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पिछले दिनों इंग्लैंड में, इंग्लैंड-श्रीलंका महिला टी20 इंटरनेशनल सीरीज, श्रीलंका की जीत की वजह से खूब चर्चा में रही। इसी खबर के चलते एक और ख़ास रिकॉर्ड नजरअंदाज हो गया। रिकॉर्ड है 17 साल की क्रिकेटर महिका गौर का इंग्लैंड के लिए डेब्यू। इस टी20 डेब्यू से ऐसी पहचान बनी कि जब वनडे सीरीज शुरू हुई तो पहले ही मैच में डेब्यू किया। कौन है ये महिका? नाम से साफ़ पता चलता है कि वह भारतीय मूल की है और इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम में आने वाली तीसरी भारतीय मूल की गेंदबाज (अन्य दो : सोनिया ओडेड्रा और ईसा गुहा)

उसका परिचय बहरहाल ग्लोबल है- जन्म इंग्लैंड में रीडिंग में, क्रिकेट सीखा दुबई में और सिर्फ 12 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट डेब्यू यूएई के लिए। अब इंटरनेशनल क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए डेब्यू। तो इस तरह यूएई और इंग्लैंड दोनों के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुकी है वह। एक और ख़ास रिकॉर्ड- ऐसी पहली महिला क्रिकेटर जिसने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू से पहले उस टीम के लिए टी20 डेब्यू किया था जिसके पास वनडे खेलने का दर्जा नहीं है। ये है ग्लोबल परिचय। यूएई का नुकसान, इंग्लैंड का फायदा बन गया।

इंग्लैंड में स्कूल में क्रिकेट में रूचि थी पर 2011 में जब जयपुर में आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स-राजस्थान रॉयल्स मैच देखा तो इसके बाद ही प्रोफेशनल क्रिकेटर बनने का इरादा किया। पिता, जो खुद क्लब क्रिकेट खेल चुके थे, ये देखकर हैरान थे कि थोड़ी ही ट्रेनिंग से वह बिना चकिंग अपना हाथ पूरा घुमा रही थी। संयोग से काम के सिलसिले में परिवार दुबई गया तो वहां आईसीसी एकेडमी में ट्रेनिंग का रास्ता बना।  

एकेडमी में एंट्री के दिन ही, यूएई की मशहूर क्रिकेटर छाया मुगल के लिए गेंद फेंकने को कहा कोच अदनान (साबरी) ने और तब कुछ देर की गेंदबाजी ने ऐसी पहचान बनाई कि महिका को इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। सिर्फ 12 साल 316 दिन की उम्र में टी20 इंटरनेशनल डेब्यू- इंडोनेशिया के विरुद्ध बैंकाक में। इंग्लैंड के लिए डेब्यू पर ही चमारी अथापथु जैसी टॉप बल्लेबाज का विकेट और बारिश से प्रभावित पहले मैच में 1-16 के आंकड़े दर्ज किए। इंग्लैंड ने 12 रन से मैच जीता। टी20 में दोनों डेब्यू में एक समानता और भी रही- यूएई के लिए पहली गेंद नो बॉल और इंग्लैंड के लिए पहली गेंद वाइड। वनडे डेब्यू में ज्यादा फर्क नहीं आया- दूसरी गेंद वाइड थी और उस पर 5 रन भी बन गए.

टी20 डेब्यू पर केट क्रॉस ने कैप दी और उसे इंग्लैंड लाने में भी क्रॉस की ही सबसे ख़ास भूमिका थी। दुबई में, एक प्री -सीजन टूर में महिका को गेंदबाजी करते देखा और जब मालूम हुआ कि उसके पास ब्रिटिश पासपोर्ट है तो महिका को इंग्लैंड वापस लाना उसके लिए एक प्रोजेक्ट बन गया। रास्ता बना इंग्लैंड में पढ़ाई से और ब्रिटिश पासपोर्ट होने के नाते सीधे क्वालीफाई कर लिया इंग्लैंड टीम में एंट्री के लिए। 2022 में, मैनचेस्टर ओरिजिनल्स ने द हंड्रेड 2022 सीज़न के लिए साइन किया- ये कॉन्ट्रैक्ट 2024 सीज़न तक का है। श्रीलंका के विरुद्ध टी20 सीरीज में जब लॉरेन बेल, सोफी एक्लेस्टोन, नेट साइवर-ब्रंट और सोफिया डंकले जैसी टॉप क्रिकेटर न खेलीं तो महिका को मौका मिल गया। वनडे में कैप ब्रंट ने दी। इंग्लैंड के लिए पहले टी20 में 1 विकेट मिला तो वनडे डेब्यू में 3 विकेट।

वह तो डब्ल्यूपीएल ऑक्शन लिस्ट में भी थी लेकिन ऑक्शन के दौरान हुई एक अजीब गड़बड़ी ने महिका को पहले सीजन में खेलने नहीं दिया। गुजरात जायंट्स ने तब 16 साल की, महिका को बोली लगा कर खरीद लिया था पर बाद में पता चला कि वे तो विदेशी खिलाड़ियों का कोटा पहले ही खत्म कर चुके थे- उनकी टीम से बाहर हुई और तब तक और किसी टीम के पास भी जगह न रही थी। 2024 सीजन में कई टीम की नजर महिका पर होगी।

इंग्लैंड के लिए डेब्यू के बाद रिकॉर्ड : 21 टी20 इंटरनेशनल मैच- 10 विकेट और सबसे बेहतर का रिकॉर्ड 3-21 का (पिछले साल एशिया कप में श्रीलंका के विरुद्ध)। महिका के लिए आइडल एमएस धोनी और उन जैसा फिनिशर बनने की चाह है पर चूंकि पेसर है इसलिए बनना चाहती है मिचेल स्टार्क और जेम्स एंडरसन जैसा। इन दोनों पेसर से समानता अभी तो ये कि इनकी तरह लंबी है (6 फुट 3 इंच) और बेहतर खब्बू पेसर बनने में ये लंबाई बोनस है। बल्लेबाजी वह दाएं हाथ से करती है। एंडरसन उसे गेंद फेंकते देख चुके हैं और बड़े प्रभावित हैं। 
संयोग से इधर महिका ने इंग्लैंड के लिए डेब्यू किया और उसी दिन टी20 वर्ल्ड कप के लिए, एशिया रीजन क्वालीफाइंग इवेंट में यूएई ने 11-टीम के टूर्नामेंट में पहले मैच में कुआलालंपुर में भूटान को हराया पर उनका ध्यान महिका की कमी की तरफ था। महिका आगे बड़ी टीम के लिए खेलेंगी और बड़े मुकाम चुनौती होंगे। 

  • चरनपाल सिंह सोबती

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