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भारतीय क्रिकेट में सबसे चर्चित सवाल में से एक- हार्दिक पांड्या कब फिट होंगे? वाइट बॉल क्रिकेट में, टीम के बेहतर संतुलन के लिए उनकी जरूरत की सच्चाई को नजरअंदाज नहीं कर सकते। अब पिछले दिनों के 50 ओवर वर्ल्ड कप को ही देख लीजिए- चोट लगी 19 अक्टूबर को बांग्लादेश के विरुद्ध मैच में और तब कहा था कि वर्ल्ड कप के दौरान ही टीम में वापस लौट आएंगे। ठीक है उनकी खराब फिटनेस से टीम में मोहम्मद शमी के लिए जगह बन गई पर वास्तव में टीम असंतुलित हो गई- दो ऑलराउंडर बाहर और एक-एक विशेषज्ञ बल्लेबाज और गेंदबाज टीम में आ गए। इसीलिए फाइनल में हार की वजह में टीम में हार्दिक के टीम में न होने को भी गिनते हैं।

वाइट बॉल फॉर्मेट में नंबर 6 पर पांड्या की बल्लेबाजी एकदम टीम के स्कोर को बदल सकती है तो उनकी गैरमौजूदगी 6 वें गेंदबाज का विकल्प छीन लेती है और इस कमी को खूब महसूस किया जा रहा है। पिच धीमी और लो बाउंस, वेस्टइंडीज में शोपीस इवेंट के लिए बनने वाली तेज या दक्षिण अफ्रीका/ऑस्ट्रेलिया की बाउंस वाली पिच- वे हर विकेट पर गेंदबाजी कर सकते हैं। सच तो ये है कि पांड्या के साथ भविष्य के लिए युवा टीम तैयार करने की स्कीम पर काम शुरू हो गया था पर उनकी ख़राब फिटनेस ने कप्तानी पर भी नए सिरे से सोचने की मुश्किल पैदा कर दी। ये सब टीम इंडिया की स्कीम में फिट पांड्या की जरूरत ही तो बताता है।

खिलाड़ियों की ख़राब फिटनेस भारत में एक बड़ा मुद्दा है। वर्ल्ड कप से पहले जसप्रीत बुमराह, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल जैसे इंजरी लिस्ट में थे और किस्मत अच्छी थी कि ठीक वर्ल्ड कप में फिट हो गए। अब सवाल हार्दिक पांड्या के नाम पर- क्या है उनका फिटनेस रिपोर्ट कार्ड और कब इंटरनेशनल क्रिकेट में लौटेंगे?

वर्ल्ड कप टीम में वापस लौटना तो क्या, वे न तो ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध टी20 सीरीज के लिए फिट थे और न ही उन्हें दक्षिण अफ्रीका में टी20 एवं वनडे के लिए चुना। अफगानिस्तान के विरुद्ध वाइट बॉल मैचों के लिए भी बीसीसीआई की स्कीम में नहीं हैं पर ऐसे आसार बन रहे है कि फिटनेस का जायजा लेने उन्हें तब खिला सकते हैं। ये है हार्दिक पांड्या का फिटनेस रिपोर्ट कार्ड।टी20 में हार्दिक टॉप क्रिकेटरों में से एक हैं और टीम के बेहतर प्रदर्शन के लिए, ऑलराउंडर की जरूरत है यानि कि प्लेइंग इलेवन में हार्दिक का नाम जरूरी है।

मौजूदा स्थिति ये है कि एनसीए-बीसीसीआई ने हार्दिक के लिए एक ख़ास 18 हफ्ते का हाई परफॉर्मेंस प्रोग्राम बनाया- ये है तो ‘लांग टर्म प्लान’ और इसीलिए अब लक्ष्य टी20 वर्ल्ड कप 2024 (वेस्टइंडीज और यूएस) और 2026 (भारत) में उनके साथ खेलना है। कोशिश अधूरी न रहे- इसलिए कोई जल्दबाजी नहीं और यही वजह है कि इन दिनों की किसी सीरीज में नहीं चुना। अफगानिस्तान के विरुद्ध मैच लक्ष्य नहीं हैं- सिर्फ फिटनेस देखना जरूरी होगा। वर्ल्ड कप में वापसी नहीं हुई तो एनसीए ने उनके लिए ये प्रोग्राम बना दिया।

अब कोशिश है कि इस प्रोग्राम की बदौलत वे पहले से कहीं बेहतर फिटनेस पा सकें- जसप्रीत बुमराह, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के लिए भी, ऐसे ही व्यक्तिगत फिटनेस प्रोग्राम बनाया था। खिलाड़ी की क्रिकेट में भूमिका को ध्यान में रखा जैसे कि केएल राहुल के लिए, विकेटकीपिंग मूव भी ध्यान में रखे।

पीठ की चोट के कारण 2019 में हार्दिक की सर्जरी हुई थी। तब भी बहुत से मैच में नहीं खेले। आईपीएल में गुजरात टाइटन्स के कप्तान रहे-दोनों सीजन खेले और रिकॉर्ड ये कि 2022 में 16 और 2023 में 15 मैच। श्रीलंका, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के विरुद्ध टी20 इंटरनेशनल सीरीज में कप्तान थे और पुणे में वर्ल्ड कप के दौरान चोट से पहले वे फिट ही थे। 1 जून 2022 से टीम इंडिया के 55 टी20 में से 38 में पांड्या खेले और 50 वनडे में से 23 मैच। अब टेस्ट वे खेलते नहीं।

खुद पांड्या ने भी अपने जिम सेशन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जिसे टाइटल दिया ‘वर्क इन प्रोग्रेस’। आईपीएल भी तो उनकी फिटनेस का इम्तिहान होगी और अजीत अगरकर की कमेटी की नजर सीधे उन पर होगी।  

-चरनपाल सिंह सोबती

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