आईपीएल का कॉन्ट्रैक्ट- किसी भी रोल में, इस समय क्रिकेट की दुनिया में सबसे आकर्षक कॉन्ट्रैक्ट में से एक है। आईपीएल से ही टीम इंडिया में एंट्री का रास्ता खुलता है। इसीलिए इन दिनों आईपीएल टीम कैंप में जो बदलाव हो रहे हैं उन्हें बड़े ध्यान से नोट किया जा रहा है। लखनऊ सुपर जायंट्स ने सबसे बड़ा धमाका किया- जस्टिन लैंगर की नए कोच के तौर पर एंट्री। ऑस्ट्रेलियाई कोच के तौर पर कड़वे अनुभव के बाद लेंगर ने कसम खाई थी कि फिर कभी कोचिंग नहीं करेंगे- वे कसम तोड़ कर, अब उनके नए कोच हैं और अभी से इसे टीम इंडिया में उनकी एंट्री के तौर पर देखने वालों की गिनती बढ़ रही है।
अपने तेज मिजाज के लिए मशहूर, 52 साल के लैंगर, जगह ले रहे हैं उन एंडी फ्लावर की जो उन से बिलकुल उलट शांत स्वभाव के थे- खुद लाइमलाइट से दूर। इस नई पार्टनरशिप का सबसे ख़ास पहलू ये है कि टीम के साथ मेंटर के तौर पर गौतम गंभीर भी रहेंगे यानि कि दो, तेज मिजाज टेम्परामेंट के लिए मशहूर ये पुराने क्रिकेटर आईपीएल 2024 में एलएसजी के लिए एक साथ कामयाबी की नई राह तैयार करेंगे। कैसी रहेगी ये ‘पार्टनरशिप’?
ऐसा नहीं है कि उनके पिछले कोच, एंडी फ्लावर नाकामयाब रहे- 2022 में फ्रेंचाइजी के आईपीएल डेब्यू से उनके कोच थे और दोनों सीजन में टीम प्ले ऑफ में खेली। बस उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने पर टीम के लिए किसी नए नजरिए को और बेहतर माना गया। इसलिए टीम, इन दो सीजन की कोचिंग स्टाइल में एकदम बदलाव देखेगी। सब ये जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया को टी20 वर्ल्ड कप और पिछली एशेज में जीत का गौरव दिलाने के बावजूद टीम लैंगर को झेल नहीं पाई। इसी विरोध को देखकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया उन्हें नया, लंबा कॉन्ट्रैक्ट देने से कतरा रहे थे और ये उन्हें ‘अपमान’ लगा और वे अलग हो गए।
उसके बाद से लैंगर ने कोई नया कॉन्ट्रैक्ट नहीं लिया था और चैनल सेवन के लिए कमेंट्री कर रहे थे। लखनऊ टीम में जब वे स्टार ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस से मिलेंगे तो उन्हें एहसास होगा कि उनकी कोचिंग स्टाइल का ब्रीफ खिलाड़ियों को उनसे मिल गया होगा। जस्टिन लैंगर खुद ये मानते हैं कि वह कोई ‘महान’ कोच नहीं पर सवाल उनकी कोचिंग स्टाइल है। कोई तो बात है तभी तो अपने बोर्ड के कॉन्ट्रैक्ट में बंधे ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर भी चुप न रहे और उनकी कोचिंग स्टाइल की खुलकर आलोचना की- क्या आईपीएल खेलने वाले पेशेवर उनके प्रतिबंध झेलेंगे?
उनके मिजाज को देखकर ही खिलाड़ी, उनसे ज्यादा असिस्टेंट कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड्स से बात करते थे। लैंगर हर वक्त जरूरत से ज्यादा टेक्निकल थे, हर बात में कर्फ्यू का माहौल- यहां तक कि जब एक सीनियर क्रिकेटर की ग्राउंड में खाने के लिए, एक टोस्टेड सैंडविच जेब में रखने की आदत को पकड़ा तो पूरी टीम के सामने कहा कि ऐसी हरकत नहीं चलेगी। इसीलिए टीम उन्हें ‘हेडमास्टर’ कहने लगी थी।
2019 में, जब जस्टिन लैंगर ऑस्ट्रेलिया टीम के साथ थे तो उन्होंने इंग्लैंड के विरुद्ध सेमीफाइनल से पहले एजबेस्टन में खिलाड़ियों को नंगे पैर, ग्राउंड पर चलने को कहा था। दलील थी कि इससे खिलाड़ियों को जमीन से पॉजिटिव एनर्जी मिलेगी। ऑस्ट्रेलिया टीम वह सेमीफाइनल नहीं जीत पाई पर लखनऊ के खिलाड़ी इस तरह की बिलकुल अलग सोच के लिए तैयार रहें।
इस सब के साथ लैंगर का आईपीएल 2024 में गौतम गंभीर के साथ काम करना- अभी से,आगे के ‘लफड़े’ की स्टोरी ढूंढी जा रही हैं। वैसे दोनों 2015 से एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं। गंभीर उनसे पहली बार 2014 में चैंपियंस लीग टी20 के दौरान मिले थे- लेंगर तब खेलने आई टीम पर्थ स्कॉर्चर्स के चीफ कोच थे। उस मुलाकात में गंभीर की बल्लेबाजी के बारे में उनके इनपुट से गंभीर को लगा कि उनके खेल पर काम करने के लिए, वही सबसे सही हैं। इसीलिए जून 2015 में, टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बाद, अपनी बैटिंग चमकाने वे इन्हीं लैंगर के पास गए थे। ये भी रिकॉर्ड में है कि गौतम गंभीर तो 2015 में जस्टिन लैंगर को केकेआर में भी लाना चाहते थे।
आईपीएल में लैंगर भले ही डेब्यू करेंगे पर टी20 का खूब अनुभव है उन्हें- नवंबर 2012 में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया और स्कॉर्चर्स के चीफ कोच बने और टीम ने 2013-14, 2014-15 और 2016-17 सीजन में बिग बैश लीग टाइटल जीते। उन के साथ, ऑस्ट्रेलिया ने 2021 में यूएई में अपना पहला टी20 वर्ल्ड कप भी जीता था।
वे लखनऊ आ रहे हैं और उन्हें लाने की सलाह गंभीर ने दी- इस खबर ने इन अटकलों को भी हाल फिलहाल ख़त्म कर दिया है कि गंभीर खुद केकेआर कैंप में शामिल हो रहे हैं, चीफ कोच के तौर पर। अब ये न हो कि ये नई पार्टनरशिप कहीं एक और ‘सौरव गांगुली-ग्रेग चैपल’ किस्सा बन जाए! लैंगर की फिलॉसफी अपनी है- ‘प्लेयर मैनेजमेंट और कोचिंग एक आर्ट है- किसे आराम देना है, किसे खेलना है, किसे गले लगाना है, किसे एक चम्मच कड़वा प्यार देना है।’
जस्टिन लैंगर लखनऊ आ रहे हैं- ऐसे समय पर जब कि टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ के लिए काउंट डाउन की शुरुआत हो चुकी है। उनका कॉन्ट्रैक्ट इस साल के वर्ल्ड कप के साथ खत्म हो रहा है। अगर टीम इंडिया का आईसीसी टाइटल जीतने का सूखा ख़त्म न हुआ तो नए कोच की तलाश शुरू हो जाएगी और जो लिस्ट अभी से बन रही है, उसमें लेंगर का नाम भी लिख लिया है।
- चरनपाल सिंह सोबती