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ट्रेंट ब्रिज, इंग्लैंड-न्यूजीलैंड टेस्ट : अचानक पता लगा कि कप्तान केन विलियमसन कोविड -19 पॉजिटिव और नहीं खेलेंगे। ऐसे में मौका मिला 31 साल के माइकल ब्रेसवेल को। उन्होंने टेस्ट में क्या किया- इससे भी ख़ास बात ये कि मशहूर ब्रेसवेल परिवार के क्रिकेट इतिहास में एक और पेज जोड़ दिया। माइकल इस साल नीदरलैंड गई टी 20 और वन डे टीमों में भी थे पर टेस्ट खेलने की बात अलग है। इंग्लैंड से लौटते हुए, आयरलैंड में सनसनीखेज जीत में इसी माइकल ब्रेसवेल ने कमाल किया। कौन है ये क्रिकेटर?
आपको ये जानकार हैरानी होगी कि न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए ब्रेसवेल नाम कोई नया नहीं। परिवार की बात करें तो वे भूतपूर्व इंटरनेशनल खिलाड़ियों जॉन और ब्रेंडन ब्रेसवेल के भतीजे, ओटागो के फर्स्ट क्लास क्रिकेटर मार्क के बेटे और मौजूदा ब्लैक कैप क्रिकेटर डग ब्रेसवेल के चचेरे भाई हैं- इतनी बड़ी, परिवार में क्रिकेट की लाइन अप लेकिन पता नहीं क्यों क्रिकेट के मशहूर परिवार का जिक्र करते हुए आम तौर पर उनका जिक्र नहीं होता। इस तरह न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व करने वाले ब्रेसवेल परिवार के सबसे नए सदस्य, माइकल ने इंटरनेशनल क्रिकेट में देरी से शुरुआत की पर ओडीआई कैप के बाद टेस्ट कैप भी हासिल की।  ।
माइकल 2010 अंडर-19 विश्व कप में चचेरे भाई डग के साथ खेले थे और उसके बाद घरेलू क्रिकेट में ही नाम चर्चा में रहा। 2020-21 में, चार शतकों के साथ 725 रन बनाए (उनमें से एक न्यूजीलैंड ए के लिए) और अगली समर में टी 20 सुपर स्मैश में टॉप स्कोरर थे- इसी से इंटरनेशनल क्रिकेट का रास्ता बना और नीदरलैंड गए पहले सीनियर कॉल-अप में।
उनके लिए आइडल एडम गिलक्रिस्ट- उन्हीं की तरह खब्बू टॉप विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर शुरुआत की पर बाद में करियर में दूसरी स्ट्रिंग के तौर पर ऑफ स्पिन को भी जोड़ दिया। अब तक 2 टेस्ट में 96 रन और 5 विकेट। ये सफर कितना लंबा चलेगा ये तो समय बताएगा- भले ही 31 साल की उम्र में, टेस्ट डेब्यू किया पर उन्हें उम्मीद है लगातार खेलेंगे और परिवार की क्रिकेट विरासत को आगे बढ़ाएंगे।  
माइकल के संदर्भ में रिश्ता देखिए :जॉन (चाचा) : 1980 के दशक में 94 कैप। 2003 से 2008 तक ब्लैक कैप्स को कोचिंग दी और उसके बाद इंग्लिश काउंटी ग्लूस्टरशायर के भी कोच रहे। भाइयों में सबसे मशहूर- एक तेज तर्रार ऑफ स्पिनर थे जो करियर के आखिर में, एक उपयोगी बल्लेबाज भी बने- 41 टेस्ट (एक टेस्ट शतक) और न्यूजीलैंड की ऑल टाइम गेंदबाजी की लिस्ट में टॉप गेंदबाजों में से एक।102 टेस्ट विकेट, जिसमें 6-32 सर्वश्रेष्ठ, चार बार 5 विकेट और एक बार 10 विकेट। साथ में 53 वन डे भी।  ब्रेंडन (चाचा) : 6 टेस्ट और एक वनडे। इनके बेटे हैं डग। अपने बेटे का नाम रखते हुए ऑस्ट्रेलिया के सबसे मशहूर शराब पीने वाले, चेन स्मोकर, पंटर और क्रिकेटर डग वाल्टर्स से बड़े प्रभावित थे। 1978-85 के बीच 6 टेस्ट में 14 विकेट। मार्क  : इनके बेटे हैं माइकल। दाएं हाथ के बल्लेबाज थे जिन्होंने एक मैच खेला ओटागो के लिए।
डगलस (चाचा) : 26 फर्स्ट क्लास मैच।1970 के दशक में क्रिकेट और रग्बी खेले और सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट्स महिला टीम के कोच रहे।चचेरे भाई डग : 27 टेस्ट ,21 वन डे और 20 मैच टी 20 इंटरनेशनल- तीनों तरह की क्रिकेट में 118 विकेट। 
इस तरह, मशहूर परिवार का नाम माइकल के साथ जुड़ा है पर कोई दबाव नहीं और वे किसी से अपनी तुलना नहीं करते। न्यूजीलैंड क्रिकेट में जब भी पारिवारिक विरासत की चर्चा हुई तो पिछले कुछ सालों में सिर्फ हैडली और क्रो परिवार का नाम लिया गया। होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया पर ब्लैक कैप्स की टेस्ट जीत के बाद पहली बार ब्रेसवेल नाम को सही चर्चा मिली- तब डग ब्रेसवेल के दूसरी पारी में 6-40 और मैच में 9-60 ने जीत दिलाई थी। 
ये पारिवारिक विरासत आगे की पीढ़ी में भी चले तो हैरानी नहीं होगी। 

  • चरनपाल सिंह सोबती

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