क्रिकेट में बल्लेबाज के लिए ख़ास होता है शतक और उसी तरह गेंदबाज के लिए ख़ास है हैट्रिक। जब एक गेंदबाज लगातार गेंदों पर तीन विकेट लेता है तो इसे हैट्रिक कहते हैं और रिकॉर्ड इस बात का सबूत है कि कई दिग्गज भी करियर में एक भी हैट्रिक नहीं बना पाए। अब इसी हैट्रिक में एक विविधता और भी है- उस गेंदबाज की लगातार तीन गेंद में विकेट, भले ही इन तीन गेंद के बीच किसी दूसरे गेंदबाज ने गेंदबाजी की हो। बस एक ही मैच में, एक गेंदबाज की लगातार तीन गेंद होनी चाहिए। इसे कहते हैं ‘ब्रोकन हैट्रिक’।
अब चूंकि ब्रोकन हैट्रिक में समय लगा- क्या आप विश्वास करेंगे कि कई बार तो गेंदबाज को भी यह एहसास नहीं होता कि हैट्रिक दर्ज की है। इसलिए अगर मैच देखने वाले इस रिकॉर्ड को नोट न कर पाएं तो कोई हैरानी की बात नहीं। पिछले कुछ दिनों में, तीन ऐसी हैट्रिक बनीं और ख़ास बात ये है कि तीनों में एकदम ये रिकॉर्ड नोट नहीं हुआ। देखिए-
- ऑस्ट्रेलिया वूमन टीम कुछ दिन पहले भारत के टूर पर आई तो सीरीज के 5वें टी20 इंटरनेशनल में हीथर ग्राहम ने हैट्रिक ली लेकिन उन्हें भी पता नहीं चला कि ये रिकॉर्ड बना दिया है- आम तौर पर मीडिया में इस मैच की रिपोर्ट में भी इस हैट्रिक का जिक्र नहीं है। बस ऐश गार्डनर और ग्रेस हैरिस की हिटिंग की ही चर्चा होती रही उनकी 54 रन की जीत में।
ग्राहम की हैट्रिक नोट न किए जाने की एक और वजह ये थी कि दूसरे और तीसरे विकेट के बीच 6 ओवर फेंके गए और उसी में पिछले विकेट भूल गए- 12वें ओवर की आखिरी दो गेंद और उसके बाद 19वें ओवर की पहली गेंद पर विकेट और यूं बनी हैट्रिक।
- ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम से रिलीज़ होने के बाद ब्रिस्बेन हीट के सीमर माइकल नेसर ने बीबीएल सीज़न की पहली हैट्रिक ली- उन्हें खुद को पता न चला कि हैट्रिक ली है। मेलबर्न रेनेगेड्स के टॉप आर्डर को जबरदस्त झटका लगा और दो ओवर में स्कोर रन चेज में स्कोर 9-4 हो गया। नेसर ने 8 गेंद में 4 विकेट लिए और इसी में, पारी के पहले ओवर की आख़िरी गेंद और तीसरे ओवर की पहली दो गेंद पर भी विकेट थे। मैच में नेसर के आंकड़े 4-32 रहे- करियर में सर्वश्रेष्ठ टी20 प्रदर्शन
- इसी बीबीएल में, इस साल नाथन एलिस ने होबार्ट हरिकेंस के लिए हैट्रिक ली सिडनी थंडर के विरुद्ध- क्रिकेट की दुनिया को क्या, इस 28 साल के गेंदबाज को खुद भी पता न चला कि क्या हासिल किया है? एलिस के पहले ओवर की आख़िरी गेंद- मैट गिलक्स को आउट किया और अपनी अगली दो गेंदों में ओली डेविस और नाथन मैकएंड्रू के विकेट लिए पर 10 ओवर के बाद। फॉक्स क्रिकेट के कमेंटेटर ब्रेट ली ने इसे सबसे पहले नोट किया। वे बीबीएल के इतिहास में ये रिकॉर्ड बनाने वाले सिर्फ 9 वें खिलाड़ी बने।
क्या वास्तव में ये हैट्रिक थीं- हैट्रिक की परिभाषा में तो ये सही फिट होती हैं पर क्या टुकड़ों में 3 लगातार विकेट लेना उतना ही ख़ास है जितना एक साथ 3 विकेट लेना? सुनील गावस्कर कभी इस ब्रोकन हैट्रिक को हजम नहीं कर पाए और उनका कहना है कि अगर कोई बल्लेबाज एक पारी में 90 रन पर आउट हो जाए और अगली पारी में 10 रन बना ले तो क्या इसे शतक कहेंगे? ख़ास तौर पर जब अलग-अलग पारियों के बीच हैट्रिक का बंटवारा हो जाए तब तो बिल्कुल भी नहीं। ऊपर जिन तीन मिसाल का जिक्र है, संयोग से वे तीनों लिमिटेड ओवर क्रिकेट से हैं पर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ऐसी मिसाल हैं जबकि अलग-अलग पारी में, लेकिन लगातार 3 गेंद पर 3 विकेट लिए और हैट्रिक बन गई।
जो सुनील गावस्कर कह रहे हैं, उसे समझने के लिए एक बिलकुल अनोखी मिसाल इंटरनेशनल क्रिकेट में मौजूद है। ये हैट्रिक, न सिर्फ तीन अलग-अलग ओवर में, दो पारी में बनी।ऑस्ट्रेलिया के मर्व ह्यूज ने दिसंबर 1988 में वेस्टइंडीज के विरुद्ध पर्थ टेस्ट में ये रिकॉर्ड बनाया। वेस्टइंडीज की पहली पारी के 122वें ओवर की आखिरी गेंद पर सर कर्टली एम्ब्रोस का विकेट और 124वें ओवर की पहली गेंद पर पैट्रिक पैटरसन को आउट कर पारी को खत्म कर दिया। वेस्टइंडीज की दूसरी पारी- ह्यूज ने नई गेंद ली और पहली गेंद पर गॉर्डन ग्रीनिज आउट और बन गई हैट्रिक जो तीन अलग-अलग ओवरों में फैली हुई थी।
सनी के लिए हैट्रिक का मतलब है एक साथ फ़ैंकी 3 गेंद पर 3 विकेट। अगर ब्रोकन हैट्रिक मान सकते हैं तो और दूसरे ब्रोकन रिकॉर्ड क्यों नहीं? एक गेंदबाज को एक पारी में 4 विकेट ले और दूसरी में 1 विकेट मिले तो कोई नहीं कहता कि ‘5 विकेट’ लिए। उनके लिए, हैट्रिक लगातार गेंदों में तीन छक्के मारने वाले बल्लेबाज के रिकॉर्ड की तरह है- छक्कों की ब्रोकन हैट्रिक क्यों नहीं गिनते? बल्लेबाज के पहली पारी में 90 और फिर दूसरी पारी में 10 या उससे ज्यादा स्कोर किया तो हालांकि बल्लेबाज की औसत को एक शतक के बराबर बढ़ावा मिलता है पर इसे ‘शतक’ नहीं गिनते। ऐसा क्यों? सुनील गावस्कर की ये सोच गलत नहीं।
- चरनपाल सिंह सोबती