। उनकी 5.75 करोड़ रुपये की कीमत वसूल हो गई जब पिछले सीजन में चमके।आईपीएल रिकॉर्ड -95 मैच में 1236 रन और 10 विकेट। निकोलस पूरन को 16 करोड़ रुपये खर्च कर लाए- पिछले सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए उनके 14 मैच में 144+ स्ट्राइक रेट से 306 रन देख कर। आईपीएल रिकॉर्ड- 47 मैच,151.24 स्ट्राइक रेट से 912 रन। मिडिल आर्डर स्लॉट में फिट हैं वे और टीम को उनसे बड़ी उम्मीद है।

आयुष बडोनी ने निचले मिडिल आर्डर पर पिछले सीजन में आक्रामक क्रिकेट से 11 पारी में 161 रन बनाए। इस समय भारतीय घरेलू सर्किट में सबसे रोमांचक उम्मीद में से एक- मेगा नीलामी में 20 लाख रुपये में मिल गए थे। टीम का और उनका डेब्यू सीजन 2022 आईपीएल था। मार्कस स्टोइनिस माहिर ऑलराउंडर हैं- पिछले सीजन में, 10 पारी में 147+ स्ट्राइक रेट से 156 रन और 4 विकेट। सबसे अच्छे फिनिशर में से एक रहे थे। आईपीएल रिकॉर्ड- 137.36 स्ट्राइक रेट से 1070 रन और 34 विकेट। स्टोइनिस को फिर से स्लॉग ओवरों में बैट से तेज रन बनाने का जिम्मा सौंपा जाएगा।

क्रुणाल पांड्या टीम के स्पिन ऑलराउंडर हैं- इस खब्बू ने पिछले सीजन में 14 मैच में सिर्फ 6.97 इकॉनमी रेट से 10 विकेट लिए। बैट से- 13 पारी में 126+ स्ट्राइक रेट से 183 रन। इंटरनेशनल सर्किट से दूर पर आईपीएल में कामयाब- 98 मैच, 136.70 स्ट्राइक रेट से 1326 रन और 61 विकेट। उनके साथ होंगे रवि बिश्नोई स्पिनर- पिछले सीजन में 14 मैच में 35.07 औसत और 8.44 इकॉनमी से 13 विकेट लिए थे। इस समय देश के सर्वश्रेष्ठ लेग स्पिनर में से एक- आईपीएल में 7.53 इकॉनमी से 37 मैच में 37 विकेट।

आवेश खान के साथ पेस अटैक शुरू। पिछले सीजन में 13 मैच में 23.11 औसत और 8.72 इकॉनमी से 18 विकेट लिए- टीम के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज। ये वैसे उनकी 10 करोड़ रुपये की कीमत वाला प्रदर्शन नहीं था। फिर भी, इसी बदौलत टीम इंडिया तक पहुंच गए। अब उनसे 2021 सीज़न जैसी गेंदबाजी की उम्मीद है- तब 16 मैच में 7.37 इकॉनमी से दिल्ली कैपिटल्स के लिए 24 विकेट झटके थे। आईपीएल रिकॉर्ड- 38 मैच में 47 विकेट।

मार्क वुड पिछले सीजन में हिस्सा नहीं ले सके थे। सिर्फ 1 आईपीएल मैच (0 विकेट) पर इंग्लैंड के लिए सिर्फ 28 टी20 में 45 विकेट लिए हैं। पिछले साल लखनऊ थिंक टैंक ने उन्हें बहुत याद किया था पर इस साल 7.5 करोड़ रुपये की कीमत वाला जलवा दिखा कर आग लगाने के लिए तैयार। इनके साथ स्कीम में तो मोहसिन खान थे- पिछले सीजन में, जो टीम और उनका दोनों का डेब्यू था- 9 मैच, 14 विकेट, 14.07 औसत और सिर्फ 5.96 इकॉनमी से (इसमें एक मैच में 4 विकेट भी)।भविष्य के लिए एक टेलेंट हैं और उन पर नजर रखनी चाहिए। टीम को गेंद से स्ट्राइक फोर्स बनाने की कोशिश करेंगे। उनकी जगह टीम को रिजर्व लिस्ट में से किसी को लाना होगा और सबसे ऊपर जयदेव उनादकट का नाम है।  

  • चरनपाल सिंह सोबती

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