दिनेश कार्तिक को टी 20 विश्व कप टीम में फिट करने की वकालत करने वालों की गिनती बढ़ती जा रही है। उम्र 37 साल तो क्या हुआ? 2006 से टी 20 इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं तब भी दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध पिछली सीरीज में दिल्ली में जो पहला टी 20 खेला, वह उनका सिर्फ 33 वां टी 20 इंटरनेशनल था और उम्र थी 37 साल 8 दिन। सिर्फ 9 क्रिकेटर ने अपना 33 वां टी 20 इंटरनेशनल उनसे बड़ी उम्र में खेला है। इस मामले में पिछला भारतीय रिकॉर्ड ही 32 साल 93 दिन का था जो 8 मार्च 2018 को शिखर धवन ने बनाया था। कई साल के अंतर से तोड़ दिया कार्तिक ने इस रिकॉर्ड को।
दिनेश कार्तिक को आरसीबी के साथ आईपीएल में एक कामयाब सीजन के बाद टीम इंडिया में वापस बुलाया गया था – आईपीएल में 180 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। हालांकि, उनकी उम्र और अब तक मिले ढेरों मौकों को देखते हुए ये वापसी किसी बड़े जोखिम से कम नहीं थी पर मौजूदा फार्म और बेहतर स्ट्राइक रेट को नजरअंदाज भी तो नहीं कर सकते। इसीलिए कई युवा विकेटकीपिंग विकल्प मौजूद होने के बावजूद कार्तिक को दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टी 20 सीरीज में खिलाया और नतीजा- 5 मैच की 4 पारी में 158.6 स्ट्राइक रेट और बॉउंड्री @ 3.8 गेंद के साथ 92 रन जिसमें एक स्कोर 55 भी (डेथ ओवरों में 186.7 स्ट्राइक रेट, बॉउंड्री @ 3.2 गेंद से 84 रन)- इस तरह की क्रिकेट में उनका पहला 50 का स्कोर। इससे उन्हें वर्ल्ड कप टीम में लाने की बहस और तेज हो गई।
अगर 55 के स्कोर की बात करें तो एसोशिएट सदस्य देशों की टीम की बदौलत अब टी 20 के ढेरों रिकॉर्ड अजीब से बन चुके हैं पर बड़ी टीमों को देखें तो 37+ उम्र में 50 बनाने वाले ज्यादा नहीं हैं। दिनेश कार्तिक ने अपना पहला टी 20 इंटरनेशनल 50 का स्कोर बनाया तो धोनी का सबसे बड़ी उम्र में, 50 बनाने का भारतीय रिकॉर्ड भी तोड़ा- धोनी ने रिकॉर्ड 35 साल 209 दिन की उम्र में बनाया था जबकि कार्तिक ने बनाया 37 साल 16 दिन की उम्र में।
एक फिनिशर की उनकी भूमिका इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में है। किसी भी टीम के लिए टी 20 और 50 ओवर क्रिकेट में कामयाबी के लिए जरूरी है एक ऐसा खिलाड़ी जो फिनिशर हो- इस भूमिका में उनसे बेहतर विकल्प हाल फिलहाल टीम इंडिया में नजर नहीं आ रहा।
इसके बाद दो मैचों की टी 20 सीरीज आयरलैंड में। हालांकि वहां दोनों मैच में कुछ ख़ास नहीं किया पर वर्ल्ड कप की टीम चुने जाने से पहले भारत को और कई टी 20 और खेलने हैं।
भारत की सबसे पहले टी 20 इंटरनेशनल की टीम में दिनेश कार्तिक थे और भारत के 166 वें टी 20 इंटरनेशनल की टीम में भी दिनेश कार्तिक थे- इन 166 मैच में उनकी अपनी हिस्सेदारी सिर्फ 39 मैच की है।
इसका मतलब ये भी हुआ कि दिनेश कार्तिक का टी 20 इंटरनेशनल करियर 15 साल से भी ज्यादा चल चुका है। सिर्फ 7 खिलाड़ी ऐसे हैं जिनका टी 20 इंटरनेशनल करियर 15 साल से भी ज्यादा का है। दिनेश कार्तिक, इस समय, इस संदर्भ में तीसरे नंबर पर हैं। पहला मैच 1 दिसंबर 2006 और आख़िरी मैच 28 जून 2022 को- करियर हुआ 15 साल 210 दिन का। इससे लंबा करियर सिर्फ वेस्ट इंडीज के डीजे ब्रावो और क्रिस गेल का है- 15 साल 264 दिन का (पहला मैच 16 फरवरी 2006 और आख़िरी 6 नवंबर 2021 को) और अगर दिनेश कार्तिक ऐसे ही जोश के साथ खेलते रहे तो सबसे लंबे टी 20 इंटरनेशनल करियर का रिकॉर्ड उनकी पहुंच से ज्यादा दूर नहीं है।
इतने लंबे करियर में मैच कम होने के लिए दो दौर ख़ास तौर पर जिम्मेदार हैं। 12 मई 2010 से 8 जुलाई 2017 तक यानि कि 7 साल 57 दिन दिनेश कार्तिक ने कोई टी 20 इंटरनेशनल नहीं खेला (ये किसी भी भारतीय क्रिकेटर का गैरमौजूदगी का रिकॉर्ड है)- इस दौरान भारत ने 56 मैच खेले। इसके बाद 28 फरवरी 2019 से 8 जून 2022 के बीच वे फिर से 3 साल 100 दिन के लिए टीम से गायब रहे- इस दौरान भारत ने 44 मैच खेले। इसका मतलब ये हुआ कि 10 साल 157 दिन तो इन्हीं दो दौर में बीत गए- गिनती बनी 100 मैच।
कार्तिक को टीम में फिट करना है तो आम तौर पर नंबर 5, 6, 7 पर बल्लेबाजी करेंगे और योगदान के नाम पर कुछ ओवर या 15-20 गेंद ही मिलेंगी। इन्हीं में अपना प्रभाव दिखाना है। ऐसे में खूबी ये कि कार्तिक सेट होने के लिए बहुत ज्यादा गेंद नहीं लेते- उन्हें मालूम है कि डेथ ओवरों में रन कैसे बनाना है?
तो इस तरह दिनेश कार्तिक फिट होंगे अपनी कैमियो बल्लेबाजी के लिए और पंत कीपर। क्या दिनेश कार्तिक को टीम में सिर्फ एक बल्लेबाज के तौर पर लेने की हिम्मत दिखाएंगे सेलेक्टर? इसी का प्रयोग हो चुका है और कार्तिक को दक्षिण अफ्रीका सीरीज में एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर खिलाया हालांकि आयरलैंड के विरुद्ध कीपर थे।
-चरनपाल सिंह सोबती