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खबर है कि मार्च 2023 में पहली महिला आईपीएल खेलने की उम्मीद है। बीसीसीआई ने दो विंडो को शॉर्टलिस्ट किया है- मार्च 2023, नहीं तो सितंबर विकल्प है। अब तक चारों ओर से मिले इनपुट के आधार पर बीसीसीआई के लिए 2023 में नया टूर्नामेंट शुरू करना ‘जरूरी’ सा बन गया है।

इस साल आईपीएल के साथ पुणे में महिला T20 चैलेंज का आयोजन किया- न सिर्फ मैच रोमांचक रहे, दर्शक मैच देखने स्टेडियम भी आए। सुपरनोवा-वेलोसिटी फाइनल के लिए लगभग 8,621 दर्शकों का आना इस बात का सबूत है कि लोग इन मैचों को भी देखना चाहते हैं। 

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह कह ही चुके हैं कि अगले साल से पूरी आईपीएल शुरू होगा- इसके बाद ही, कुछ तेजी दिखाई दी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड से भी बात हो चुकी है जबकि आईसीसी से मार्च के महीने में अलग विंडो के लिए कहा जाएगा। कैरेबियन प्रीमियर लीग, द हंड्रेड और विमेंस बिग बैश को जुलाई-नवंबर में खेलते हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका आम तौर पर दिसंबर-फरवरी के बीच इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हैं- ऐसे में मार्च सबसे बेहतर विकल्प है। तब भारत में भी मौसम बहुत गर्म नहीं होता।  
माना जा रहा है 6 टीम खेलेंगी। कुछ मौजूदा आईपीएल फ्रेंचाइजी भी टीम बनाने में दिलचस्पी ले रहे हैं- कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स ने तो इस बारे में स्टेटमेंट भी दी है जबकि हाल ही में लड़कियों के लिए एक एकेडमी शुरू करने के बाद, चेन्नई सुपर किंग्स का भी दिलचस्पी लेना कोई हैरानी वाली बात नहीं होगी। जो विदेशी क्रिकेटर पुणे आईं- उनमें से कई ने लौटने से पहले यही उम्मीद जाहिर की कि जल्दी ही, महिला आईपीएल खेलने फिर से भारत आएंगी। पुणे के टूर्नामेंट ने घरेलू सिस्टम में मौजूद टेलेंट को दिखाया और ये तय है कि आईपीएल की बदौलत स्तर और बेहतर होगा। 
इस होने वाली नई शुरुआत के कगार पर क्या आपने नोट किया कि इस मुहिम में ख़ास भूमिका निभाने वाली जिन दो क्रिकेटर की बदौलत, एक नया दौर सामने है- वे खुद कहां हैं? पुणे के टूर्नामेंट की 3 में से किसी में भी टीम में, मिताली राज और झूलन गोस्वामी का नाम नहीं था। टी 20 इंटरनेशनल क्रिकेट ये पहले से नहीं खेल रहीं और अब सेलेक्टर्स ने कह दिया कि इन दोनों को आराम दिया ताकि एक महीने पहले आयोजित घरेलू टूर्नामेंट से सामने आई नई खिलाड़ियों को एक और मौका दे सकें। सोच गलत नहीं पर इन दोनों का करियर जिस मुकाम पर है उसमें ये भविष्य का संकेत है और कुछ नहीं।  
इन दोनों बड़ी क्रिकेटर के बिना इस साल टी 20 चैलेंज खेले। 2017 में विश्व कप फाइनल ने बीसीसीआई को 2018 में ट्रेलब्लेज़र- सुपरनोवा (वानखेड़े स्टेडियम में) प्रदर्शनी मैच की प्रेरणा दी और अगले साल एक और टीम, वेलोसिटी को जोड़कर मैचों को टूर्नामेंट में बदल दिया। कोविड के बाद इस साल लौटे और 23 मई को पुणे के एमसीए स्टेडियम में हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना की टीम ने पहला मैच खेला। इस बार तीसरी कप्तान, वेलोसिटी की दीप्ति शर्मा थी।  

इसमें कोई शक नहीं कि महिला टी20 चैलेंज का 2022 भारत के भविष्य में महिला क्रिकेट के लिए एक रोडमैप बनाने में मदद करने वाला टूर्नामेंट रहा। जुलाई-अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों से पहले श्रीलंका के विरुद्ध सीरीज, एशिया कप टी 20 और उसके बाद अक्टूबर में इंग्लैंड के विरुद्ध सीरीज और एकदिवसीय विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध दिसंबर में एक सीरीज खेलनी है। इन सभी में इन दोनों की क्या भूमिका होगी ये कह पाना मुश्किल है पर इतना तय है कि टेलेंट की जिस कमी की अब तक बात कर रहे थे, उसमें दम नहीं- मौका मिलेगा और खेलने के लिए मैच भी तो और बेहतर क्रिकेट सामने आएंगी।  
अगर टी 20 चैलेंज के दौरान जेमिमा रोड्रिग्स ने भारतीय टीम में वापसी का दावा पेश किया तो तानिया भाटिया ने अपने टी 20 खेल में सुधार दिखाया। तानिया 2021-22 के घरेलू टी 20 सीज़न में पंजाब की टॉप स्कोरर थी। सिमरन बहादुर ने टी 20 चैलेंज में दो मैचों में चार विकेट लिए- वे तेज गेंदबाज ऑलराउंडर की तलाश का हिस्सा हैं। एस मेघना (ट्रेलब्लेज़र ओपनर) ने टूर्नामेंट की अपनी एकमात्र पारी में दिखाया कि वह क्या कर सकती है- 47 गेंदों में 73 रन में न सिर्फ शॉट्स की रेंज दिखाई दी, फुटवर्क भी। पिछले दो सीजन में घरेलू टूर्नामेंटों में शानदार रन, इस साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड दौरे पर अपनी पहली वन डे सीरीज में 4, 49 और 61 रन। अब टी 20 चैलेंज में 50 वाला स्कोर उम्मीद है लंबे करियर का संकेत है।   
हरलीन देओल ने सुपरनोवा की शुरुआती जीत में 19 गेंदों में 35 रन बनाए। महिला टी20 चैलेंज के पिछले तीन सीज़न में लगातार अच्छा प्रदर्शन। प्रिया पुनिया ने दिखाया बेहतर इरादा- दिल्ली की इस बल्लेबाज ने टी 20 में बेहतर स्ट्राइक रेट के साथ भारत की टीम में वापसी का संकेत दिया। किरण नवगीरे वह नाम है जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हुई- टी20 चैलेंज में शुरुआत 50 के साथ। इसी तरह गेंदबाजी में राशि कनौजिया चमकी। ऐसे ही और कई नाम आगे भी सामने आएंगे। 
–  चरनपाल सिंह सोबती  

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