ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत आ रही है और सब मानते हैं कि टेस्ट सीरीज में भारत के गेंदबाजों के लिए सबसे बड़े सिर दर्द ऑस्ट्रेलिया के स्टार और दुनिया में नए नंबर 1 टेस्ट बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन साबित होंगे। इस समय भले ही प्लेयर्स रेंकिंग में लाबुशेन के नाम 929 रेंकिंग पॉइंट हैं पर कुछ ही दिन पहले, वेस्टइंडीज के विरुद्ध सीरीज खत्म होने पर उनके नाम 937 रेंकिंग पॉइंट थे- ऑल टाइम रेंकिंग लिस्ट में विराट कोहली के बराबर और इस टॉप रेंकिंग ने उनके रिज्यूमे को और प्रभावशाली बना दिया। इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने एडिलेड में दूसरे टेस्ट की पहली पारी के दौरान 163 रन बनाए और इसी के साथ 2 टेस्ट की सीरीज के लिए कुल रन 502 और रेटिंग पॉइंट 937 हो गए।
ऑल टाइम रेंकिंग देखें तो 11 वें नंबर पर और सिर्फ तीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी- डोनाल्ड ब्रैडमैन (961), स्टीव स्मिथ (947) और रिकी पोंटिंग (942) ने टेस्ट करियर में इससे बेहतर रेटिंग पॉइंट हासिल किए। चार खिलाड़ी 938 रेटिंग पॉइंट पर यानि कि उनसे सिर्फ एक रेटिंग पॉइंट आगे- वेस्टइंडीज से गैरी सोबर्स, क्लाइड वॉलकॉट और विव रिचर्ड्स तथा श्रीलंका के कुमार संगकारा।
लाबुशेन की बल्लेबाजी की तो सब बात करते हैं और आगे भी करते रहेंगे लेकिन उनकी जिंदगी का एक पहलू और भी है जो उन्हें सबसे अलग साबित करता है। उनकी बल्लेबाजी में एकाग्रता को देखते हुए उनके मिजाज के इस पहलू पर तो कोई भी ध्यान ही नहीं देता।
क्या आप जानते हैं कि लाबुशेन बैट के साथ जितने परफेक्ट हैं- उतने ही रसोई में भी हैं। ड्रेसिंग रूम में खुद टोस्टी बनाना उन्हें खूब अच्छा लगता है और उनकी नजर में मक्खन इसे दोनों तरफ से कुरकुरा बनाने की कुंजी है। और देखिए- फ्रिज में पाइपिंग हॉट टोस्ट रखने में उन्हें खूब मजा आता है।
दूसरी तरफ मिशेल स्टार्क ने उनके ड्रेसिंग रूम शिष्टाचार का पिटारा खोला- स्टार्क कहते हैं लाबुशेन इस मामले में सबसे गंदे लोगों में से एक हैं। उनका काम है- सब कुछ बिखेर देना। हर काम में बस झंझट फैलाते हैं। हालत ये हो गई है कि ड्रेसिंग रूम में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी फर्श पर टेप लगा कर लाबुशेन का ‘इलाका’ तय कर देते हैं ताकि वे पूरे ड्रेसिंग रूम में सब कुछ न बिखेर सकें। लाबुशेन हंसते हुए कहते हैं- ‘मैं यह नहीं कह रहा कि मैं गंदा नहीं, लेकिन मैं सबसे गंदा नहीं हूं।’
2019 में लॉर्ड्स में एशेज टेस्ट में स्टीवन स्मिथ के लिए कनकशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर आने के बाद जिस तरह रन बनाए हैं- उसका जवाब नहीं। लाबुशेन रन तो बनाते ही हैं- अपनी इस कामयाबी का श्रेय टेलेंट के साथ-साथ वे तीन और चीजों को भी देते हैं जिन्हें वे हमेशा अपने साथ रखते हैं। कौन सी तीन चीज?
पहले नंबर पर है उनकी बैगी ग्रीन नंबर 455 जो 7 अक्टूबर 2018 को माइक हसी ने उन्हें, यूएई में पाकिस्तान के विरुद्ध टेस्ट डेब्यू के दिन दी थी- इसे वे अपनी सबसे कीमती और किस्मत लाने वाली चीज मानते हैं। चार साल से ज्यादा हो गए- इस कैप को कभी धोया तक नहीं और हर टेस्ट में या टीम के हर जश्न में बड़े गर्व से इसे पहनते हैं। वे तो कहते हैं कि घर में आग लग जाए तो सबसे पहले इस कैप को बचाने भागेंगे। ऐसा नहीं कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से नई कैप नहीं मांग सकते या इस कैप को सिलने के लिए कह सकते हैं पर ऐसा नहीं करते क्योंकि उन्हें लगता है तब कैप बदल जाएगी और साथ में उनकी किस्मत भी।
लाबुशेन का कॉफी मशीन ला मार्ज़ोको लाइनिया मिनी से बड़ा मजेदार रिश्ता है। कॉफी पीना तो कई पसंद करते हैं पर लाबुशेन का मामला ये है कि जब तक, खुद अपनी मशीन से बनाई, कॉफी न पी लें, उन्हें तसल्ली नहीं होती। कॉफी मेकर के तौर पर इस ला मार्ज़ोको लाइनिया मिनी को हमेशा अपने साथ रखते हैं और इसे बैगी ग्रीन कैप की तरह प्यार करते हैं।
पिच या नेट्स पर घंटों बिताने के बाद, खुद बनाई कॉफी पीते हैं तो उनकी थकान उतरती है। अपने 21वें जन्मदिन पर उन्हें तोहफे में यह कॉफी मशीन मिली थी पर पिछले कुछ सालों में वे कॉफी के दीवाने हो गए। कॉफी लाजवाब बने- इसके लिए बरिस्ता कोर्स किया। सैकड़ों अलग-अलग बीन, कौन सा दूध और अलग-अलग मशीन भी- सब पर खूब रिसर्च की। अब टीम के कई और खिलाड़ी भी इसी मशीन की कॉफ़ी पीने लग गए और इसलिए सीरीज शुरू होने पर ये कॉफी मशीन और 50 किलो बीन्स एवं दूध, टीम के सामान का हिस्सा बन गए हैं।
शादी की रिंग उनके दिल की धड़कन है। तब भी इसे खो दिया और इसे खोने का गम उनके दिल से निकल ही नहीं रहा। पिछले साल इंग्लैंड के विरुद्ध ऑस्ट्रेलियाई समर के शुरुआती टेस्ट के बाद गाबा के चेंजिंग रूम में ज्यों ही आदत के मुताबिक़, शादी की रिंग वापस पहनने के लिए बैग में हाथ डाला तो अंगूठी गायब। तब से इसे ढूंढ रहे हैं। ये शादी की यादगार तो है ही- उनके लिए किस्मत लाने वाली भी। क्रिकेट के लिए सुबह इसे उतारना और क्रिकेट के बाद पहन लेना सालों से उनकी आदत बना हुआ है।
अब, बिलकुल वैसी नई अंगूठी बनवा ली है लेकिन उन्हें ये बात खटकती रहती है कि ये बैगी ग्रीन जैसी ‘ऑरिजिनल’ नहीं। ढूंढने वाले को बड़ा इनाम देंगे- कोई लाए तो !
- चरनपाल सिंह सोबती