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इंग्लैंड और ससेक्स के पूर्व कप्तान टेड डेक्सटर का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें याद किया गया इस मौके पर, उनकी क्रिकेट की चर्चा भी हुई पर सच्चाई ये है कि वे एक आम क्रिकेटर से बिलकुल अलग थे। कई बातें ऐसी हैं जिनके लिए वे चर्चित रहे पर बीतते समय के साथ सब उन्हें भूल गए। उन्हें ही याद करते हैं पर उससे पहले संक्षेप में उनकी क्रिकेट की चर्चा :

रिकॉर्ड : 62 टेस्ट में 4502 रन 9 सेंचुरी के साथ। 9 सेंचुरी में से 6 में 140 से भी बड़ा स्कोर बनाया। सबसे मशहूर पारी 73 गेंदों में 70 थे – वेस हॉल और चार्ली ग्रिफिथ जैसे गेंदबाज़ों के सामने 1963 लॉर्ड्स में वेस्टइंडीज के विरुद्ध। 26 टेस्ट में कप्तान रहे। निधन के समय औसत 47.89 था – इंग्लैंड के सिर्फ 12 बल्लेबाजों ने इसे पार किया है।

अब उनका दूसरा परिचय :

  • जितने क्रिकेट में मशहूर हुए, उतने ही गोल्फ में। उन्हें ब्रिटेन से अब तक के सबसे टॉप क्रिकेटर-गोल्फर के तौर पर गिना जाता है।
  • राजनीति भी की – पार्लियामेंट का चुनाव लड़े थे।1964 के आम चुनाव में, कंजरवेटिव पार्टी के, भविष्य के प्रधान मंत्री जिम कैलाघन को कार्डिफ़ सीट पर चुनौती दी थी।
  • क्रिकेट में सबसे पहली ऑफिशियल प्लेयर रैंकिंग प्रणाली बनाई – डेलॉइट्स रेटिंग्स के नाम से शुरू की थी ये रैंकिंग ICC ने।
  • उपन्यास लिखे – सबसे मशहूर ‘टेस्टकिल’ जिसकी कहानी का प्लाट लॉर्ड्स में बना।
  • इंग्लैंड की चयनसमिति के चेयरमैन भी रहे। इसमें विवादास्पद चयन के तो कई किस्से हैं ही पर सबसे मजेदार वह नज़ारा था जब एक बार टीम चुनने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में डेवोन मैल्कम को गलती से ‘मैल्कम डेवोन’ कह दिया।
  • CBE का सम्मान मिला।
  • MCC के अध्यक्ष रहे।
  • कोलिन काउड्रे से जूनियर होने के बावजूद, डेक्सटर को इंग्लैंड ने पहले कप्तान बनाया – आखिरकार कोई तो बात होगी।
  • वन डे क्रिकेट आज जहां है – इसे शुरू करने और लोकप्रिय बनाने में उनका बड़ा हाथ था। ससेक्स के कप्तान के तौर पर 1963 और 1964 में पहले दो जिलेट कप जीते – वन डे क्रिकेट का पहला टूर्नामेंट।
  • पायलट थे – प्लेन चलाया। लाइसेंस था उनके पास। अपने परिवार को 1970-71 एशेज टूर के लिए एक प्राइवेट प्लेन पर खुद ऑस्ट्रेलिया ले गए – एक महीना लगा दिया पहुँचने में। तब वे संडे मिरर के लिए गए थे – रास्ते में लगभग 20 जगह रुके थे (भारत भी आए थे)। सुसान, बेटा टॉम और बेटी जेनेविव साथ थे।
  • मोटरबाइक रेस में हिस्सा लिया।
  • मशहूर क्रिकेट जर्नलिस्ट बने।
  • कामयाब व्यवसायी थे।
  • ऐसे पहले सेलिब्रिटी क्रिकेटर थे जो अपनी पत्नी सुसान लॉन्गफील्ड के ग्लैमर की वजह से खूब चर्चा में रहे। वे मशहूर मॉडल थीं – कहते हैं वे प्राइवेट में युवा ब्रिटिश क्वीन को ड्रेस पहन पहन कर दिखाती थीं और तब उनमें से क्वीन अपने लिए ड्रेस चुनती थीं।

1962-63 के एशेज टूर पर वे सुसान को साथ ले गए – इसके लिए कई ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने भी उनकी आलोचना की। असल में चारों ओर सुसान की ख़ूबसूरती की ही चर्चा थी। ऑस्ट्रेलियाई डिपार्टमेंट स्टोर चेन मायर ने उन्हें तब अपना मॉडल बना दिया। कीथ मिलर ने कहा – वे क्रिकेट पर ध्यान ही नहीं लगाने दे रहीं।

  • कुछ साल पहले डेक्सटर ने कहा था – ‘काश मेरे समय में आईपीएल होती और मैं भी लाखों पौंड कमाने भारत जाता।’
  • इंग्लिश क्रिकेट में प्रोफेशनल और एम्योचर का फर्क ख़त्म करने वालों में वे भी थे।
  • डेक्सटर का जन्म इटली के मिलान में हुआ था – उन कुछ इंग्लिश क्रिकेटरों/कप्तान में से एक जिनका जन्म इंग्लैंड से बाहर हुआ।
  • नेशनल सर्विस की – दो साल मलाया में सेकंड लेफ्टिनेंट की पोस्टिंग में।
  • डेक्सटर ही उस इंग्लिश टीम के कप्तान थे जो भारत में पहली बार टेस्ट सीरीज हारे।
  • डेक्सटर का कोलकाता से ख़ास जुड़ाव था। उनके ससुर टॉम लॉन्गफील्ड थे – वे एंड्रयू यूल टी कंपनी के लिए कोलकाता में काम करते थे। बहुत कम जानकारी है इस रिकॉर्ड के बारे में कि वे बंगाल के लिए खेले। 1938/39 में बंगाल ने अपना पहला रणजी टाइटल उन्हीं की कप्तानी में जीता था।

टेड डेक्सटर और उनकी पत्नी सुसान 2009 में मुलिकबाजार कब्रिस्तान, कोलकाता में सुसान के दादा, फ्रांसिस मास्टरमैन गार्नेट की ग्रेव पर श्रद्धांजलि देने भी गए थे। इस तरह बंगाल के पहले रणजी ट्रॉफी विजेता कप्तान टीसी लॉन्गफील्ड की बेटी से उनकी शादी हुई। ससुर और दामाद दोनों के फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने वालों की लिस्ट में उनके नाम भी हैं।

  • चरनपाल सिंह सोबती

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