आईपीएल 2024 शुरू होने से पहले, भारतीय खिलाड़ियों के घरेलू क्रिकेट, ख़ास तौर पर रणजी ट्रॉफी की तुलना में, आईपीएल को वरीयता देने के मुद्दे की बड़ी चर्चा हुई। बीसीसीआई ने इस पर अपने नजरिए को एक्शन में भी बदला और ‘सजा’ के तौर पर श्रेयस अय्यर और इशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया। यही पालिसी हार्दिक पांड्या पर लागू नहीं की पर आम तौर पर यही माना गया कि बीसीसीआई के एक्शन से फर्क पड़ेगा। नोट कीजिए- न तो श्रेयस और न किशन ने इस पर आंसू बहाए, या माफी मांगी या बीसीसीआई को मानाने की कोशिश की। बात साफ़ है- बीसीसीआई ने इन्हें आईपीएल खेलने से नहीं रोका इसलिए बीसीसीआई के एक्शन को बस कड़वा घूंट समझ का झेल लिया।
इसके अतिरिक्त बीसीसीआई की भी ये सोच गलत है कि उनके इस एक्शन से ऐसी मिसाल कायम हुई जिससे खिलाड़ी डरेंगे। सच ये है कि बीसीसीआई का अपना एक्शन खोखला/अधूरा है। दो को तो सजा दे दी पर नोट कीजिए- आईपीएल 2024 में टीम लिस्ट में 165 भारतीय क्रिकेटरों में से 56 ऐसे हैं जो अपने स्टेट की एसोसिएशन में रजिस्टर्ड होने के बावजूद रणजी सीज़न में एक भी मैच नहीं खेले और 25 ऐसे और हैं जो सिर्फ 1 मैच खेले। इन पर कोई एक्शन नहीं- मजे से आईपीएल ‘एंजॉय’ कर रहे हैं। ये भी नोट कीजिए :
- लिस्ट में वे तेज गेंदबाज नहीं जो चोटिल थे
- हार्दिक के भाई क्रुणाल भी लंबे समय से रणजी में बड़ौदा के लिए नहीं खेले हैं। एसोसिएशन कहती है- दोनों भाई, हमें कुछ नहीं बताते। जब खेलना हो तो सीधे कोच/एसोसिएशन प्रेसीडेंट से बात करते हैं।
- उमरान मलिक (150 किमी प्रति घंटे की तेजी की फेम वाले) के बाद जम्मू-कश्मीर के दो और तेज गेंदबाज, रसिख सलाम डार और युधवीर सिंह चरक आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट ले गए। ये दोनों एक भी रणजी मैच नहीं खेले। उमरान समेत तीनों रिकॉर्ड में अनफिट थे पर आईपीएल के लिए तीनों फिट।
- राहुल द्रविड़ ने झारखंड के इशान किशन को टीम इंडिया में वापसी के लिए रणजी खेलने की सलाह दी पर झारखंड एसोसिएशन का कहना है वे कभी रणजी के लिए उपलब्ध नहीं रहे और बीसीसीआई ने भी उन्हें इस बारे में कोई गाइडलाइन नहीं दी।
- 2014 से विदर्भ के लिए रणजी खेल रहे जितेश शर्मा को 2022 में पहला आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट मिला, इस साल जनवरी में, भारत-अफगानिस्तान टी 20 सीरीज खेले और बाद में उसी महीने 1 रणजी मैच खेले पर सीजन में फाइनल सहित 9 मैच नहीं खेले।
- चाहर भाई- दीपक (चेन्नई सुपर किंग्स) और राहुल (पंजाब किंग्स) रणजी में राजस्थान के क्रिकेटर लेकिन इस सीज़न में राहुल ने 1 मैच खेला और दीपक ने कोई नहीं। वे सालों से अपने आप रणजी मैच चुन रहे हैं या आईपीएल से मेडिकल रिपोर्ट ले आते हैं कि अनफिट हैं। कोई रोकने वाला नहीं।
- चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज राजवर्धन हंगरगेकर और मुकेश चौधरी चोट के कारण इस सीजन में कोई रणजी मैच नहीं खेले- महाराष्ट्र एसोसिएशन को उनकी फिटनेस के बारे में कुछ नहीं मालूम।
- हर्षित राणा इस सीज़न में दिल्ली के लिए एक भी रणजी ट्रॉफी या अंडर 23 कर्नल सीके नायडू ट्रॉफी मैच नहीं खेले।
तो बात साफ़ है कि आम तौर पर खिलाड़ी 4 घंटे वाले आईपीएल के लिए फिट रहने के लिए 4 दिन वाले रणजी मैच नहीं खेलते। वैसे क्या इसके लिए सिर्फ खिलाड़ी ही दोषी हैं? बीसीसीआई के सिस्टम ने उन्हें इससे बचने की इजाजत दी- कोई साफ़ पॉलिसी नहीं, कोई फिटनेस प्रोटोकॉल नहीं और इसीलिए एसोसिएशन अपने आईपीएल स्टार को फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने पर मजबूर नहीं कर पाईं। ऐसा नहीं कि घरेलू क्रिकेट में पैसा नहीं है- मुंबई की रणजी विजेता टीम के भूपेन लालवानी को 10 फर्स्ट क्लास मैच खेलने के लिए 17.20 लाख रुपये मिले जबकि आईपीएल में सबसे कम बेस प्राइस 20 लाख रुपये है। लालच ये कि आईपीएल में आगे इससे भी बड़े चैक का मौका मिलेगा।
ऐसा नहीं कि खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट बिल्कुल नहीं खेलते- वे छोटे फॉर्मेट वाले सैयद मुश्ताक अली टी20 और 50 ओवर विजय हजारे ट्रॉफी खेलते हैं क्योंकि फ्रेंचाइजी के टेलेंट स्काउट इन्हीं से खिलाड़ी उठाते हैं। इसीलिए एक सुझाव ये है कि आईपीएल नीलामी रणजी के बाद हो- जो जानबूझकर इनमें न खेलें उन्हें ऑक्शन की लिस्ट से भी बाहर कर दो। इस समय खेलने का रिमोट खिलाड़ी के हाथ में है। खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेलने की कतई भी परवाह नहीं करते और सिर्फ आईपीएल का इंतजार करते हैं।
दिलीप वेंगसरकर जैसे फर्स्ट क्लास क्रिकेट को एक बेहतर क्रिकेटर बनने के लिए जरूरी बताते रहे हैं पर खिलाड़ी फोकस बदल चुके हैं। इसके जवाब में वे कहते हैं- 3-4 दिन वाले मैच न सिर्फ मानसिक दृढ़ता और सही एटीट्यूड डेवलप करते हैं- छोटे फॉर्मेट में भी एक अच्छा क्रिकेटर बनने में मदद करते हैं। इस बात में दम है- आईपीएल में टॉप 10 रन बनाने वालों में से हर एक ने 100+ फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं जबकि गेंदबाजों की ऐसी लिस्ट में से 8 ने 50+ फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं। कुछ आईपीएल फ्रेंचाइजी ये दावा करते हैं कि वे अपने क्रिकेटरों को लांग फॉर्मेट मैच खेलने के लिए कहते हैं। ये एक मिला-जुला प्रोजेक्ट होना चाहिए जिसमें बीसीसीआई, आईपीएल टीम और खिलाड़ी सब शामिल हों।
रिकॉर्ड के लिए- ऐसे भारतीय खिलाड़ी जो इस समय टीम इंडिया में नहीं हैं लेकिन इस सीज़न में कोई रणजी मैच नहीं खेला पर आईपीएल2024 में खेल रहे हैं (प्लेइंग इलेवन में आ पाए या नहीं ये एक अलग बात है) : 1. क्रुणाल पांड्या, 2. मोहसिन खान, 3. शिवम मावी, 4. के गौतम, 5. मयंक यादव, 6. अरशद खान, 7. अमित मिश्रा, 8. एम सिद्धार्थ, 9. युद्धवीर सिंह, 10. युजवेंद्र चहल, 11. सौरव चौहान, 12. मनोज भंडागे, 13.हिमांशु शर्मा, 14. साकिब हुसैन, 15. रमनदीप सिंह, 16. अंगकृष रघुवंशी, 17. हर्षित राणा, 18. सुयश शर्मा, 19. वरुण चक्रवर्ती, 20. ईशान किशन, 21. पीयूष चावला, 22. टी नटराजन, 23. सुब्रमण्यम, 24. स्वास्तिक चिकारा, 25. ललित यादव, 26. प्रवीण दुबे, 27. रसिख सलाम, 28. अरवल्ली अवनीश, 29. राजवर्धन हंगरगेकर, 30. मुकेश चौधरी, 31. प्रशांत सोलंकी, 32. सिमरजीत सिंह, 33. दीपक चाहर, 34. शिखर धवन, 35. शिवम सिंह, 36. प्रिंस चौधरी, 37. हरप्रीत बराड़, 38. अभिनव मनोहर, 39. रॉबिन मिंज (फिट नहीं), 40. मोहित शर्मा, 41. एम शाहरुख खान।
- चरनपाल सिंह सोबती