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तो आखिरकार IPL से जुड़ी वह खबर आ ही गई जिसका बड़ी बेसब्री से इंतज़ार किया जा रहा था। यूएई में अधूरे IPL सीजन 14 के बचे मैच 19 सितंबर से शुरू होंगे जबकि फाइनल 14/15 अक्टूबर को। मैच दुबई , शारजाह और अबू धाबी में होंगे।

असल में इसे महज एक खबर कहना गलत होगा – एक क्रिकेट सीजन के बीच में IPL के लिए दिन निकालना कोई मजाक नहीं है। इसके लिए BCCI के अधिकारियों की तारीफ होनी चाहिए। वे बची IPL के लिए दिन निकालने
के लिए क्या कुछ करते रहे – ये पता लगे तो उनकी और भी तारीफ होगी। देखिए :

  • आज जिस इंग्लैंड – भारत 5 टेस्ट की सीरीज का बेसब्री से इंतज़ार किया जा रहा है – वे तो उसे घटाकर 4 टेस्ट का करना चाहते थे, ताकि IPL के लिए दिन निकल आएं।
  • ये संभव नहीं, तो BCCI का सुझाव था कि तीसरे टेस्ट की तारीखें बदल दो (लॉर्ड्स और हेडिंग्ले में दूसरे और तीसरे टेस्ट के बीच 9 दिनों का अंतर है) ताकि सीरीज जल्दी ख़त्म हो जाए।
  • इन दोनों का असर ये होता कि IPL के बचे मैच, खिलाडियों के क्वारंटीन के बाद,19 सितंबर से भी पहले शुरू हो जाते।

IPL को समय पर ख़त्म करना जरूरी था क्योंकि आगे टी 20 वर्ल्ड कप है। BCCI को मालूम था कि ऐसा सुझाव उलटा पड़ सकता है, इसलिए बड़ी समझदारी दिखाकर इंग्लिश बोर्ड को अनौपचारिक तौर पर ये सुझाव दिए, ताकि वे देख लें कि ऐसा हो सकता है या नहीं? जवाब हाँ में मिला तो औपचारिक अनुरोध भेज देंगे। इंग्लिश बोर्ड ने बिना देरी BCCI के दोनों सुझाव मानने से इंकार कर दिया, पर गड़बड़ ये कर दी कि ये सब मीडिया को बता दिया। इस तरह
BCCI वाले जिस बदनामी से बचने की कोशिश कर रहे थे – वह तो फिर भी उनके हिस्से में आ गई।

इंग्लिश बोर्ड ने ये सुझाव क्यों नहीं माने ? देखिए :

  • लॉजिस्टिक मुद्दों पर अब कोई बदलाव संभव नहीं।
  • सीरीज के आख़िरी टेस्ट के पहले तीन दिन के टिकट तो बिक भी चुके हैं और बाकी टेस्ट के टिकट भी बिक रहे हैं – इसलिए अब तारिख बदलना मुश्किल।
  • होटल बुकिंग हो चुकी हैं और ब्रॉडकास्टर ने भी सब इंतज़ाम कर लिया है।
  • जुलाई में इंग्लैंड में द हंड्रेड टूर्नामेंट है – उससे फ़िज़ूल का टकराव हो जाएगा।

ब्रिटिश मीडिया में इसे इंग्लिश बोर्ड के चीफ इयान वाटमोर की मेज पर BCCI के टाइम बॉम्ब का नाम दिया गया। वे BCCI के प्रभाव से ज़रा भी प्रभावित नहीं हुए और सीरीज के प्रोग्राम के साथ किसी भी छेड़खानी से इंकार कर दिया। उनकी इस हिम्मत की बड़ी तारीफ हुई।

IPL के मामले में , इसे किसी भी तरह पूरा करने की BCCI की बेचैनी काअंदाजा लगाना कोई मुश्किल नहीं क्योंकि ये लगभग £500 मिलियन का नुकसान बचाने की कोशिश है। IPL का ये पैसा BCCI के लिए बड़ा जरूरी है। इंग्लैंड वालों ने बात नहीं मानी तो बचे दिनों में ही मैच फिट कर दिए। इस तरह इंग्लैंड में तय प्रोग्राम के हिसाब से पूरी सीरीज हो रही है और IPL के लिए भी दिन निकल आए।

न सिर्फ इंग्लैंड ,BCCI ने तो वेस्टइंडीज क्रिकेट का दरवाजा भी खटखटाया – वे मान गए और CPL 2021 की तारीखें बदल दीं। यह अब 26 अगस्त और 15 सितंबर के बीच सेंट किट्स एंड नेविस में खेला जाएगा – पहले 28 अगस्त से 19 सितंबर तक खेलना था।

वैसे जो इंग्लिश अधिकारियों ने किया, उसे अपनी आदत के मुताबिक, BCCI वाले भूलेंगे नहीं। इंग्लैंड के क्रिकेटर मार्क बूचर ने भी अपने बोर्ड को गलत कहा – उनके मुताबिक BCCI से संबंध खराब करने की कोई जरूरत नहीं थी और उनकी बात मान लेते और बदले में अपनी एक बात मनवा लेते। कौन सी बात?

इंग्लैंड का नया शुरू हो रहा टूर्नामेंट द हंड्रेड अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। जैसे जैसे टूर्नामेंट खेलने के दिन नजदीक आ रहे हैं, एक एक कर विदेशी खिलाड़ी खेलने से इंकार करते जा रहे हैं। इससे स्टार और और ब्रैंड वैल्यू दोनों पर असर आ रहा है। बूचर ने कहा – बदले में BCCI से वायदा ले लेते कि 2022 के द हंड्रेड टूर्नामेंट में खेलने के लिए वे विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी को भेजेंगे और कॉन्ट्रैक्ट कम से कम तीन साल का होगा। अभी भी पूरा मामला ख़त्म कहाँ हुआ है – अब इंग्लैंड वाले कह रहे हैं कि वे IPL के दूसरे राउंड के मैचों के लिए इंग्लिश क्रिकेटरों को खेलने नहीं भेजेंगे – भले ही वे अपने कुछ खिलाडियों को रोटेशन पालिसी में, उन्हीं दिनों के बांग्लादेश और पाकिस्तान टूर पर न भेजें, तब भी।

तय प्रोग्राम के हिसाब से इंग्लैंड – भारत पांचवें टेस्ट का पांचवा दिन 14 सितंबर होगा और इसके एक हफ्ते के अंदर इंग्लैंड की टीम बांग्लादेश टूर के लिए रवाना हो जाएगी। वहां से दो टी 20 इंटरनेशनल के लिए पाकिस्तान जाना है,जो संभवतः 14 और 15 अक्टूबर को होंगे। IPL के 19 सितंबर से शुरू होने की उम्मीद है। ECB का कहना है कि वे इस साल पहले ही रियायत दे चुके हैं और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड के विरुद्ध टेस्ट सीरीज़ में शामिल होने से पहले IPL खेलने की इजाजत दी – हर बार ऐसा नहीं हो सकता।

  • चरनपाल सिंह सोबती

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