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टेस्ट क्रिकेट खेलना कितना बदल गया है- इस सवाल का जवाब इंग्लैंड के विरुद्ध इस सीरीज के धर्मशाला में आख़िरी टेस्ट में मिल जाएगा। ठीक है इंग्लैंड की टीम सीरीज हार चुकी है पर सीरीज का स्कोर 3-2 रहे, 4-1 और या फिर 3-1, बहरहाल इसी से इंग्लैंड के लिए इस टूर में कामयाबी का आंकलन होगा। इतनी बड़ी चुनौती और इसके लिए धर्मशाला में जिस अंदाज में टेस्ट हो रहा है वह और भी मजेदार है।

अंबानी परिवार की ‘प्री वेडिंग पार्टी’ से रोहित शर्मा सीधे धर्मशाला आए। टीम इंडिया अलग से धर्मशाला पहुंची ताकि ठंड में रहने और खेलने के लिए तैयार हो सकें। रोहित शर्मा क्या स्टाइल से धर्मशाला पहुंचे- एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर से जो कांगड़ा डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन एसोसिएशन ग्राउंड पर उतरा।

इतनी बड़ी सीरीज और उसका आखिरी टेस्ट उस स्टेडियम में जहां इससे पहले सिर्फ 2017 में एक टेस्ट खेले थे। टेस्ट क्रिकेट सिर्फ खूबसूरत पहाड़ियों से घिरे एक खूबसूरत स्टेडियम में क्रिकेट नहीं है- मौसम की जो रिपोर्ट हैं उन्हें देखते हुए अगर सीरीज का स्कोर 1-1 या 2-2 होता तो कैसा लगता? धर्मशाला में क्रिकेट, सीरीज के पिछले 4 वेन्यू से बिल्कुल अलग। उस पर इंग्लैंड से हजारों क्रिकेट टूरिस्ट जो क्रिकेट के साथ-साथ खूबसूरत धौलाधार पहाड़ देखने भी आए हैं। टेस्ट उन दिनों में जब 5 दिन के दौरान कई बार खेल रुकने की भविष्यवाणी है- ठंडा मौसम तो होगा ही। टेस्ट के पहले दिन, बीबीसी के अनुसार ओले गिरेंगे, रात में तापमान -4C और दिन में 1C तक रहेगा। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक़ पहले दो दिन बारिश होगी और उसके बाद आख़िरी तीन दिन खूब धूप और गर्म।

इंग्लैंड वाले इस मौसम से परेशान नहीं हैं। इन दिनों लंदन में लगभग ऐसा ही मौसम है। जब अप्रैल के पहले हफ्ते में काउंटी चैंपियनशिप मैचों का सिलसिला शुरू होगा तो वहां कई वेन्यू में लगभग ऐसा ही मौसम होगा। इसलिए वे तो मानो इंग्लैंड में ही खेल रहे हैं पर फर्क है- वहां ग्राउंड पर डाइव लगा सकते हैं- यहां इंग्लैंड वाले जैसे बांग्लादेश के विरुद्ध वर्ल्ड कप का मैच खेलते हुए डर रहे थे, वैसे ही अब भी डर रहे हैं। वर्ल्ड कप में इस स्टेडियम को अच्छी आउटफील्ड न होने के बावजूद 5 मैच मिले- क्यों, जवाब सब जानते हैं। पिछले साल इसी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध टेस्ट था और तब तो ख़राब आउटफील्ड की बदनामी से बचने के लिए टेस्ट को वहां से हटा लिया था और इंदौर में खेले। मार्च 2017 वाले टेस्ट में 30 में से 18 विकेट स्पिन पर गिरे थे।  

इस तरह वर्ल्ड कप मैच के लगभग 5 महीने बाद इंग्लैंड की टीम फिर से धर्मशाला में है पर वे किस तरह से ले रहे हैं टेस्ट की चुनौती को? नोट कीजिए- रांची टेस्ट के बाद टीम दो ग्रुप में बंट गई और जो गोल्फ के शौकीन थे वे बेंगलुरु चले गए (इनमें  जॉनी बेयरस्टो भी थे) जबकि बेन स्टोक्स, बेन फॉक्स, शोएब बशीर, मार्क वुड और ओली रॉबिन्सन सहित बाकी सभी चंडीगढ़ गए। बीसीसीआई ने उनके लिए बेस कैंप चंडीगढ़ में रखा था और इसीलिए जो बेंगलुरु गए उनका खर्चा उठाने से इनकार कर दिया।

5 वर्ल्ड कप मैच और 1 टेस्ट जिनमें से हर एक में मुश्किल क्रिकेट खेले- तब भी, धर्मशाला अपने राजनीतिक और क्रिकेट कनेक्शन के कारण फेवरिट है। हिमाचल में क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व चीफ अनुराग ठाकुर इस समय देश के सूचना और प्रसारण मंत्री हैं जबकि उनके छोटे भाई, अरुण धूमल, आईपीएल चीफ हैं। भारत में इन दिनों ‘क्रिकेट फेस्टिवल’ चल रहा है- जिधर देखो क्रिकेट और सीजन जो अक्टूबर में वर्ल्ड कप से शुरू हुआ- मई में आईपीएल के साथ खत्म होगा। बेंगलुरु और दिल्ली जैसे बड़े सेंटर डब्ल्यूपीएल मैच आयोजित कर रहे हैं। वानखेड़े में आईपीएल की तैयारी और रणजी फाइनल। जिधर देखो,उधर क्रिकेट। बड़े क्रिकेट सेंटर को टेस्ट न देकर मुश्किल दिनों में धर्मशाला को टेस्ट दे दिया। रांची ने 2019 के बाद अपने पहले टेस्ट की मेजबानी की और विजाग में सिर्फ तीसरा टेस्ट खेले। कितनी खोखली है बीसीसीआई की रोटेशन पॉलिसी पर मैच बांटने की दलील।

गोल्फ खेलने वाले भी इंग्लिश क्रिकेटर भी चंडीगढ़ आ गए और सब एक साथ सोमवार को धर्मशाला पहुंचे। टीम इंडिया के बारे में ऊपर पढ़ ही चुके हैं। एक और बड़ी मजेदार बात- टेस्ट के लिए माहौल बनाने के लिए धर्मशाला की सड़कों पर इस टेस्ट के पोस्टर से ज्यादा खेल महाकुंभ के पोस्टर लगे हैं- हर किसी को टेस्ट से ज्यादा इस खेल महाकुंभ की चिंता है। कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने अनुराग ठाकुर के साथ बिलासपुर में खेल महाकुंभ के तीसरे आयोजन का उद्घाटन किया। टेस्ट से पहले, भाजपा के राज्य सचिव नरेंद्र अत्री ने इस खेल महाकुंभ के बारे में ज्यादा बात की और स्टेडियम की ओर जाने वाली सड़क पर एचपीसीए के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और उनके भाई आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के चीफ अरुण धूमल के ‘स्वागत’ वाले पोस्टर लगे हैं।

हद तो ये हो गई कि बीसीसीआई ने सोमवार को आराम का दिन रखा था और  टी20 वर्ल्ड कप के संभावित खिलाड़ियों के लिए फोटो शूट किया। रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ी, जो टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं, इसके लिए ख़ास तौर पर धर्मशाला लाए गए और स्टेडियम हर किसी के लिए शूटिंग प्लेस में बदल गया था।  
कौन कितना ध्यान दे रहा है इस टेस्ट पर?

  • चरनपाल सिंह सोबती

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