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बीसीसीआई ने जब पुरुष क्रिकेटरों के लिए रिटेनर राउंड 1 अक्टूबर 2023 से 30 सितंबर 2024 तक के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट घोषित की तो उसमें सारी चर्चा हार्दिक पांड्या, ईशान किशन और श्रेयस अय्यर ले गए- अलग-अलग वजह से। इसी रिलीज में एक ख़ास खबर ये भी थी कि पहली बार, 5 तेज गेंदबाजों को फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट भी दे रहे हैं- ये 5, उन 30 में नहीं हैं जिन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिया। इनके नाम- आकाश दीप, विजयकुमार वैश्यक, उमरान मलिक, यश दयाल और विदवथ कावेरप्पा। इनमें से आकाश दीप ने रांची में इंग्लैंड के विरुद्ध चौथे टेस्ट में डेब्यू किया।

इस फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट के पीछे की सोच-

  • चोट लगने की स्थिति में इन तेज गेंदबाजों के पास इंश्योरेंस कवर होगा- कवर का खर्चा बोर्ड देगा।
  • इस कवर का सबसे बड़ा फायदा- बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट एकेडमी में रिहेबिलिटेशन कर सकते हैं।
  • इस तरह बिना खर्चे एकेडमी में ट्रेनिंग ले सकेंगे, रिहैबिलिटेशन कर सकेंगे और अन्य सुविधाओं का उपयोग करेंगे। बिना इस कॉन्ट्रैक्ट के भी ये एकेडमी में आ तो सकते थे लेकिन तब खर्चा राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के अकाउंट में आता है। अब ये, किसी भी अन्य सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट क्रिकेटर की तरह सीधे एनसीए जा सकते हैं।
  • इन्हें फाइनेंशियल फायदा देने का भी इरादा है ताकि ये फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने पर ध्यान लगाएं। अनुमान है कि पेसर के लिए रिटेनरशिप सी ग्रेड के खिलाड़ियों के बराबर हो सकती है- पिछले साल ये कॉन्ट्रैक्ट 1 करोड़ रुपये का था।
  • सीधी सी बात है- टीम इंडिया के लिए तेज गेंदबाजों की बेंच स्ट्रेंथ तैयार करना है। क्रिकेट बढ़ने से गेंदबाजों को बार-बार चोट लग रही है और नेशनल सेलेक्टर और बीसीसीआई की कोशिश है ऐसा पूल तैयार करना जिससे ऐसे उपलब्ध खिलाड़ियों की गिनती बढ़ाना जो सीधे टीम में जा सकें। 

ये  फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट जिस सोच से लाए हैं और खिलाड़ी भी इनका सही फायदा उठाएं तो ये गेम चेंजर साबित हो सकते हैं। तब और ज्यादा युवा खिलाड़ी तेज गेंदबाजी की तरफ आकर्षित होंगे और भारत का युवा तेज गेंदबाज का पूल बढ़ेगा। उम्मीद अब ये करनी चाहिए कि बीसीसीआई इन फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट को जारी रखे। सच ये है कि ये सिस्टम 2021-22 से लागू है लेकिन पहली बार बीसीसीआई ने ऑफिशियल तौर पर चुने खिलाड़ियों के नाम बताए हैं।

भारत के भूतपूर्व तेज गेंदबाजी कोच भरत अरुण इसे एक ‘शानदार कदम’ का नाम दे रहे हैं- ‘एनसीए में सभी सुविधा मिलने का मतलब है- फिजियोथेरेपी और स्ट्रेंथ तथा कंडीशनिंग की सबसे बेहतर सुविधा जो उनके राज्य में उतनी बेहतर नहीं होगी। इसके अलावा, एनसीए कोच से सीखेंगे- इस तरह ये एक सही और बहुत जरूरी फैसला है।’

इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया में जब 5 टेस्ट की सीरीज में टेस्ट चैंपियनशिप की मौजूदा टेबल के टॉपर्स का आमना-सामना होगा, तो ये तेज गेंदबाज बड़े काम आएंगे। सेलेक्टर की तेज गेंदबाज पर कड़ी नजर है- ये देखने के लिए कि क्या वह अपने खेल को इतना डेवलप कर पाता है कि अगले टूर के लिए टीम में शामिल किया जा सके? इस लिस्ट में टॉप पर उमरान मालिक का नाम है- उन्हें ऑस्ट्रेलिया टूर के लिए ग्रूम किया जा रहा है। इसीलिए- जम्मू-कश्मीर टीम को इस रणजी सीज़न में सलाह थी कि उमरान को ज्यादा मौका दें, वे लंबे स्पैल फेंकें। उमरान 5 रणजी मैच खेले जबकि पिछले सीजन में सिर्फ 1 मैच खेला था और उससे भी पिछले सीजन में 2 मैच।
जो मैच अपने स्टेट में खेले वे तो मौसम से काफी प्रभावित रहे पर ओडिशा के विरुद्ध कटक में दोनों पारी में 26 ओवर फेंके- अपनी पूरी तेजी के साथ स्टंप्स पर अटैक करते हुए।

सनराइजर्स हैदराबाद के लिए, 2022 में वापसी (22 विकेट) के बाद आईपीएल सनसनी से अब नजर रेड बॉल क्रिकेट में बेहतर बनने पर है। आईपीएल टीम से भी सपोर्ट है- इसीलिए पिछला सीज़न कोई ख़ास न होने के बावजूद,एसआरएच ने सपोर्ट जारी रखा है। सब मानते हैं कि उमरान में लगातार 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने का दम/टेलेंट है- जो किसी भी  भारतीय तेज गेंदबाज के लिए अभूतपूर्व है। उम्मीद है- वह समय के साथ अपनी स्किल को और डेवलप करेंगे लेकिन हाल फिलहाल सबसे जरूरी है- लगातार तेज गेंदबाजी और लंबे स्पैल।

ऑस्ट्रेलिया में लगातार तीसरी टेस्ट सीरीज़ जीतने के इरादे में तेज गेंदबाज भूमिका निभाएंगे। तब भी इस समय सिर्फ जसप्रीत बुमरा और मोहम्मद सिराज का खेलना ही तय मान सकते हैं- मोहम्मद शमी घुटने की सर्जरी के बाद रिहैबिलिटेशन में हैं, प्रसिद्ध कृष्णा के चोटिल होने का खतरा बना हुआ है, मुकेश कुमार, अवेश खान और खब्बू अर्शदीप सिंह को अभी ‘तैयार’ नहीं मान रहे जबकि आकाश दीप ने सिर्फ 1 टेस्ट खेला है। ऐसे में उमरान भले ही लंबे नहीं, बेहतर असर डालने वाले स्पैल डाल सकते हैं।

तेज गेंदबाज़ पर ज्यादा ध्यान देना जरूरी है- ये देखते हुए कि उनकी स्किल में मांसपेशियों में खिंचाव और जोड़ों पर असर आ सकता है। करियर लंबा चले- इसके लिए जरूरी है चोट रोकें। इसमें कई फैक्टर असर डालते हैं और बर्नआउट इनमें से एक है। इसलिए हर गेंदबाज के लिए उसकी जरूरत का प्रोग्राम बनाना और उसे लागू करना जरूरी है और ये एनसीए में ही बेहतर हो सकता है। 

यश दयाल प्रभावशाली खब्बू तेज गेंदबाज हैं- आईपीएल में लगातार 5 छक्के के असर से निकल आए हैं और उनके टेलेंट का सबूत यही है कि पिछले साल आरसीबी से 5 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला मिला। आकाश दीप ने टेस्ट डेब्यू में इंग्लैंड के विरुद्ध 3-83 की गेंदबाजी की और इसी से कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में आए। विदवत रणजी क्वार्टर फाइनल में एकदम चमके- नागपुर में विदर्भ के विरुद्ध कर्नाटक के लिए 10 विकेट (4/99 और 6/61) लिए। कर्नाटक के लिए 8 मैच में 23.61 औसत से 39 विकेट लेकर विजयकुमार वैश्य ने आईपीएल के लिए आरसीबी टीम में अपनी स्थिति और मजबूत की।

  • चरनपाल सिंह सोबती

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