fbpx

खबर है कि असम के बल्लेबाज रियान पराग को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध इसी महीने खेलने वाली टी20ई के लिए भारत की टीम में शामिल करने की तैयारी है- किसी युवा और टेलेंट वाले खिलाड़ी को बड़े मंच पर खेलने का मौका मिले, तो इससे अच्छी बात और क्या होगी? कौन पराग- वही जो आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हैं और जिन्हें 2023 आईपीएल सीजन के दौरान, आईपीएल खेले ‘सबसे घटिया बल्लेबाज’ कहा था। तो अब एकदम नई चर्चा क्यों- पिछले दिनों खेली सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी (एसएमएटी) में असम के लिए 10 मैच में 182.79 स्ट्राइक रेट और 85 की औसत से 510 रन के रिकॉर्ड के लिए। इससे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे और सेमीफाइनल तक खेल गई असम की टीम।

दाएं हाथ के बल्लेबाज- सबसे ख़ास रिकॉर्ड ये कि लगातार 7 स्कोर बनाए 50+ के और टी20 क्रिकेट में ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज बन गए। सच तो ये है कि उनसे पहले तो किसी ने 6 लगातार 50 भी नहीं बनाए थे। ठीक है इस रिकॉर्ड से उनका नाम एकदम चर्चा में आया पर सच ये है कि घरेलू क्रिकेट में, आईपीएल से बिलकुल अलग, लगातार गजब की बल्लेबाजी कर रहे हैं। अगर बीसीसीआई ने सीनियर्स को रेस्ट देने की पॉलिसी को जारी रखा तो नए खिलाड़ियों के लिए जगह बन सकती है और संभव है पराग को मौका मिल जाए। सीरीज के लिए सूर्यकुमार यादव कप्तान और वीवीएस लक्ष्मण कोच पहले ही घोषित हो चुके हैं।

एक तो भारत में ही वर्ल्ड कप और उस पर वर्ल्ड कप के साथ घरेलू क्रिकेट- इस के बावजूद अगर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी को चर्चा मिली तो बहुत कुछ इसी पराग की वजह से जिसे ‘वन-मैन आर्मी’ कहा गया। टी20 में टीम इंडिया के लिए दावेदार की लिस्ट में तो इससे वे आ गए पर क्या वास्तव में टीम में आएंगे?

उनकी पिछले आईपीएल सीजन में चर्चा रन बनाने के लिए नहीं, रन न बनाने के लिए थी- 7 पारी में 78 रन और तब सोच तो ये रहे थे कि इस फार्म में 7 मैच भी कैसे खेल गए? 2022 आईपीएल तक रिकॉर्ड था- 47 मैच की 37 पारी में 17 से भी कम औसत से 522 रन। हैरानी है- इस रिकॉर्ड वाले बल्लेबाज को राजस्थान रॉयल्स ने पिछले नीलाम से पहले रिटेन किया था।

क्या ये आईपीएल रिकॉर्ड और तुलना में सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी रिकॉर्ड हैरान नहीं करता? देखिए भारत में घरेलू क्रिकेट का सीजन में उनका हाल का प्रदर्शन-

2022/23 घरेलू सीजन में
विजय हजारे ट्रॉफी– 9 मैच, 552 रन, 37 चौके, 30 छक्के और 10 विकेट
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी– 7 मैच, 253 रन, 17 चौके, 14 छक्के और 6 विकेट
रणजी ट्रॉफी-13 पारी, 400 रन, 43 चौके, 20 छक्के और 25 विकेट
2023/24 घरेलू सीजन में
देवधर ट्रॉफी– 5 पारी में 354 रन, 88.50 औसत,136+ स्ट्राइक रेट, 20 चौके, 23 छक्के और 11 विकेट
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी– 10 पारी में 510 रन, 85 औसत, 182+ स्ट्राइक रेट, 31 चौके, 40 छक्के और 11 विकेट

यही फर्क परेशान कर रहा है? क्या ये रिकॉर्ड देखकर कह दें कि हैं तो कमाल के बल्लेबाज पर आईपीएल अच्छा नहीं खेल पा रहे थे? इसके उलट- आलोचक उन्हें सिर्फ घरेलू क्रिकेट में रन बनाने वाले बल्लेबाज का टाइटल दे रहे हैं- ठीक सरफराज की तरह। उस पर उनका मिजाज/अकड़ जिसे दिखाने का वे कोई मौका नहीं छोड़ते। उदाहरण- जब लगातार 7 फिफ्टी का रिकॉर्ड बनाया और आसाम ने अपने से बेहतर/मशहूर बंगाल टीम को हराया तो रियान ने रिकॉर्ड के जश्न में इशारा किया कि वे घरेलू क्रिकेट में और सभी से बहुत बेहतर हैं।

ये तो ठीक है कि इस रिकॉर्ड को देखकर वे आईपीएल टीम में वापस आ ही जाएंगे पर सेलेक्टर्स के मौजूदा नजरिए को देखें तो टीम इंडिया का रास्ता आईपीएल में भी ऐसी ही फार्म दिखाने पर खुलेगा। अब सिर्फ घरेलू रिकॉर्ड की बदौलत सीधे टीम इंडिया में, और वह भी टी20 में जगह मिलना आसान नहीं- हां, पराग के मामले में सोच में कोई ख़ास बदलाव हो जाए तो बात अलग है। उम्र उनके साथ है और अगला आईपीएल कौन सा ज्यादा दूर है?

  • चरनपाल सिंह सोबती

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *