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इग्लिश क्रिकेट सीजन में राउंड 5 की शुरुआत भारत के क्रिकेट प्रेमियों के लिए, आईपीएल से हटकर एक जानी-पहचानी खबर से हुई। चेतेश्वर पुजारा का एक और 100- इस बार, मैच के पहले दिन ससेक्स के 357-5 में 104* पर थे और अगले दिन कुल 113 पर आउट हुए- डर्बी में डर्बीशायर के विरुद्ध। अब ससेक्स के साथ 3 सीज़न में उनके 9 शतक और कुल 64 फर्स्ट क्लास शतक हो चुके हैं। भारतीय बल्लेबाज में सचिन तेंदुलकर एवं सुनील गावस्कर (81) और राहुल द्रविड़ (68) ही उनसे आगे हैं। 158 गेंद पर 100 पूरा किया 10 चौके के साथ।  

जो रूट का यॉर्कशायर के लिए लगातार दूसरा 100- इस बार 156 रन बनाए। इंग्लैंड के लिए टेस्ट सीजन शुरू होने से पहले की उनकी फार्म बड़ी अच्छी खबर है। 

सैम नॉर्थईस्ट का नाम इस राउंड में फिर से खबर में आ गया- हेडिंग्ले में ग्लैमर्गन की दूसरी पारी में टीम के 372-7 में 142* बनाए और इसी से यॉर्कशायर (519-7) की जीत की कोशिश को नाकाम कर दिया। सैम अब इस सीजन में 8 पारी में 562 रन बना चुके हैं- क्या 31 मई से पहले 1000 रन बना सकेंगे?

इस राउंड के दौरान, ग्राउंड से बाहर की ख़बरें ज्यादा चर्चा में रहीं। वहां के क्रिकेटरों की प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (पीसीए) ने अपने एक सर्वे की रिपोर्ट जारी की जिसके अनुसार 76 प्रतिशत खिलाड़ी, मैचों के प्रोग्राम से खुश नहीं और सबसे ज्यादा शिकायत मैचों के बीच कम दिन और एक ग्राउंड से दूसरे ग्राउंड की यात्रा की थकान के बारे में हैं। आपको याद होगा कि 2023-24 का रणजी ट्रॉफी सीजन ख़त्म होने के बाद, भारत में भी, इसी मुद्दे की सबसे ज्यादा चर्चा थी। सब कहते हैं कि सीजन में ज्यादा मैच होते हैं- इस पर इंग्लैंड के भूतपूर्व कप्तान माइक आथर्टन ने सवाल उठाया कि अगर मैच कम किए जाएं तो खिलाड़ियों को मिलने वाला पैसा भी कम हो जाएगा। इसके लिए कोई तैयार नहीं। इसी मुद्दे पर ईसीबी के लिए एंड्रयू स्ट्रॉस ने भी सलाह दी थी कि सीजन में, हर टीम के, काउंटी चैंपियनशिप मैच 14 से घटाकर 10 कर दो तो कोई टीम तैयार नहीं हुई। चैंपियनशिप में 2017 सीज़न के लिए 16 से घटाकर 14 मैच किए थे। और किसी देश में फर्स्ट क्लास क्रिकेट चैंपियनशिप में एक सीजन में इतने ग्रुप मैच नहीं होते पर इस तरह से ढेरों मैच तो शुरू से इंग्लिश क्रिकेट सीजन की पहचान हैं।  

पंजाब के रणजी क्रिकेटर सिद्धार्थ कौल 3 काउंटी चैंपियनशिप मैच के लिए नॉर्थम्पटनशायर टीम में शामिल हो गए हैं- 33 साल के इस तेज गेंदबाज ने 284 फर्स्ट क्लास विकेट लिए हैं और 16 बार 5 विकेट। टीम में ऑस्ट्रेलिया के क्रिस ट्रेमेन की जगह ली। 

पिछले कुछ दिन से खूब चर्चा में रहने के बाद, इंग्लैंड के भूतपूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने आम चुनाव में वर्कर्स पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर अपना नाम वापस ले लिया ये कहकर कि मुझे एहसास हो गया कि सुनने, सीखने और अपनी सही राजनीतिक पहचान के लिए और समय चाहिए। पनेसर ने एक हफ्ता पिछले ही तो कहा था कि संसद में ‘इस देश के लेबर वर्ग’ के लोगों का प्रतिनिधित्व’ करेंगे और वेस्ट लंदन में ईलिंग, साउथ हॉल सीट से चुनाव लड़ रहे थे। असल में, हर प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे अपनी पार्टी की पॉलिसी से जुड़े सवालों के जवाब भी नहीं दे पा रहे थे।

42 साल के, 2006 और 2013 के बीच, खब्बू स्पिन गेंदबाज के तौर पर इंग्लैंड के लिए 50 टेस्ट में 167 विकेट लेने वाले पनेसर ने खुद आज तक कभी किसी चुनाव में वोट नहीं डाला है- इस बार न सिर्फ सीधे संसद में पहुंचने का इरादा था, ये भी कहा कि कि एक दिन ब्रिटेन के पीएम बनेंगे। हाल फिलहाल खुद ही अपनी इस उड़ान को रोक लिया है।  इस चुनावी चर्चा में पनेसर को ये भी एहसास हुआ कि उनकी क्रिकेट से ज्यादा, लोगों और मीडिया की रुचि उनकी व्यक्तिगत जिंदगी में है- जनवरी 2011 में, एक पब कार पार्क में उनका अपनी पत्नी से झगड़ा हो गया और बात उनके गिरफ्तार होने तक पहुंच गई- तब बिना किसी आरोप रिहा तो हो गए पर पत्नी ने छोड़ा नहीं। पहले तो ‘डोमेस्टिक वॉयलेंस’ का केस किया और फिर तलाक दे दिया। अगस्त 2013 में ब्राइटन के एक नाइट क्लब से उन्हें बाहर निकाल दिया- तब उन्होंने गुस्से में, क्लब के बाउंसरों पर पेशाब कर दिया था और इसके लिए उन पर 90 पाउंड का जुर्माना लगा। इस पर ससेक्स, जिस काउंटी के लिए खेले, ने सस्पेंड कर दिया। क्रिकेट छोड़ा तो ट्विकेनहैम में सेंट मैरी यूनिवर्सिटी से स्पोर्ट्स जर्नलिज्म की डिग्री ली और अब कमेंटेटर हैं। 

एक और मसला बिन बुलाए- इंग्लिश क्रिकेट सीजन की परेशानी बन गया है। अचानक ही पाकिस्तान से खबर आई है कि अगले साल पीएसएल और आईपीएल की तारीखों में टकराव होगा- इस खबर ने काउंटी क्रिकेट शेड्यूलिंग पर सवालिया निशान लगा दिया। चिंता ये कि इस वजह से कम से कम 30 इंग्लिश क्रिकेटर अगले सीज़न की शुरुआत पर काउंटी क्रिकेट के लिए उपलब्ध नहीं होंगे- तो टीम कैसे बनेंगी?

अगले सीज़न की पाकिस्तान सुपर लीग 7 अप्रैल से 20 मई तक खेलेंगे- स्पष्ट है सीधे टकराव आईपीएल से होगा। इस सीज़न का आईपीएल 22 मार्च से 26 मई तक है और इसी तरह की विंडो 2025 के लिए होने की उम्मीद है। ये दोनों लीग, इंग्लिश सीज़न के पहले 2 महीने के साथ टकराएंगी। 2024 की गिनती को आधार बनाएं तो इन दोनों लीगों में 122 विदेशी खिलाड़ी को कॉन्ट्रैक्ट मिल सकता है- कोई चोटिल हो गया और नाम वापस लिया तो और स्लॉट खुलेंगे। पीएसएल और आईपीएल के पिछले 3 सीजन में इंग्लिश खिलाड़ी ही सबसे ज्यादा मांग में रहे हैं, जिससे कम से कम सीजन के शुरू में तो इंग्लिश टेलेंट की कमी का खतरा सामने आ गया है। आईपीएल को तो किसी तरह से झेल रहे थे- अब पीएसएल को भी उन्हीं दिनों में खेलेंगे तो परेशानी होगी ही। एक साथ चलने से काउंटियों को टॉप विदेशी खिलाड़ियों को खोजने के लिए भी जूझना पड़ेगा।

पिछले 3 सीज़न में इन दोनों लीगों में कुल 45 इंग्लिश खिलाड़ी शामिल हुए हैं। इनमें से जिनके पास सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट है उन्हें ईसीबी और बाकी को काउंटी क्लब से एनओसी की जरूरत है पर रिकॉर्ड बताता है कि ये सभी आम तौर पर अपने खिलाड़ियों को इन लीग में खेलने से रोकते नहीं। इंग्लैंड में खेलने की तुलना में ज्यादा कमाएंगे तो उन्हें क्यों रोकें? अब बहरहाल टीम बनाना भी मुश्किल हो जाएगा। उस पर सीजन का अमेरिका में मेजर लीग क्रिकेट या लंका प्रीमियर लीग से टकराव तो है ही। अब देखना ये है कि कौन-कौन किसे छोड़ता है? काउंटी टीमों को मिलने वाले विदेशी खिलाड़ी भी कम हो जाएंगे- चेतेश्वर पुजारा जैसे कितने हैं जो आईपीएल नहीं खेलते? पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद, जो यॉर्कशायर के कप्तान हैं- अगले सीजन के शुरू में काउंटी टीम के कैसे उपलब्ध होंगे? 

  • चरनपाल सिंह सोबती 

राउंड 4 की रिपोर्ट : https://allaboutcric.com/news/hindi/england-cricket-season-2024-round-4/
इससे पहले के राउंड के लिंक इस रिपोर्ट में

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