कम से कम वर्ल्ड कप के दिनों के लिए तो ये हैडिंग सही नहीं लगता। 5 वर्ल्ड कप मैचों की मेजबानी मिलना कोई मजाक नहीं है और इनमें भारत- न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड जैसे बड़े मैच भी शामिल है। एक क्रिकेट सेंटर और क्या चाहेगा? वह भी तब जबकि कुछ साल पहले तक हिमाचल में धर्मशाला के स्टेडियम का एक बड़े क्रिकेट सेंटर के तौर पर जिक्र तक नहीं था।
एसोसिएशन की तरफ से अरुण धूमल ने कहा- इससे ये भी पता चलता है कि धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का है और क्रिकेट मैचों की मेजबानी से धर्मशाला के साथ-साथ पूरे कांगड़ा रीजन में टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। सच ये है कि एक क्रिकेट सेंटर के तौर पर इस स्टेडियम ने प्रभावित किया या नहीं, धर्मशाला को पूरी क्रिकेट की दुनिया में चर्चा दिला दी।
बर्फ से ढकी धौलाधार माउंटेन रेंज में है धर्मशाला और इसीलिए क्रिकेट स्टेडियम बड़ा खूबसूरत नजारा पेश करता है। 25000 सीट का स्टेडियम जिसमें वर्ल्ड कप के लिए ख़ास तौर पर दोबारा पिच बनाईं, आउटफील्ड भी फिर से बनाई। टूरिज्म की बात करें तो उसमें उछाल तो यहां आईपीएल मैचों के खेलने से ही नजर आने लगा था और अब तो विदेशी मेहमान भी इसकी खूबसूरती को निहारते नजर आए।
ये तो वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले ही मालूम था कि पिच और आउटफील्ड को सही तरह से तैयार करने के लिए न तो पूरा समय मिला और न ही सही मौसम। मजेदार बात ये है कि स्टेडियम में ये सभी काम, पूरी मुस्तैदी से वर्ल्ड कप के मैच मिलने के बाद ही शुरू हुए। ग्राउंड से ड्रेनेज का नया सिस्टम भी लगा है। बादल, नमी- इस सब में क्रिकेट की तैयारी आसान नहीं होती। समुद्र से 1,457 मीटर की ऊंचाई पर है स्टेडियम। वर्ल्ड कप से पहले, आख़िरी वनडे 2017 में भारत-श्रीलंका खेले थे। वर्ल्ड कप में भी मैच शुरू होने के बाद मौसम लगातार बदलता गया और इन दिनों रात में औसत न्यूनतम तापमान 4.5°C तक नीचे चला जाता है।
वैसे रिनोवेशन तो पिछले कई महीने से चल रही थी। ये ऐसे चली कि एक घोटाले का किस्सा बन गई। स्टेडियम को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पिछली टेस्ट सीरीज का एक टेस्ट भी मिला था। बीसीसीआई ने 8 दिसंबर 2022 को तय किया कि एचपीसीए स्टेडियम, 1 से 5 मार्च 2023 तक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट की मेजबानी करेगा। 22 दिसंबर को ही आउटफील्ड की हालत ये थी कि जानकारों ने कह दिया था कि यहां टेस्ट नहीं खेल पाएंगे। वही हुआ पर सभी को परेशानी में डालने के बाद, बिलकुल आखिरी मुकाम पर बीसीसीआई ने वहां से टेस्ट हटाया।
अब इसी तरह वर्ल्ड कप के 5 मैच दे दिए- ये जानते हुए भी कि ये वहां क्रिकेट के लिए सही मौसम नहीं है। नया ड्रेनेज सिस्टम, राई घास जो ठंड के मौसम के लिए सही रहती है, नदी की रेत और बजरी को इस्तेमाल किया, कुछ सीटें बदलीं, स्टैंड को रंगा, पिच के लिए काली मिट्टी लाए ,ओस का ध्यान रखते हुए विशेष स्प्रे लाए पर इतना समय ही नहीं था कि आउटफील्ड सही तरह से तैयार कर पाते। आईसीसी पिच सलाहकार एंडी एटकिंसन आए और वे भी चुपचाप चले गए।
नतीजा ये खूबसूरत नज़रों के बीच आउटफील्ड की आलोचना का सिलसिला जारी है। अफगानिस्तान के चीफ कोच जोनाथन ट्रॉट ने तो कहा भी कि मुजीब उर रहमान भाग्यशाली थे कि बांग्लादेश के विरुद्ध मैच के दौरान डाइव लगाते समय घुटना रेतीले आउटफील्ड में चला गया पर उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई। आउटफ़ील्ड पर घास बिखरी है- काईदार थी और खिलाड़ियों के पैर उसमें धंस रहे हैं। जोस बटलर ने तो अपने बांग्लादेश से मैच से पहले कहा भी कि उनके फील्डर डाइव नहीं लगाएंगे।
अगर आउटफील्ड में नमी वाली और गीली मिट्टी नहीं थी तो क्यों टीम इंडिया के मैच के दौरान, टीम के थ्रो इन एक्सपर्ट रघु , फील्डिंग के दौरान बॉउंड्री लाइन पर हाथ में ब्रश लिए बैठे रहे और ओवर के बीच भी खिलाडियों के जूते के नीचे से, चिपकी मिट्टी हटाते रहे?
स्टेडियम दुनिया के सबसे खूबसूरत ग्राउंड में से एक है लेकिन आउटफील्ड अपनी ढीली, रेतीली बनावट और असमान घास के कारण बदनामी ज्यादा ला रहा है। इंग्लैंड का मीडिया इसके इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का न होने का शोर मचा रहा है। मजे की बात ये है कि आईसीसी ने आउटफील्ड को ‘एवरेज’ की रेटिंग दी जबकि मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ को इसमें कोई कमी नजर नहीं आई। दूसरी तरफ चीफ क्यूरेटर सुनील चौहान इस ग्राउंड और पिच को टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ मान रहे हैं। जो कमी रह गई थी वह भारत -न्यूजीलैंड मैच में पूरी हो गई और धुंध ने चलते मैच को रोक दिया।
एक और मजेदार बात- 28 अक्टूबर तक धर्मशाला में वर्ल्ड कप के 5 मैच खेले जा चुके थे जबकि कोलकाता के ईडन गार्डन में एक भी नहीं- भारत में क्रिकेट की पहचान की वैल्यू में कोलकाता पहले या धर्मशाला? क्रिकेट में पावर सेंटर किस तरफ जा रहा है?
खैर ये सब चर्चा तो चलती रहेगी। इस बीच इंग्लैंड में क्रिकेट के जानकारों ने दुनिया के सबसे खूबसूरत 6 स्टेडियम चुने और उन्हें रैंकिंग भी दी- खूबसूरत सेटिंग को सबसे ज्यादा महत्व मिला। देखिए टॉप 6:
6. क्राइस्टचर्च (न्यूजीलैंड)
5. गाले (श्रीलंका)
4. क्वींस पार्क ओवल (पोर्ट ऑफ स्पेन, त्रिनिदाद और टोबैगो)
3. न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड (केप टाउन, दक्षिण अफ्रीका)
2. एडिलेड ओवल (ऑस्ट्रेलिया)
1. हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम (धर्मशाला, भारत)
- चरनपाल सिंह सोबती