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ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने कुछ दिन पहले भारत में 5 टी20 इंटरनेशनल की सीरीज खेली। सीरीज ऑस्ट्रेलिया ने 4-1 से जीती। इस खबर में कोई आश्चर्य नहीं छिपा- आश्चर्य तो है एक बड़ी भीड़ का स्टेडियम आना मैचों को देखने। अब जबकि वास्तव में, महिला आईपीएल के नजदीक हैं तो उसके लिए इस सीरीज से बेहतर एडवर्टाइजमेंट कुछ और नहीं हो सकता।

पहले दो टी20 नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में थे- इस स्टेडियम में पहली बार महिला इंटरनेशनल खेले गए। भारत में अभी भी स्टेडियम में मैच देखने आए दर्शकों की सही गिनती बताने का कोई सिस्टम नहीं है, तब भी ये मानना होगा कि पहले मैच को 25,000 और दूसरे मैच को 47,000 की भीड़ ने देखा (दूसरे मैच के लिए ऑफिशियल गिनती 45,238 है)। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैरान रह गईं ऐसी भीड़ देखकर और हरमनप्रीत की टीम ने तो दूसरे मैच के बाद, दर्शकों का शुक्रिया अदा करने के लिए ग्राउंड का चक्कर भी लगाया।

क्या इसे भारत में महिला क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता मान लें? कुछ जानकार कहते हैं कि चूंकि स्टेडियम में एंट्री मुफ्त थी- इसलिए ऐसी भीड़ आई। सच्चाई ये है कि एंट्री मुफ्त जरूर थी पर टिकट खरीदकर मैच देखने से भी ज्यादा दिक्कत वाली।

मैचों की लोकप्रियता में, हाल के सालों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रोमांचक मैचों का खेलना भी जिम्मेदार रहा। अभी कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मैडल मैच की चर्चा खत्म भी नहीं हुई थी कि ये सीरीज आ गई और दूसरे मैच में सुपर ओवर में हरमन की टीम की जीत और पहले एवं पांचवें मैच में मेहमान टीम की जीत को सालों याद रखा जाएगा। पहले मैच में रिकॉर्ड चेज और आखिरी मैच में रिकॉर्ड पार्टनरशिप- बेहतर क्रिकेट का सबूत हैं। पांचवें और अंतिम टी20आई में ऑस्ट्रेलिया ने 196-4 रन बनाए, पांचवें विकेट की साझेदारी सिर्फ 62 गेंदों पर 129* रन की बदौलत और इस स्टैंड के दौरान स्कोरिंग रेट 12.64 था। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 25 छक्के लगाए- जिनमें से 19 गार्डनर, हैरिस और पेरी के बैट से निकले जो किसी भी महिला टी20ई सीरीज या टूर्नामेंट में किसी एक टीम द्वारा लगाए गए सबसे ज्यादा छक्के हैं।

बात हो रही थी मैचों के लिए दर्शकों की गिनती की। एंट्री मुफ्त जरूर थी पर भारतीय बोर्ड ने इसे ‘दिक्कत’ बनाने में कोई कमी नहीं रखी। ऐसा नहीं था कि स्टेडियम के गेट खोल दिए। पहले टी20ई के शुरु होने से सिर्फ 7 घंटे पहले ये घोषणा हुई ऑफिशियल तौर पर कि एंट्री फ्री है पर वही स्टेडियम जा पाएंगे जिनके पास ‘फ्री एंट्री’ वाला टिकट होगा। उस पर, कोई जानकारी नहीं कि ये फ्री टिकट कहीं से मिलेंगे- नतीजा नवी मुंबई में मैच से पहले हर गेट पर हजारों क्रिकेट प्रेमी लाइन में थे। टिकट हो तब भी एंट्री कौन सा आसानी से मिलती है? स्टेडियम मुंबई से लगभग 30 किमी दूर- मुंबई में आना-जाना कितना मुश्किल है ये वे ही बेहतर बता सकते हैं जो मुंबई को जानते हैं। बोर्ड ने भी टीमों को साउथ मुंबई में मरीन ड्राइव के एक होटल में ठहराया जहां से डीवाई पाटिल स्टेडियम जाने के लिए किसी दिन 90 मिनट से कम नहीं लगे।

इसलिए फ्री एंट्री भी थाली में परोसकर नहीं मिली। 55,000 सीटर डीवाई पाटिल स्टेडियम का नजारा किसी आश्चर्य से कम नहीं था। मार्च 2023 में डब्ल्यूआईपीएल के लिए इससे बेहतर भूमिका और क्या होगी? एमसीजी में फ्री टिकट भी डब्ल्यू-एशेज मैच में 20 हजार दर्शक भी नहीं जुटा पाएंगे। मुंबई के इन हजारों दर्शकों के साथ, हॉटस्टार पर कई लाख देखने वालों को भी जोड़ लीजिए तो बात अपने आप समझ आ जाएगी।  

मार्च 2021 के बाद यह पहली सीरीज थी भारतीय महिला टीम की भारत में। उस पर, आने से पहले मेहमान टीम ने अपने आखिरी 12 वनडे और आख़िरी 10 पूरे हुए टी20ई जीते थे। संयोग देखिए कि पिछले सितंबर में, भारत ने मैके में ऑस्ट्रेलिया को हराकर उनके लगातार वनडे जीत के रिकॉर्ड को 26 मैच पर रोका था और इस बार उनके लगातार टी20 जीतने के सिलसिले को रोका।

पहले 2 मैच के बाद नजारा शिफ्ट हो गया और बचे तीनों मैच ब्रेबॉर्न स्टेडियम में खेले। वहां हर मैच में- लड़कियों/महिलाओं के लिए एंट्री फ्री लेकिन ‘बुक माय शो’ पर रजिस्ट्रेशन के बाद, तीसरे टी-20 के लिए लड़कों/पुरुषों के लिए एंट्री फ्री उसी तरह से रजिस्ट्रेशन के बाद और चौथे और पांचवें टी-20 के लिए लड़कों/पुरुषों के लिए सस्ती टिकट बुक माय शो पर बुकिंग से।  दर्शक आए और स्टेडियम भरे- इससे बेहतर नजारा और कोई नहीं हो सकता।

– चरनपाल सिंह सोबती

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